बेंगलुरु : कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने बताया कि कलबुर्गी शहर में डॉ. बी.आर. अंबेडकर की प्रतिमा को नुकसान पहुंचाने के लिए पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है. पत्रकारों से बात करते हुए, गृह मंत्री ने कहा कि यह पता लगाने के लिए जांच जारी है कि आरोपियों ने मूर्ति के साथ बर्बरता क्यों की. मैंने इस कृत्य के पीछे के कारण का पता लगाने के निर्देश दिए हैं. ऐसी घटना किससे प्रेरणा लेकर की गई, इस एंगल पर भी जांच चल रही है.''
कलबुर्गी में भाजपा के विरोध प्रदर्शन पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि इस कृत्य के पीछे के व्यक्तियों की भूमिका सामने आने के बाद भाजपा चुप हो जाएगी. जानकारी होते हुए भी हम सब कुछ उजागर नहीं कर सकते. सबूत इकट्ठा करने की जरूरत है और हम अनुमान नहीं लगा सकते. जांच कर यह पता लगाना होगा कि इस कृत्य की योजना किसने बनाई थी.''
कर्नाटक के कलबुर्गी शहर में बी.आर. अंबेडकर की मूर्ति गिराए जाने के बाद तनाव बना हुआ है। मंगलवार को तोड़फोड़ की गई थी. डी. कोटानुरा में अंबेडकर की प्रतिमा को चप्पलों की माला पहनाए जाने के बाद शहर में हिंसा भड़क गई, जिससे भारी विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया. प्रदर्शनकारियों ने भाजपा एमएलसी के स्वामित्व वाले एक पेट्रोल पंप में तोड़फोड़ की, जबकि जगत सर्कल से भी पथराव की घटनाएं सामने आईं.
प्रदर्शनकारियों द्वारा कथित तौर पर दुकानों और वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों को भी जबरन बंद कराया गया. पुलिस ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है। लेकिन, तनावपूर्ण है और स्टेशन बाजार पुलिस स्टेशन में मामला भी दर्ज किया गया है. बीजेपी के प्रदेश महासचिव पी. राजीव ने मांग की है कि प्रतिमा का अपमान करने वालों को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए.
राजीव ने कहा, “सरकार को यह सुनिश्चित करने के लिए उपाय करना चाहिए कि मूर्तियों का अपमान न हो. श्रीराम के पोस्टर फाड़ने की घटनाएं भी बढ़ती जा रही हैं. ऐसी घटनाओं से कांग्रेस की मानसिकता उजागर होती है.'' उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गयी है. कलबुर्गी जिले को एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और उनके बेटे और कर्नाटक सरकार में मंत्री प्रियांक खड़गे का गढ़ माना जाता है.
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