जींद : चैत्र नवरात्रि की शुरुआत के साथ ही 9 अप्रैल को बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह घर वापसी करते हुए कांग्रेस का दामन दोबारा से थाम लेंगे. बीरेंद्र सिंह ने अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस में वापसी का प्लान तैयार कर लिया है. हालांकि उन्होंने कहा था कि वे कई मौजूदा विधायकों के साथ कांग्रेस जॉइन करेंगे. ऐसे में देखने वाली बात होगी कि कौन-कौन उनके साथ कांग्रेस में दोबारा से शामिल होगा.
9 अप्रैल को कांग्रेस जॉइन करेंगे बीरेंद्र सिंह
9 अप्रैल को दिल्ली के कांग्रेस पार्टी मुख्यालय में जाकर बीरेंद्र सिंह दोबारा से कांग्रेस के हो जाएंगे. बताया जा रहा है कि बीरेंद्र सिंह के साथ उनके समर्थक जो पहले कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आ गए थे, वे फिर से दोबारा से उनके साथ बीजेपी में शामिल हो जाएंगे. लोकसभा चुनाव से पहले बीरेंद्र सिंह का कांग्रेस में जाना बीजेपी के लिए झटके के तौर पर देखा जा रहा है. इससे पहले उनके बेटे और हिसार से सांसद बृजेंद्र सिंह पहले ही बीजेपी का दामन छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. तभी से कहा जा रहा था कि बीरेंद्र सिंह भी जल्द ही बीजेपी को बाय-बाय कहकर कांग्रेस में शामिल होने वाले हैं. बस तारीख का सामने आना बाकी था और अब खुद बीरेंद्र सिंह ने जानकारी देते हुए कहा है कि वे 9 अप्रैल को कांग्रेस में अपने हजारों साथियों के साथ शामिल होने जा रहे हैं. इसके बाद वे हरियाणा समेत आसपास के राज्यों में कांग्रेस को मजबूत करने के लिए काम करेंगे.उन्होंने पहले से आने वाले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के जीत के दावे कर दिए हैं.
सर छोटू राम के नाती हैं बीरेंद्र सिंह
चौधरी बीरेंद्र सिंह की बात करें तो उनका नाम हरियाणा के कद्दावर नेताओं में शुमार होता है. वे किसानों के मसीहा कहे जाने वाले दीनबंधु सर छोटू राम के नाती हैं. 1972 में कांग्रेस में आने के बाद से ही वे कई दशकों तक कांग्रेस में ही रहे. फिर साल 2014 में वे बीजेपी में शामिल हो गए थे और उन्हें मोदी सरकार में इस्पात मंत्रालय का जिम्मा मिला था. वहीं साल 2019 में हिसार लोकसभा से बीजेपी उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने वाले बृजेंद्र सिंह 3 लाख से ज्यादा वोटों के साथ जीतकर सांसद बने थे. कांग्रेस को उम्मीद है कि बीरेंद्र सिंह की घर वापसी से उसे आने वाले चुनाव में फायदा होगा.