गांधीनगर: गुजरात की राजधानी गांधी नगर इन दिनों अजीब कारणों से सुर्खियों में है. कुछ लोगों ने कथित रूप से 600 की आबादी वाले एक पूरे गांव को बेचने की कोशिश की है. गांधीनगर स्थानीय अपराध शाखा (एलसीबी) ने सोमवार को देहगाम के जूना पहाड़िया गांव को बेचने के आरोप में दो लोगों विनोद और जयेंद्र झाला को गिरफ्तार किया है.
देहगाम तालुका में कथित रूप से एक पूरे गांव को बेचने की घटना 13 जुलाई को सामने आई थी. जहां कुछ लोगों ने झूठे सबूत के माध्यम से जमीन बिक्री दस्तावेज बनाने के लिए जमीन मालिकों के साथ मिलीभगत की थी. इस घटना की जांच गांधीनगर एलसीबी की ओर से की जा रही है. अब इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
एलसीबी के दीवानसिंह वाला ने जांच के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि दो आरोपियों को गिरफ्तार कर रिमांड पर भेज दिया गया है. इसके अलावा, पांच आरोपी अभी भी फरार हैं. गांधीनगर के पुलिस उपाधीक्षक (डीवाईएसपी) एस एम चौधरी ने कहा कि देहगाम के सब रजिस्ट्रार के माध्यम से देहगाम के जूना पहाड़िया गांव को कवर करने वाली जमीन की अवैध बिक्री के बारे में अहमदाबाद के राखियाल पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की गई थी.
कांताबेन भीखाजी झाला, कोकिलाबेन भीखाजी झाला, विनोदकुमार भीखाजी झाला, पालीबेन जशुजी झाला, जयेंद्रकुमार जशुजी झाला, नेहाबेन जसुजी झाला, एक नाबालिग और जसदण, राजकोट के अल्पेश लालजी हिरपारा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, जिन्होंने पुराने दस्तावेज की बिक्री की थी.
ना पहाड़िया, देहगाम के ग्रामीण राजेंद्रसिंह झाला ने कहा कि देहगाम सब-रजिस्ट्रार के पद पर कार्यरत विशाल मणिभाई चौधरी ने शिकायत दर्ज कराई है. परिणामस्वरूप, रखियाल पुलिस स्टेशन में आपराधिक साजिश और पंजीकरण अधिनियम की धाराओं के तहत आठ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
जूना पहाड़िया, देहगाम के सरपंच श्रवणसिंह मकवाना ने कहा कि एक ही सर्वे नंबर पर स्थित पुराने पहाड़ी गांव देहगाम को बिक्री दस्तावेज जारी होने के बाद ग्रामीणों की चिंता बढ़ गयी है. इस मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज करायी गयी है, लेकिन इससे ग्रामीणों की समस्या खत्म नहीं होगी.
सब रजिस्ट्रार को दी फर्जी तस्वीरें: चौधरी ने बताया कि जमीन की फर्जी तस्वीरें वारिस और खरीदार की तीसरी पीढ़ी ने मुहैया कराई थीं. दोनों ने मिलकर जमीन का सौदा किया. बेचने वालों में विनोद और जयेंद्र झाला को गिरफ्तार किया गया है. चौधरी के मुताबिक, दोनों आरोपी गांव की जमीन के सर्वे नंबर में दर्ज नामों के वारिस हैं.
क्या है पूरा मामला: पुराना पहाड़िया ग्राम ब्लॉक सर्वे क्रमांक 142 (पुराना सर्वे क्रमांक 6) है. इस सर्वे नंबर पर पूरा अखे गांव बसा हुआ है जिसे पुराना पहाड़िया के नाम से जाना जाता है. गांव में रहने वाले लोगों की संपत्ति का भी आकलन किया गया है. ग्राम पंचायत द्वारा गांव में एक पानी का बोर भी बनवाया गया है. तलाटी और सरपंच की ओर से निवासियों को उदाहरण भी दिए गए हैं. ग्रामीणों द्वारा हाउस टैक्स भी अदा किया जा रहा है.
देहगाम में सब रजिस्ट्रार के पद पर कार्यरत विशाल मणिभाई चौधरी ने शिकायत दर्ज कराई कि पुराने पहाड़िया सीम के नए सर्वे नंबर 142, पुराने सर्वे नंबर 106 का बिक्री दस्तावेज 13 जून को उनके कार्यालय में आया था. इसके बाद व्यक्तिगत रूप से जमीन का दस्तावेजीकरण किया गया.
हालांकि, आरोपियों ने इस गांव के 80 घरों का जिक्र नहीं किया और न ही उनकी तस्वीरें दिखाईं. सर्वे नंबर के आधार पर खुली जमीन की तस्वीरें जमा कर प्रक्रिया पूरी की गई, जिसके बाद रखियाल पुलिस स्टेशन में आपराधिक साजिश और पंजीकरण अधिनियम की धाराओं के तहत आठ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद कई बड़े खुलासे हुए हैं. जानकारी के मुताबिक अभीतक खरीदारों ने विक्रेता को जमीन के एवज में 50 लाख रुपये ही दिये हैं. पूरी डील कितने की थी इस बात का खुलासा नहीं हुआ है. आरोपियों को 5 दिन की रिमांड पर लिया गया है.