चंडीगढ़ : किसानों के दिल्ली कूच का आज तीसरा दिन है. अंबाला के शंभू बॉर्डर और जींद के दाता सिंह वाला बॉर्डर पर किसान डटे हुए हैं जिसके चलते तनाव के हालात है. मंगलवार और बुधवार को पुलिस को किसानों को रोकने के लिए वॉटर कैनन के साथ आंसू गैस के गोलों का इस्तेमाल भी किया. इस बीच सरकार ने किसानों की मांगों पर चर्चा करने के लिए चंडीगढ़ में आज तीसरे दौर की बातचीत बुलाई जिसके बाद किसान नेता बातचीत के लिए चंडीगढ़ पहुंचे.
बैठक से बनेगी बात ? : चंडीगढ़ के सेक्टर 26 के महात्मा गांधी स्टेट इंस्टिट्यूट ऑफ़ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में किसान नेताओं से बातचीत जारी है. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा और केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय सरकार की ओर से बातचीत में शामिल है. पंजाब के सीएम भगवंत मान भी बैठक में मौजूद है. केंद्रीय मंत्रियों के मीटिंग वेन्यू पर पहुंचने से पहले पंजाब के सीएम भगवंत मान और किसान नेताओं की करीब 40 मिनट तक बातचीत हुई.
किसान नेता भी बैठक के लिए पहुंचे : जगजीत सिंह डल्लेवाल समेत कई किसान नेता बातचीत के लिए पहुंचे हुए हैं. किसान नेताओं ने कहा है कि अगर केंद्र सरकार सकारात्मक सोच के साथ आगे आएगी, तभी बातचीत का फायदा है. इस बीच सेक्टर 26 के महात्मा गांधी स्टेट इंस्टिट्यूट ऑफ़ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतज़ाम किए गए हैं. पिछली बैठक के दौरान हथियारों के साथ निहंग सिख पहुंच गए थे जो किसान नेता से बातचीत के बाद वापस लौट गए थे. इसी को देखते हुए सुरक्षा-व्यवस्था को इस बार और ज्यादा मजबूत किया गया है.
MSP और कर्ज माफी पर फंसा पेंच : पिछले दो दौर की बातचीत की बात की जाए तो कई मांगों को लेकर किसानों और सरकार में सहमति बन गई थी लेकिन एमएसपी और कर्ज माफी को लेकर पेंच फंस गया था. ऐसे में देखना होगा कि क्या इस बार की बातचीत से कोई रास्ता निकलता है या नहीं. उम्मीद की जानी चाहिए कि बातचीत का कोई सकारात्मक निष्कर्ष निकले और आंदोलन के चलते आम लोगों को हो रही परेशानियां खत्म हो सके.
"रास्ता जरूर निकलना चाहिए" : बैठक से पहले सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि बैठक से कोई रास्ता जरूर निकलेगा. आंदोलन लंबा चलना किसी के लिए भी ठीक नहीं है. ना तो ये पंजाब के किसानों के लिए ठीक है और ना ही हरियाणा के लोगों के लिए ठीक है. मिल बैठकर रास्ता निकाला जाना चाहिए.
मोबाइल इंटरनेट पर पाबंदी बढ़ी : हरियाणा में किसान आंदोलन के चलते इंटरनेट सेवाएं 2 दिन और बंद रहेगी. 17 फरवरी को रात 12 बजे तक इंटरनेट सेवा बंद करने के हरियाणा सरकार ने आदेश जारी कर दिए हैं. अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद रहेंगी.
डीजीपी की अपील : वहीं किसानों के आंदोलन को देखते हुए हरियाणा के पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत सिंह कपूर ने आम लोगों से अपील करते हुए कहा है कि रूट डायवर्जन प्लान के लिए वे हरियाणा पुलिस का सोशल मीडिया अकाउंट चेक करते रहें और अनावश्यक यात्रा करने से बचे. साथ ही अफवाहों पर ध्यान ना दें.
उपद्रव करने वालों की तस्वीरें जारी : हरियाणा पुलिस ने अंबाला के शंभू बॉर्डर में उपद्रव करने वाले किसानों की तस्वीरें और वीडियो जारी किए हैं जिसमें कुछ किसान पुलिस की और पथराव करते हुए दिखाई दे रहे हैं. हरियाणा पुलिस ने ये वीडियो और तस्वीरें जारी करके आम लोगों से इन उपद्रवियों की पहचान करवाने में मदद करने की अपील की है.
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