बस्तर : छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ में 23 मई को सुरक्षाबलों ने ऑपरेशन जल शक्ति लॉन्च किया.इस ऑपरेशन में जवानों ने जंगलों के अंदर छिपकर बैठे नक्सलियों के ठिकाने तक जाकर उन्हें ढेर किया.इस नक्सली मुठभेड़ में 4 पुरुष और 4 महिला नक्सली ढेर हुए. ये मुठभेड़ 24 घंटे से ज्यादा समय तक चली.मुठभेड़ के बाद जवानों ने नक्सलियों के शव और उनसे बरामद हथियार,विस्फोटक समेत दूसरी सामग्रियों को अपने कंधे में ढोकर कैंप तक लाया.
ग्राउंड जीरो तक पहुंची ईटीवी की टीम : इस घटना की ग्राउंड रिपोर्टिंग करने के लिए ईटीवी भारत की टीम 200 किलोमीटर से अधिक का सफर तय करते हुए अबूझमाड़ के जंगल में पहुंची. बीच के रास्तों में मोटरसाइकिल से बस्तर की जीवनदायिनी इंद्रावती नदी को छोटी डोंगी से पार किया. जंगल पहाड़ पगडंडियों के रास्ते करीब 200 फिट खड़ी पहाड़ी पैदल सफर तय करते हुए उस जगह तक हमारी टीम पहुंची जहां नक्सलियों से जवानों का आमना सामना हुआ था.ईटीवी भारत की टीम ने ग्राउंड जीरो तक पहुंचकर एनकाउंटर वाली जगह की तस्वीरें अपने कैमरे में कैद की. घटना वाली जगह पर मौजूद पेड़ इस बात की गवाही दे रहे थे कि उस दिन क्या हुआ था.
पेड़ और चट्टान दे रहे थे गवाही : एनकाउंटर वाली जगह पर गोलियों के निशान पेड़ों पर मौजूद थे. गोली के खाली खोखे इस बात की ओर इशारा कर रहे थे कि दोनों ओर से किस तरह से फायरिंग हुई थी.पत्थरों पर खून के धब्बे और बिखरे सामान चीख-चीखकर कह रहे थे कि जवानों ने किस तरह से नक्सलियों को घेरा था.आपको बता दें कि ये इलाका चारों ओर पहाड़ियों से घिरा हुआ है. तीनों जिलों से जवान नक्सलियों को घेरते हुए मौके पर पहुंचे थे.ताकि कोई कहीं से भाग ना सके.इस दौरान बीच रास्ते में भी जवान और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी.
कैसे मिली थी सूचना ?: अबूझमाड़ के जंगल में नक्सलियों के मौजूदगी की सूचना मुखबिर से मिली थी. इस सूचना के बाद दंतेवाड़ा, बीजापुर और नारायणपुर तीनों जिलों के सुरक्षाबलों को 21 तारीख को लोकेशन तय कर रवाना किया गया. नारायणपुर, दंतेवाड़ा और बीजापुर के सीमावर्ती क्षेत्रों में नक्सलियों के इंद्रावती एरिया कमेटी के बड़े लीडर दीपक, कमला, सपना उर्फ सपनक्का , प्लांटुन नंबर का कमांडर मल्लेश सहित 50 से 60 नक्सलियों की सूचना मिली थी.इनके लिए फोर्स ने ऑपरेशन जल शक्ति लॉन्च किया.
ऑपरेशन जल शक्ति ने दिखाई ताकत : 1000 जवानों को अबूझमाड़ के जंगलों में रवाना किया गया था. जैसे ही सुरक्षा बलों की टीम 23 तारीख की सुबह तीनों जिलों के सीमावर्ती क्षेत्र में पहुंची. तब अबूझमाड़ के रेकावाया में नक्सलियों से आमना सामना हुआ. मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने 7 नक्सलियों को ढेर कर दिया. वापसी के वक्त एसटीएफ के जवानों के साथ फिर से नक्सलियों की मुठभेड़ हुई.इस बार नक्सलियों की टीम के महिला लीडर जवानों के गोली का शिकार बन गई. इस तरह सुरक्षाबलों ने कुल 8 नक्सलियों को ढेर कर दिया. सुरक्षाबलों ने मारे गए नक्सलियों के पास से 8 हथियार, 7 बीजीएल सेल के साथ ही भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री, टिफिन बम, कुकर बम और दैनिक उपयोग की चीजें बरामद की है.
सरेंडर करो या हो जाओ ढेर : आपको बता दें कि साल 2024 की शुरुआत से ही बस्तर संभाग के अलग-अलग जिलों में लगातार नक्सली मुठभेड़ हो रही है. इन मुठभेड़ों में नक्सलियों के बड़े लीडर्स ढ़ेर हुए हैं. अबूझमाड़ का 4 हजार वर्ग किलोमीटर इलाका जो नक्सलियों के लिए सुरक्षित माना जाता था.उसे अब फोर्स नई रणनीति के तहत अपने कब्जे में ले रही है.धीरे-धीरे करके कैंप स्थापित करने के बाद नक्सलियों का सफाया किया जा रहा है. इस दौरान सरकार ये मैसेज भी देना चाहती है कि या तो आप सरेंडर करिए या फिर ढेर होने के लिए तैयार हो जाईए.