पटना : कांग्रेस पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी वायनाड से सांसदी का चुनाव लड़ रहे हैं. उनके सीट पर वोटिंग भी हो चुकी है, लेकिन गुरुवार को कांग्रेस ने राहुल को रायबरेली की सीट से उम्मीदवार उतार दिया है. रायबरेली से प्रियंका गांधी के लड़ाए जाने की चर्चा थी, लेकिन रायबरेली से राहुल गांधी का नाम आने से हर कोई हैरान है. राहुल गांधी इससे पहले अमेठी से चुनाव लड़ते थे लेकिन पिछली बार अमेठी में स्मृति ईरानी ने उन्हें हरा दिया था.
'एक नहीं 5-5 जगह से लड़ लें राहुल गांधी, हारेंगे चुनाव' : यही वजह है कि राहुल गांधी की रायबरेली से उम्मीदवारी को लेकर विरोधी दल के नेता तंज करने से नहीं चूक रहे हैं. इसी कड़ी में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने राहुल गांधी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जहां से भी चुनाव लड़ेंगे वो हारेंगे. इस बयान के पीछे तर्क देते हुए मांझी ने कहा कि राहुल गांधी को जनता ने स्वीकार नहीं किया है. उन्होंने दावे के साथ कहा कि राहुल गांधी की हार निश्चित है फिर चाहे पांच-पांच जगह से चुनाव क्यों न लड़ा लें.
''राहुल गांधी पांच जगह से भी चुनाव लड़ेंगे तो भी वह चुनाव नहीं जीत सकते हैं. इस बात को गांठ बांध ली जाए. राहुल गांधी जहां से भी चुनाव लड़ेंगे उनको जीत की जगह हार मिलेगी. जनता ने राहुल गांधी को स्वीकार नहीं किया है.''- - जीतन राम मांझी, पूर्व मुख्यमंत्री, बिहार
मांझी का आरजेडी पर अटैक : पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने आरजेडी को दलित विरोधी पार्टी करार दिया. उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी दलित विरोधी अगर कोई पार्टी है तो वह राष्ट्रीय जनता दल है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से जमुई में चिराग पासवान की मां को गाली दी गई और स्टेज से तेजस्वी यादव या उनके बड़े नेता कुछ भी नहीं बोले, इससे बड़ा प्रमाण क्या हो सकता है. उन्होंने कहा कि कभी भी राष्ट्रीय जनता दल समाज के दलित वर्ग का ध्यान नहीं रखा है.
''आरजेडी द्वारा लगातार दलित वर्ग को दबाने का काम किया गया है. राष्ट्रीय जनता दल के लोग ही दलित विरोधी हैं. वह दूसरे को अगर दलित विरोधी बताते हैं वह कहीं से भी ठीक नहीं है. राजद कभी भी दलितों को सम्मान नहीं दिया है.''- जीतन राम मांझी, पूर्व मुख्यमंत्री, बिहार