झुंझुनू. भारतीय जनता पार्टी ने झुंझुनू लोकसभा सीट से निवर्तमान सांसद नरेंद्र खीचड़ का टिकट काटकर शुभकरण चौधरी को अपना प्रत्याशी बनाया है. शुभकरण चौधरी हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में उदयपुरवाटी से भाजपा प्रत्याशी थे, लेकिन उन्हें नजदीकी मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा था. अब लोकसभा चुनाव में वे भाजपा की ओर से मैदान में हैं और उसी आत्मविश्वास से चुनाव प्रचार में जुटे हैं. जब हमने उनसे इस आत्मविश्वास का कारण पूछा, तो उन्होंने बताया कि चुनाव में हार जीत चलती रहती है और विधानसभा चुनाव में उन्हें बेहद मामूली अंतर से ही चुनाव हारना पड़ा था. अब मोदी के परिवार से हैं और इसलिए उनका आत्मविश्वास वैसा का वैसा है.
इसलिए गुढ़ा मेरे स्टार प्रचारक : उदयपुरवाटी से पूर्व विधायक और राजस्थान की राजनीति में लाल डायरी प्रकरण से चर्चित राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने झुंझुनू लोकसभा सीट में एक नारा दिया है कि 'मोदी तुमसे बैर नहीं और जातिवादी नेता शुभकरण चौधरी तुम्हारी खैर नहीं'. इस बारे में जब शुभकरण चौधरी से सवाल पूछा, तो उन्होंने कहा कि दरअसल राजेंद्र सिंह गुढ़ा तो मेरे स्टार प्रचारक बन गए हैं. जहां वे जा रहे हैं, वहां मेरे वोट लगातार बढ़ते जा रहे हैं, ऐसा मुझे फीडबैक मिल रहा है कि उनके जाने से भाजपा को वोटों की बढ़त मिल रही है. दरअसल उदयपुरवाटी विधानसभा में किसानों और सामंतों के बीच संघर्ष का एक लंबा इतिहास रहा है. शुभकरण चौधरी किसान समुदाय से आते हैं और राजेंद्र सिंह गुढ़ा राजपूत समुदाय से हैं. इसलिए हर चुनाव में उनके बीच एक लंबी जुबानी जंग चलती रही है.
झुंझुनू वोट क्यों दें : अग्निवीर योजना का असर सैनिक बाहुल्य जिला झुंझुनू में कितना है इस सवाल पर उन्होंने कहा कि अब जल्दी ही 25 की जगह 50% अग्निवीरों को स्थाई करने की योजना है. इसके साथ ही बाकी बचे हुए युवाओं को भी पैरामिलिट्री फोर्स में एडजस्ट किया जाएगा. उम्र के इस पड़ाव में यदि सेना में अस्थाई नौकरी भी मिलती है और 20-25 लाख रुपए भी मिलते हैं, तो यह बहुत अच्छा है और गलत दिशा में जाने से युवाओं को बचाता है. वहीं, एमएसपी के सवाल उन्होंने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्थिति ऐसी कर दी है कि किसानों की फसल एमएसपी से ज्यादा पहले ही बिक रही है. सड़कों पर आंदोलन करने से कुछ नहीं होता है.
झुंझुनू का बड़ा नुकसान किया ओला परिवार ने : वहीं, अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के प्रत्याशी विजेंद्र ओला पर हमला बोलते हुए शुभकरण चौधरी ने कहा कि जिले का सबसे बड़ा नुकसान उनके परिवार ने ही किया है. विजेंद्र ओला के पिता शीशराम ओला खनन मंत्री थे और उस समय कॉपर खेतड़ी का प्रोजेक्ट बंद कर दिया गया. यही कारण है कि भारतीय जनता पार्टी के स्थापना के बाद से ही लगातार खेतड़ी की जनता लोकसभा चुनाव में उनको वहां से बढ़त देती है.