जोधपुर. नरेद्र मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के संभावित मंत्रीमंडल की तस्वीर साफ हो रही है. मारवाड़ से इस बार भी जोधपुर सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत मंत्री बनने जा रहे हैं. रविवार को पीएम आवास पर मंत्री बनने वाले सांसदों की बैठक में वे शामिल भी हुए हैं. शेखावत लगातार तीसरी बार केंद्र में मंत्री बनेंगे. शेखावत 2014 में पहली बार सांसद चुने गए थे. 2017 में उनको मोदी मंत्रीमंडल में कृषि राज्यमंत्री बनाया गया था. 2019 में शेखावत को पदोन्नत किया गया. कई मंत्रालयों को बनाकर बनाया गया जल शक्ति मंत्रालय का जिम्मा उनको सौंप कर कैबिनेट मंत्री बनाया गया. पूरे पांच साल वे मंत्री रहे. ऐसे में अब कयास इस बात के लगाए जा रहे हैं कि उनको इस बार मोदी सरकार में कौन सा प्रमुख विभाग दिया जाएगा.
गहलोत से आगे निकले शेखावत : मारवाड़ में केंद्र की राजनीति में गजेंद्र सिंह शेखावत से पहले अशोक गहलोत का बोलबाला था. कांग्रेस के जमाने में गहलोत पांच बार जोधपुर से सांसद बने. उन्हें तीन बार मंत्री बनाया गया, लेकिन उनको एक बार भी कैबिनेट में जगह नहीं मिली. उनको राज्यमंत्री, राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार और उपमंत्री बनाया गया. गजेंद्र सिंह शेखावत तीसरी बार सांसद चुने गए हैं. पहली बार में राज्यमंत्री बनाए गए थे. इसके बाद अगले कार्यकाल में पूरे पांच साल कैबिनेट में मंत्री बने. अब तीसरी बार भी उनका नाम तय हो गया. उनका कैनिबैट मंत्री बनना तय है. दूसरी बार केंद्रीय कैबिनेट में शामिल होकर वे गहलोत से आगे निकल जाएंगे.
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शाह से नजदीकी का फायदा : गजेंद्र सिंह शेखावत की गृहमंत्री अमित शाह से काफी नजदीकियां है. इस बार का चुनाव काफी कड़ा था. शेखावत का विरोध भी हुआ था. इसके बाद जब परिणाम आया तो हालांकि जीत का अंतर घट गया. राजस्थान में सीटें भी भाजपा को खोनी पड़ी. ऐसे में कयास लगाए जा रहे थे कि इस बार मंत्रिमंडल में शेखावत को जगह मिलना आसान नहीं होगा, लेकिन माना जा रहा है कि शाह से नजदीकी और जलशक्ति मंत्रालय के संचालन से उनको फिर मोदी कैबिनेट में लिया जा रहा है. बता दें कि शेखावत के अलावा राजस्थान से भूपेंद्र यादव, और अर्जुनराम मेघवाल और भागीरथ चौधरी भी मोदी मंत्रिंडल में शामिल हो सकते हैं.