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असम में बाढ़ की स्थिति में सुधार, लेकिन खतरा अभी भी बरकरार, ऑरेंज अलर्ट जारी - Flood Situation Improves In Assam - FLOOD SITUATION IMPROVES IN ASSAM

Flood Situation Improves In Assam: असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ((ASDMA) के अनुसार, प्रमुख नदियों और उनकी सहायक नदियों के जलस्तर में कमी आने के साथ बाढ़ की स्थिति में सुधार हुआ. हालांकि, राज्य के पांच जिलों में आपदा के कारण लगभग 1.07 लाख लोग अभी भी पीड़ित हैं. वहीं, मौसम विभाग ने राज्य में 1 जुलाई तक हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है. पढ़ें पूरी खबर...

FLOOD SITUATION IMPROVES IN ASSAM
असम में बाढ़ की स्थिति में सुधार (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jun 29, 2024, 12:10 PM IST

गुवाहाटी: असम में बाढ़ की स्थिति में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है, लेकिन कुछ हिस्सों में स्थिति अभी भी जस की तस बनी हुई है. असम आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDMA) के ताजा आंकड़ों के अनुसार, असम के 5 जिले - कामरूप, करीमगंज, कछार, बारपेटा और धेमाजी जिले अभी भी बाढ़ की चपेट में हैं.

बाढ़ में मरने वालों की संख्या
ASDMA के अनुसार, शुक्रवार को बाढ़ के कारण एक और व्यक्ति की मौत हो गई. मृतक बारपेटा जिले का रहने वाला था. अब तक इस बाढ़ के कारण मरने वालों की संख्या 32 हो गई है. आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के ताजा आंकड़ों के अनुसार, असम के 5 जिलों - कामरूप, करीमगंज, कछार, बारपेटा और धेमाजी जिलों के कुल 383 गांव अभी भी बाढ़ में डूबे हुए हैं. करीमगंज के 128 गांव और कामरूप जिले के 168 गांव अभी भी पानी में डूबे हुए हैं. बरपेटा जिले में नौ गांव, कछार जिले में 63 और धेमाजी जिले में 15 गांव बाढ़ की चपेट में हैं. विभागीय आंकड़ों के अनुसार, बाढ़ से अब भी 1,07,385 लोग प्रभावित हैं.

करीमगंज जिले में बाढ़ का कहर
गौरतलब है कि बाढ़ का कहर थोड़ा कम हो गया है, लेकिन बाढ़ प्रभावित लोग अभी भी राज्य के 122 आश्रय शिविरों में शरण लिए हुए हैं. इनमें से अधिकांश आश्रय शिविर करीमगंज जिले में हैं. करीमगंज जिले में बाढ़ प्रभावित लोग 103 आश्रय शिविरों में शरण लिए हुए हैं. शेष 19 आश्रय शिविर कछार जिले में हैं. गौरतलब है कि बाढ़ के बाद विभिन्न संक्रामक रोगों का प्रकोप बढ़ गया है. कई स्थानों पर बाढ़ से क्षतिग्रस्त सड़कों, पुलों आदि के कारण यातायात बाधित हुआ है.

असम और पूर्वोत्तर राज्यों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी
गुवाहाटी के बोरझार स्थित क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने बुधवार को असम और पूर्वोत्तर में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, क्योंकि चक्रवाती परिसंचरण पूर्वोत्तर असम और उसके आसपास के इलाकों में समुद्र तल से 1.5 किलोमीटर ऊपर तक प्रभाव डाल रहा है. त्रिपुरा में भी रेड अलर्ट जारी किया गया है. क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, 4 जुलाई तक असम के अधिकांश हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होगी.

इस बीच, त्रिपुरा के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश होने की संभावना है, जहां रेड अलर्ट जारी किया गया है. इस बीच, क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने कहा कि पूर्वोत्तर असम और उसके आसपास के इलाकों में चक्रवाती तूफान के प्रभाव के कारण अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, मणिपुर, नागालैंड, मिजोरम और त्रिपुरा के अधिकांश हिस्सों में 1 जुलाई तक हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है.

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गुवाहाटी: असम में बाढ़ की स्थिति में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है, लेकिन कुछ हिस्सों में स्थिति अभी भी जस की तस बनी हुई है. असम आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDMA) के ताजा आंकड़ों के अनुसार, असम के 5 जिले - कामरूप, करीमगंज, कछार, बारपेटा और धेमाजी जिले अभी भी बाढ़ की चपेट में हैं.

बाढ़ में मरने वालों की संख्या
ASDMA के अनुसार, शुक्रवार को बाढ़ के कारण एक और व्यक्ति की मौत हो गई. मृतक बारपेटा जिले का रहने वाला था. अब तक इस बाढ़ के कारण मरने वालों की संख्या 32 हो गई है. आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के ताजा आंकड़ों के अनुसार, असम के 5 जिलों - कामरूप, करीमगंज, कछार, बारपेटा और धेमाजी जिलों के कुल 383 गांव अभी भी बाढ़ में डूबे हुए हैं. करीमगंज के 128 गांव और कामरूप जिले के 168 गांव अभी भी पानी में डूबे हुए हैं. बरपेटा जिले में नौ गांव, कछार जिले में 63 और धेमाजी जिले में 15 गांव बाढ़ की चपेट में हैं. विभागीय आंकड़ों के अनुसार, बाढ़ से अब भी 1,07,385 लोग प्रभावित हैं.

करीमगंज जिले में बाढ़ का कहर
गौरतलब है कि बाढ़ का कहर थोड़ा कम हो गया है, लेकिन बाढ़ प्रभावित लोग अभी भी राज्य के 122 आश्रय शिविरों में शरण लिए हुए हैं. इनमें से अधिकांश आश्रय शिविर करीमगंज जिले में हैं. करीमगंज जिले में बाढ़ प्रभावित लोग 103 आश्रय शिविरों में शरण लिए हुए हैं. शेष 19 आश्रय शिविर कछार जिले में हैं. गौरतलब है कि बाढ़ के बाद विभिन्न संक्रामक रोगों का प्रकोप बढ़ गया है. कई स्थानों पर बाढ़ से क्षतिग्रस्त सड़कों, पुलों आदि के कारण यातायात बाधित हुआ है.

असम और पूर्वोत्तर राज्यों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी
गुवाहाटी के बोरझार स्थित क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने बुधवार को असम और पूर्वोत्तर में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, क्योंकि चक्रवाती परिसंचरण पूर्वोत्तर असम और उसके आसपास के इलाकों में समुद्र तल से 1.5 किलोमीटर ऊपर तक प्रभाव डाल रहा है. त्रिपुरा में भी रेड अलर्ट जारी किया गया है. क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, 4 जुलाई तक असम के अधिकांश हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होगी.

इस बीच, त्रिपुरा के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश होने की संभावना है, जहां रेड अलर्ट जारी किया गया है. इस बीच, क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने कहा कि पूर्वोत्तर असम और उसके आसपास के इलाकों में चक्रवाती तूफान के प्रभाव के कारण अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, मणिपुर, नागालैंड, मिजोरम और त्रिपुरा के अधिकांश हिस्सों में 1 जुलाई तक हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है.

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