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आतंकी हमलों के बाद बड़ा फैसला, जम्मू में बीएसएफ के 2000 जवान तैनात करने का आदेश - Jammu Terror Attacks

Jammu Terror Attacks : जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों के बाद सरकार ने ओडिशा से बीएसएफ की दो बटालियन को जम्मू क्षेत्र में तैनात करने का आदेश दिया है. जम्मू क्षेत्र में सुरक्षा को मजबूत करने के लिए यह फैसला लिया गया.

Centre relocates 2000 BSF personnel from Odisha to enhance security in jammu kashmir
बीएसएफ जवान (File Photo - ANI)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jul 27, 2024, 10:35 PM IST

नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद घटनाओं में वृद्धि के बाद केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. सरकार ने ओडिशा से सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की दो बटालियन को भारत-पाकिस्तान सीमा पर जम्मू क्षेत्र में तैनात करने का आदेश दिया है. दो बटालियन में 2,000 से अधिक जवान शामिल हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जम्मू क्षेत्र में सुरक्षा को मजबूत करने के लिए बीएसएफ जवानों की तैनाती का फैसला लिया गया है.

रिपोर्ट में कहा गया है कि जम्मू क्षेत्र में हालिया आतंकवादी हमलों के मद्देनजर बीएसएफ की दोनों बटालियन को नक्सल विरोधी अभियान से हटाकर तत्काल जम्मू स्थानांतरित करने का फैसला लिया गया. अधिकारियों ने बताया कि इन दोनों बटालियन को जम्मू क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पहले से अग्रिम मोर्चे पर तैनात बीएसएफ की जवानों के पीछे रक्षा की दूसरी पंक्ति के रूप में तैनात किया जाएगा, ताकि सीमा पार से आतंकियों की घुसपैठ और जम्मू में आतंकवादी हमलों को रोका जा सके. रिपोर्ट में कहा गया है कि इन दोनों बटालियन के जवानों को सांबा और जम्मू-पंजाब सीमा के पास तैनात किया जाएगा.

रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि बीते दिनों दिल्ली और जम्मू में शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों की दो बैठकों में जम्मू में बीएसएफ जवानों की तैनाती बढ़ाने पर जोर दिया गया था. अधिकारियों ने कहा कि नक्सल विरोधी अभियान तेज करने के लिए ओडिशा से बीएसएफ की दो बटालियन को छत्तीसगढ़ भेजा जाना था, लेकिन मौजूदा स्थिति को देखते हुए इन दोनों बटालियन को अब जम्मू भेजा जा रहा है.

बीएसएफ जम्मू, पंजाब, राजस्थान और गुजरात से लगी 2,289 किलोमीटर से अधिक लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा की रक्षा करता है. जम्मू क्षेत्र में इस सीमा का 485 किलोमीटर हिस्सा है, जो घने जंगलों और पहाड़ी इलाकों से घिरा हुआ है. जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्र के पास करीब एक दर्जन बीएसएफ बटालियन तैनात हैं.

गौरतलब है कि इस वर्ष जम्मू क्षेत्र के राजौरी, पुंछ, रियासी, उधमपुर, कठुआ और डोडा जिलों में आतंकवादी हमले बढ़े हैं. इन हमलों में 11 सुरक्षाकर्मियों सहित 22 लोग मारे गए हैं. जून में कठुआ और डोडा जिलों में दो अलग-अलग मुठभेड़ में पांच आतंकवादी मारे गए थे.

जम्मू-कश्मीर: कुपवाड़ा में गोलीबारी में अधिकारी समेत 4 जवान घायल, एक शहीद, आतंकी ढेर

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रिपोर्ट में कहा गया है कि जम्मू क्षेत्र में हालिया आतंकवादी हमलों के मद्देनजर बीएसएफ की दोनों बटालियन को नक्सल विरोधी अभियान से हटाकर तत्काल जम्मू स्थानांतरित करने का फैसला लिया गया. अधिकारियों ने बताया कि इन दोनों बटालियन को जम्मू क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पहले से अग्रिम मोर्चे पर तैनात बीएसएफ की जवानों के पीछे रक्षा की दूसरी पंक्ति के रूप में तैनात किया जाएगा, ताकि सीमा पार से आतंकियों की घुसपैठ और जम्मू में आतंकवादी हमलों को रोका जा सके. रिपोर्ट में कहा गया है कि इन दोनों बटालियन के जवानों को सांबा और जम्मू-पंजाब सीमा के पास तैनात किया जाएगा.

रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि बीते दिनों दिल्ली और जम्मू में शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों की दो बैठकों में जम्मू में बीएसएफ जवानों की तैनाती बढ़ाने पर जोर दिया गया था. अधिकारियों ने कहा कि नक्सल विरोधी अभियान तेज करने के लिए ओडिशा से बीएसएफ की दो बटालियन को छत्तीसगढ़ भेजा जाना था, लेकिन मौजूदा स्थिति को देखते हुए इन दोनों बटालियन को अब जम्मू भेजा जा रहा है.

बीएसएफ जम्मू, पंजाब, राजस्थान और गुजरात से लगी 2,289 किलोमीटर से अधिक लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा की रक्षा करता है. जम्मू क्षेत्र में इस सीमा का 485 किलोमीटर हिस्सा है, जो घने जंगलों और पहाड़ी इलाकों से घिरा हुआ है. जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्र के पास करीब एक दर्जन बीएसएफ बटालियन तैनात हैं.

गौरतलब है कि इस वर्ष जम्मू क्षेत्र के राजौरी, पुंछ, रियासी, उधमपुर, कठुआ और डोडा जिलों में आतंकवादी हमले बढ़े हैं. इन हमलों में 11 सुरक्षाकर्मियों सहित 22 लोग मारे गए हैं. जून में कठुआ और डोडा जिलों में दो अलग-अलग मुठभेड़ में पांच आतंकवादी मारे गए थे.

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