जशपुर : प्रेमी की बेवफाई और फिर दोस्तों की दरिंदगी की ये दास्तां मुख्यमंत्री के गृह जिले की है.जहां दुलदुला थाना क्षेत्र में प्रेमी ने अपनी प्रेमिका को ही भूखे हवस के पुजारियों की झोली में डाल दिया. पुलिस में दर्ज रिपोर्ट के मुताबिक 25 मई को युवती दूसरे राज्य से काम करने के बाद वापस जशपुर आई.इसके बाद वो अपने प्रेमी के कहने पर उसके गांव चली गई.गांव में प्रेमी और प्रेमिका ने रात बिताई.लेकिन प्रेमिका को नहीं पता था कि अगली सुबह उसके जीवन में बड़ा दाग लगा जाएगी.27 मई को प्रेमी युवती को छोड़कर चला गया.लेकिन रात 8 बजे प्रेमी ने प्रेमिका को बताया कि उसका डैम के पास विवाद हो गया है,इसलिए वो आ जाए.
बहाने से बुलाकर करवाया सामूहिक दुष्कर्म : प्रेमिका को ये नहीं पता था कि जिस प्रेमी पर वो भरोसा कर रही है.उसके दिमाग में कुछ और प्लान तैयार है.रात 8 बजे जैसे ही युवती डैम के पास पहुंची,तो देखा कि प्रेमी अपने दोस्तों के साथ मौजूद हैं.इससे पहले की युवती कुछ समझ पाती प्रेमी बहाना बनाकर मौके से चला गया. जब युवती ने वहां से जाने की कोशिश की तो प्रेमी के दोस्तों ने उसे पकड़ लिया.इसके बाद डैम के किनारे गड्ढे में लेकर अपना मुंह काला कर लिया.इस दौरान सभी ने युवती को हवस का शिकार बनाया.यही नहीं नाबालिग ने पूरी घटना का वीडियो बनाकर आगे के लिए रख लिया.
घटना के बाद भी प्रेमी पर जताया विश्वास : युवती की अस्मत तार-तार होने के बाद उसने सबसे पहला फोन अपने प्रेमी को लगाया लेकिन उसने एक बार भी कॉल का जवाब नहीं दिया.इसके बाद उसने अपनी सहेली को सारी बात बताई.तब कहीं जाकर मामला थाने तक पहुंचा.पीड़िता ने बताया कि प्रेमी के ही प्लान के कारण उसके दोस्तों ने दुष्कर्म किया है.क्योंकि यदि वो इस प्लान में शामिल नहीं होता तो उसे जरुर बचाता और अकेला ना छोड़ता.पीड़िता की शिकायत के बाद पुलिस ने सभी आरोपियों को अरेस्ट कर लिया है.
''दुलदुला थाना में युवती ने रात में घटना की जानकारी देकर रिपोर्ट दर्ज कराई थी. प्रकरण की संवेदनशीलता को देखते हुए रात को ही एसडीओपी चंद्रशेखर परमा के नेतृत्व एक टीम का गठन किया गया.जिसने बड़ी मशक्कत के आरोपियों को अरेस्ट कर लिया है.जिसमें से तीन नाबालिग हैं.'' शशि मोहन सिंह, एसपी
पुलिस की मुस्तैदी के कारण घटना में शामिल सभी दरिंदे गिरफ्त में हैं.इनमें से कुछ आरोपियों को पुलिस ने दूसरे लोकेशन से गिरफ्तार किया है.वहीं नाबालिगों को बाल संप्रेषण गृह में भेजा गया है. जशपुर जैसे जिले में इतना बड़ा अपराध कहीं ना कहीं बदलते समाज की सोच को दर्शाता है.कानून तो है लेकिन उसका मजाक किस कदर उड़ता है ये बताना यहां लाजिमी ना होगा.नाबालिग होने के बाद भी इतनी अक्ल होना कि किसके साथ क्या करना है,किसी बड़े अपराध से कम नहीं है.वक्त आ गया है कि कानून में बदलाव करके ऐसे जघन्य अपराधों में सिर्फ नाबालिग होने पर छूट जाने वाले आरोपियों को कड़ी सजा मिले,ताकि उनके जैसा फिर कोई दूसरा जघन्य अपराध ना करें.