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इजरायल के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों को मिला JNUSU का साथ, छात्र संघ ने मोदी सरकार भी साधा निशाना - Gaza Israel War

Gaza-Isrsael War: JNUSU ने इजरायल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने वाले कोलंबिया यूनिवर्सिटी के छात्रों का समर्थन किया है. साथ ही उसने केंद्र की मोदी सरकार पर भी निशाना साधा.

जेएनयू
JNU
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Apr 25, 2024, 1:43 PM IST

नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (JNUSU) ने गुरुवार को फिलिस्तीन के खिलाफ इजरायल के युद्ध और नरसंहार के खिलाफ लगातार आवाज उठा रहे कोलंबिया यूनिवर्सिटी के छात्रों के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त की. जेएनयूएसयू ने कहा कि कोलंबिया में छात्रों को फ्री स्पीच और शांतिपूर्ण विरोध करने का मौलिक अधिकार है.

छात्र संघ ने कहा कि कोलंबिया यूनिवर्सिटी के छात्रों की मांग साफ है कि वह चाहते हैं कि वे फिलिस्तीन में हो रहे नरसंहार से लाभ कमाने वाली कंपनियों से वित्तीय रूप से दूर रहें. गौरतलब है कि गाजा में जारी युद्ध को लेकर अमेरिका में छात्रों का विरोध प्रदर्शन पिछले हफ्ते से तेज हो गया है और अब येल और न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी के छात्र भी इजरायल के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. छात्रों की मांग है कि गाजा में स्थायी युद्धविराम और इजरायल के लिए अमेरिकी सैन्य सहायता को तुरंत समाप्त किया जाए.

कोलंबिया यूनिवर्सिटी के निंदा: जेएनयूएसयू ने अपने बयान में कहा, "यह बेहद चिंताजनक है कि बातचीत में शामिल होने के बजाय, विश्वविद्यालय प्रशासन दमनकारी रणनीति का सहारा ले रहा है. हम विरोध करने के अपने अधिकार का प्रयोग करने पर छात्रों को निलंबित और गिरफ्तार करने के विश्वविद्यालय के फैसले की निंदा करते हैं. यह कार्रवाई एकेडिमिक फ्रीडम और फ्री स्पीच के अधिकार के खिलाफ है."

मानवाधिकारों के उल्लंघन के खिलाफ खड़ा है छात्र संघ: बयान में कहा गया है कि जेएनयूएसयू न केवल इजरायल के मानवाधिकारों के उल्लंघन के खिलाफ लड़ाई में एकजुटता के साथ खड़ा है, बल्कि विश्वविद्यालय की शोषणकारी नीतियों और फिलिस्तीन में नरसंहार को बढ़ावा देने और वित्त पोषण करने में अमेरिका की सीधी भागीदारी के खिलाफ भी एकजुटता से खड़ा है.

भारत सरकार पर साधा निशाना: छात्र संघ ने आगे कहा कि हम भारत के ऐतिहासिक रुख से हटकर इजरायल का समर्थन करने वाली आरएसएस समर्थित सरकार की भी निंदा करते हैं. जवाहरलाल नेहरू छात्र संघ ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि विरोध प्रदर्शन करने पर गलत तरीके से निलंबित किए गए सभी छात्रों को तुरंत बहाल किया जाना चाहिए और प्रदर्शनकारी छात्रों के खिलाफ लगे सभी आपराधिक आरोप हटा दिए जाने चाहिए.

सच बोलने वालों पर हो रही कार्रवाई: छात्र संघ ने आगे कहा कि यह चिंताजनक है कि छात्रों, पत्रकारों और सत्ता के सामने सच बोलने की हिम्मत करने वाले लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है, डराया जा रहा है और दंडित किया जा रहा है. छात्र संघ ने कोलंबिया विश्वविद्यालय के छात्र आंदोलन को अपना पूर्ण समर्थन दिया.

यह भी पढ़ें- अमेरिकी सीनेट यूक्रेन, इजराइल के लिए सहायता पैकेज को मंजूरी देने के लिए तैयार

नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (JNUSU) ने गुरुवार को फिलिस्तीन के खिलाफ इजरायल के युद्ध और नरसंहार के खिलाफ लगातार आवाज उठा रहे कोलंबिया यूनिवर्सिटी के छात्रों के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त की. जेएनयूएसयू ने कहा कि कोलंबिया में छात्रों को फ्री स्पीच और शांतिपूर्ण विरोध करने का मौलिक अधिकार है.

छात्र संघ ने कहा कि कोलंबिया यूनिवर्सिटी के छात्रों की मांग साफ है कि वह चाहते हैं कि वे फिलिस्तीन में हो रहे नरसंहार से लाभ कमाने वाली कंपनियों से वित्तीय रूप से दूर रहें. गौरतलब है कि गाजा में जारी युद्ध को लेकर अमेरिका में छात्रों का विरोध प्रदर्शन पिछले हफ्ते से तेज हो गया है और अब येल और न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी के छात्र भी इजरायल के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. छात्रों की मांग है कि गाजा में स्थायी युद्धविराम और इजरायल के लिए अमेरिकी सैन्य सहायता को तुरंत समाप्त किया जाए.

कोलंबिया यूनिवर्सिटी के निंदा: जेएनयूएसयू ने अपने बयान में कहा, "यह बेहद चिंताजनक है कि बातचीत में शामिल होने के बजाय, विश्वविद्यालय प्रशासन दमनकारी रणनीति का सहारा ले रहा है. हम विरोध करने के अपने अधिकार का प्रयोग करने पर छात्रों को निलंबित और गिरफ्तार करने के विश्वविद्यालय के फैसले की निंदा करते हैं. यह कार्रवाई एकेडिमिक फ्रीडम और फ्री स्पीच के अधिकार के खिलाफ है."

मानवाधिकारों के उल्लंघन के खिलाफ खड़ा है छात्र संघ: बयान में कहा गया है कि जेएनयूएसयू न केवल इजरायल के मानवाधिकारों के उल्लंघन के खिलाफ लड़ाई में एकजुटता के साथ खड़ा है, बल्कि विश्वविद्यालय की शोषणकारी नीतियों और फिलिस्तीन में नरसंहार को बढ़ावा देने और वित्त पोषण करने में अमेरिका की सीधी भागीदारी के खिलाफ भी एकजुटता से खड़ा है.

भारत सरकार पर साधा निशाना: छात्र संघ ने आगे कहा कि हम भारत के ऐतिहासिक रुख से हटकर इजरायल का समर्थन करने वाली आरएसएस समर्थित सरकार की भी निंदा करते हैं. जवाहरलाल नेहरू छात्र संघ ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि विरोध प्रदर्शन करने पर गलत तरीके से निलंबित किए गए सभी छात्रों को तुरंत बहाल किया जाना चाहिए और प्रदर्शनकारी छात्रों के खिलाफ लगे सभी आपराधिक आरोप हटा दिए जाने चाहिए.

सच बोलने वालों पर हो रही कार्रवाई: छात्र संघ ने आगे कहा कि यह चिंताजनक है कि छात्रों, पत्रकारों और सत्ता के सामने सच बोलने की हिम्मत करने वाले लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है, डराया जा रहा है और दंडित किया जा रहा है. छात्र संघ ने कोलंबिया विश्वविद्यालय के छात्र आंदोलन को अपना पूर्ण समर्थन दिया.

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