नई दिल्ली: दिल्ली के अलीपुर इलाके में गुरुवार शाम पेंट फैक्ट्री में आग लगने की घटना में 11 लोगों की मौत हो गई. इस हादसे में फैक्ट्री के मालिक 62 वर्षीय अशोक जैन की भी जान चली गई. हादसे के वक्त वह फैक्ट्री के अंदर ही मौजूद थे. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी से मिली जानकारी के अनुसार अशोक जैन को जब उन्हें निकाला गया तो वह कुर्सी पर बैठे हुए अवस्था में मिले.
पुलिस के मुताबिक, 11 मृतकों में से आठ लोगों की पहचान हो चुकी है. मृतकों में अशोक कुमार जैन पुत्र ओमप्रकाश जैन, राम सूरत सिंह पुत्र मुखलाल सिंह, विशाल गौंड पुत्र कैलाश गौंड, अनिल ठाकुर पुत्र राम बाबू ठाकुर, पंकज कुमार पुत्र कनौजी लाल, शुभम पुत्र राजू, मीरा पुत्री जयचंद निवासी विजय पाल और बृज किशोर पुत्र देवता प्रसाद शामिल हैं. वहीं, अभी भी तीन मृतकों का पहचान होना बाकी है. पुलिस लगातार शिनाख्त के लिए पूछताछ कर रही है.
फैक्ट्री में पेंट बनाने और रिफिलिंग का काम होता था: अलीपुर इलाके में जिस फैक्ट्री में आग लगी थी उसमें पेंट बनाने और रिफिलिंग का काम होता था. जिस वक्त आग लगी उसके करीब आधे घंटे पहले ही 15 चाय फैक्ट्री में भेजी गई थी. फैक्ट्री के अंदर अभी तक 11 लोगों की मौत की खबर है. जबकि इस घटना छह लोग घायल हुए हैं, जिनका उपचार किया जा रहा है.
अग्निकांड के पीड़ितों के लिए मुआवजे का ऐलान: अलीपुर अग्निकांड के बाद सीएम अरविंद केजरीवाल ने अलीपुर का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया. इस दौरान सीएम ने मुआवजे की घोषणा की. मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपए, गंभीर रूप से घायलों को 2 लाख रुपए और मामूली घायलों को 20 हजार रुपए. नुकसान की भरपाई के लिए पॉलिसी के अनुसार आंकलन किया जाएगा.
कई किलोमीटर तक देखा गया था गुबार: गुरुवार शाम करीब पांच अलीपुर में स्थित पेंट की फैक्ट्री(जिसे गोदाम के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता था) में भीषण आग लग गई थी. फैक्ट्री के बाद आग ने आसपास की दुकानों को भी अपनी चपेट में ले लिया. पहले इसकी चपेट में आने से छह लोगों की मौत की बात सामने आई थी, जिसकी संख्या बाद में बढ़कर 11 हो गई.
स्थानीय लोगों ने बताया कि घटना के दौरान धुंए का गुबार कई किलोमीटर तक देखा गया. फैक्ट्री के पास ही स्थित नशामुक्ति केंद्र व आसपास की दुकानों सहित कई वाहन भी आग की चपेट में आ गए. आग इतनी भीषण थी कि दमकल विभाग ने काफी देर तक कूलिंग का काम किया.