श्रीनगर : नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने शनिवार को जम्मू-कश्मीर और लद्दाख की सभी छह सीटों पर जीत का भरोसा जताया है. हालांकि उन्होंने कहा कि कुछ मामलों पर समय से पहले निष्कर्ष निकालना बुद्धिमानी नहीं है.
डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने एक सैन्य जनरल का उदाहरण देते हुए कहा कि जिस तरह दुश्मन को हमले की रणनीति के बारे में पहले से सूचित करने से हार हो सकती है, उसी तरह समय से पहले खुलासा हानिकारक हो सकता है.
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी आलोचना की और उन लोगों से आत्मनिरीक्षण करने का आग्रह किया जो वंशवादी राजनीति के बारे में बात करते हैं. उन्होंने सवाल किया कि क्या वंशवादी राजनीति कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस तक ही सीमित है या यह आगे भी फैली हुई है. उन्होंने उद्योगपतियों द्वारा अपने उत्तराधिकारियों को तैयार करने और अभिनेताओं द्वारा अपने बच्चों को अपनी कला सौंपने के उदाहरण देकर अपनी बात को स्पष्ट किया.
जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल करने में हो रही देरी के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में डॉ. अब्दुल्ला ने पूछा कि देश के किस जिले में शौचालय, रोजगार आदि उपलब्ध कराए गए हैं. उन्होंने भारत में एक ऐसी जगह देखने की इच्छा व्यक्त की जहां ऐसे वादे पूरे किए गए हों.
अनंतनाग सीट उम्मीदवार के स्वास्थ्य के बारे में ये बोले उमर : इस बीच, नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने मीडिया से संक्षिप्त बातचीत की. उन्होंने अनंतनाग संसदीय सीट के लिए मियां अल्ताफ को सर्वश्रेष्ठ उम्मीदवार के रूप में विश्वास व्यक्त किया और सुझाव दिया कि अगर वह चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं तो चर्चा करें.
मियां अल्ताफ के स्वास्थ्य के बारे में उमर अब्दुल्ला ने स्पष्ट किया कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि स्वास्थ्य संबंधी कोई कारण उन्हें चुनाव लड़ने से रोक रहा है. उन्होंने ऐसे उदाहरणों का हवाला देते हुए मीडिया में आई हर बात पर आंख मूंदकर विश्वास करने के प्रति आगाह किया, जहां गलत सूचनाएं प्रचलित हैं. फिलहाल, मियां अल्ताफ अनंतनाग संसदीय क्षेत्र के लिए संभावित उम्मीदवार बने हुए हैं. यह देखना बाकी है कि क्या मियां अल्ताफ के कथित स्वास्थ्य मुद्दे वास्तव में उन्हें अनंतनाग संसदीय क्षेत्र में चुनाव लड़ने से रोकेंगे.