श्रीनगर: पाकिस्तान समर्थक और हुर्रियत के अलगाववादी नेता सैयद अली गिलानी की नातिन रुवा शाह और जेल में बंद अलगाववादी शब्बीर अहमद शाह की बड़ी बेटी समा शब्बीर ने खुद को अलगाववादी विचारधारा से अलग कर लिया है. दोनों ने खुद भारत की संप्रभुता के प्रति अपनी निष्ठा की घोषणा की है. क्षेत्रीय दैनिक समाचार पत्रों में, गुरुवार को, प्रकाशित समान सार्वजनिक नोटिस में घोषणा की गई कि रुवा और समा 'भारत के वफादार नागरिक' हैं.
गिलानी के दामाद अल्ताफ अहमद शाह की बेटी रूवा शाह ने सार्वजनिक नोटिस जारी कर कहा, 'मैं भारत की एक वफादार नागरिक हूं और ऐसे किसी संगठन या संघ से संबद्ध नहीं हूं, जिसका एजेंडा भारत संघ के खिलाफ है. मैं अपने देश के संविधान के प्रति निष्ठा रखती हूं'. दिलचस्प बात यह है कि रुवा के पिता भी कथित आतंकी फंडिंग के आरोप में जेल में थे और पिछले साल लंबी बीमारी के बाद उनका निधन हो गया.
इसी तरह के एक सार्वजनिक नोटिस में, शब्बीर शाह की 24 वर्षीय बेटी समा ने कहा, 'मैं भारत की एक वफादार नागरिक हूं और किसी भी व्यक्ति या संगठन से संबद्ध नहीं हूं, जो भारत संघ की संप्रभुता के खिलाफ हैं'. समा ने चेतावनी देते हुए कहा कि मैं किसी भी तरह से डीएफपी या इसकी विचारधारा से जुड़ी नहीं हूं. बिना अनुमति के उन्हें अलगाववादी समूह से जोड़ने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
बता दें, समा के पिता शब्बीर शाह को 2017 में प्रवर्तन निदेशालय ने आतंकी वित्तपोषण से जुड़ी कथित मनी लॉन्ड्रिंग गतिविधियों के आरोप में गिरफ्तार किया था. बाद में उन पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी द्वारा कथित आतंकी वित्तपोषण का भी आरोप लगाया गया.
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