नई दिल्ली: मशहूर लोक गायिका पद्म भूषण शारदा सिन्हा का निधन हो गया है. रात 9.20 मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस ली. एम्स की चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर निरुपम मदान ने इसकी जानकारी दी. दिल्ली एम्स में उनका इलाज चल रहा था. उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था. शारदा सिन्हा के पुत्र अंशुमान सिन्हा ने निधन से पहले जानकारी दी थी कि उनकी मां को वेंटिलेटर पर रखा गया है और अब उनके चाहने वालों की दुआ की जरूरत है.
25 अक्टूबर से एम्स में थी भर्तीः शारदा सिन्हा साल 2017 से Multiple Myeloma की बीमारी से ग्रस्त हैं. बीते 25 अक्टूबर को तबीयत बिगड़ने पर एम्स के कैंसर सेंटर मेडिकल आंकालोजी वार्ड में भर्ती कराया गया था. मेडिकल आंकोलाजी विभाग के डॉक्टर की देखरेख में उनका इलाज चल रहा था.
दिल्ली: प्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन, उन्हें इलाज के लिए दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था। pic.twitter.com/hDWROcDVwu
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 5, 2024
शारदा सिन्हा का जन्म 1 अक्टूबर 1952 में सुपौल जिले के हुलसा गांव में हुआ. उन्होंने बीएड और संगीत से एमए किया हुआ है. शारदा सिन्हा का ससुराल बेगूसराय जिले के सिहमा गांव में है. शारदा सिन्हा हमेशा से छठ पूजा के गीतों से जुड़ी रही हैं. उन्होंने केलवा के पात पर उगेलन सूरजमल झुके झुके और सुनअ छठी माई जैसे कई लोकप्रिय छठ गीत गाए हैं.
प्रसिद्ध लोकगायिका शारदा सिन्हा जी के निधन की खबर बहुत दुखद है। उन्होंने अपने संगीत से हमारी सांस्कृतिक धरोहर को संजोने का काम किया।
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ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दें। https://t.co/0jgvhX1gne
प्रसिद्ध लोकगायिका शारदा सिन्हा जी के निधन की खबर बहुत दुखद है। उन्होंने अपने संगीत से हमारी सांस्कृतिक धरोहर को संजोने का काम किया. ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दें. आतिशी, मुख्यमंत्री दिल्ली
शारदा सिन्हा को बिहार कोकिला के अलावा भोजपुरी कोकिला, भिखारी ठाकुर सम्मान, बिहार गौरव, बिहार रत्न, मिथिला विभूति सहित कई अन्य सम्मानों के साथ पद्मश्री और पद्मविभूषण जैसे सम्मान प्राप्त किए. शारदा सिन्हा समस्तीपुर महिला कॉलेज में संगीत विभाग की विभागाध्यक्ष के पद पर थीं. शारजा सिन्हा अब तक भोजपुरी, बज्जिका, मगही और मैथिली भाषा में विवाह और छठ के सैकड़ों पारंपरिक गीत गा चुकी हैं.
शारदा सिन्हा को साल 2018 में 69वें गणतंत्र दिवस के मौके पर भारत के तीसरे सबसे बड़े नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था. छठ पूजा पर आधारित गीत हो दीनानाथ का उनका मैथिली संस्करण कई लोगों द्वारा खूब सराहा गया.