बलौदाबाजार: सोमवार को जिला मुख्यालय में पर जिस तरह से हिंसक प्रदर्शन हुआ. भीड़ ने जिस तरह से उग्र होकर कलेक्टर और एसपी दफ्तर में आग लगाई उससे सरकार बेहद नाराज है. सीएम विष्णु देव साय ने हाईलेवल मीटिंग कर अफसरों को कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिए हैं. सरकार के एक्शन में आते ही बलौदाबाजार कलेक्टर ने सात लोगों पर एफआईआर दर्ज कर लिया है. 200 से ज्यादा लोगों को हिंसा में शामिल और तोड़फोड़ करने के शक में हिरासत में लिया गया है.
7 लोगों पर FIR, 200 लोग हिरासत में लिए गए: सोमवार को हुए हिंसक प्रदर्शन के बाद पुलिस ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए 7 लोगों पर FIR दर्ज कर लिया है. पुलिस ने पूछताछ के लिए 200 लोगों को हिरासत में भी लिया है. पकड़े गए लोगों से हिंसा को लेकर पूछताछ भी की जा रही है. कलेक्टर ने आज मीडिया से बातचीत में साफ कर दिया कि हिंसा में जो भी लोग शामिल हैं उनको छोड़ा नहीं जाएगा.
वीडियो फुटेज से मिलेगा सुराग: कलेक्टर ने कहा कि हिंसा में शामिल लोगों की पहचान की जा रही है. हिंसा के वक्त मीडियाकर्मियों ने जो तस्वीरें ली हैं जो वीडियो फुटेज बनाए हैं उसके आधार पर आगजनी और हिंसा करने वालों की पहचान की जा रही है. कलेक्टर ने ये भी कहा कि कुछ ऐसे लोग भी हिंसा में शामिल रहे जो भीड़ को लीड कर रहे थे.
''वरिष्ठ अधिकारियों ने बैठक में कानून व्यवस्था को बहाल करने के निर्देश दिए हैं. कल से फिर ऑफिस लगने लगेगी. हिंसा में शामिल होने के आरोप में 7 लोगों पर FIR दर्ज की गई है. 200 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. वीडियो फुटेज के आधार पर लोगों की पहचान की जा रही है''. - केएल चौहान, कलेक्टर, बलौदाबाजार
सीएम ने मांगी रिपोर्ट: बलौदाबाजार हिंसा से नाराज विष्णु देव साय सरकार ने मुख्य सचिव और पुलिस महानिरीक्षक से रिपोर्ट मांगी है. सीएम के एक्टिव होते ही बलौदाबाजार जिले के प्रभारी सचिव सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी और संभाग आयुक्त संजय अलंग ने कलेक्टर और एसपी के साथ बैठक की. बैठक में हिंसा से उपजे हालात को लेकर चर्चा की गई है. बैठक में कलेक्टर और एसपी ने हिंसा को लेकर जो भी जानकारी थी उसे साझा की है.
जल्द कलेक्टर और एसपी दफ्तर होगा दुरुस्त: कलेक्टर भवन को फिर से दुरुस्त करने के लिए लोक निर्माण विभाग के कर्मचारी और अफसर मोर्चे पर डटे हैं. संभागायुक्त डॉ संजय अलंग और रायपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक अमरेश मिश्रा ने कहा कि जल्द भवन को दुरुस्त कर लिया जाएगा. भवन की मरम्मत के लिए 24 घंटे काम चलेगा. अफसरों ने कहा कि जो दस्तावेज नष्ट हो गए उनकी लिस्टिंग की जा रही है. जो वाहन जल गए उनको इंश्योरेंस के लिए भेजा जा रहा है. दोनों काम जल्द ही पूरे हो जाएंगे. बिजली विभाग को भी आदेश दिए गए हैं कि वो जल्द से जल्द वायरिंग कर बिल्डिंग के रिनोवेट होने से पहले तैयार कर दें. अफसरों का कहना है कि आगजनी और तोड़फोड़ में जो नुकसान हुआ है उसका आंकलन भी किया जा रहा है.