होजाई (असम) : असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि 'मैं हमेशा धार्मिक ध्रुवीकरण करता हूं. इसमें नया क्या है? इसमें कुछ भी गलत नहीं है. क्योंकि मेरा धार्मिक ध्रुवीकरण क्या है-हिंदुओं का कोई अपमान नहीं होगा. अगर इसे ध्रुवीकरण कहा जाता है, तो मैं ध्रुवीकरण करूंगा. क्या हिंदुओं के अधिकारों के लिए आवाज उठाना धार्मिक ध्रुवीकरण है?'
मुख्यमंत्री ने रविवार को दोपहर में काकी में एक चुनाव प्रचार रैली में हिस्सा लिया. उन्होंने मंच पर आकर बीजेपी के चुनावी थीम गानों की धुन पर डांस किया और अपने भाषण में बीजेपी की योजनाओं के बारे में मौजूद लोगों को जानकारी दी. उन्होंने लोगों से लोकसभा चुनाव में कमल के फूल पर वोट देकर नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने की अपील भी की.
रविवार को बोहाग (असमिया कैलेंडर का पहला महीना) के पहले दिन काकी की चुनाव प्रचार रैली में जनता की उपस्थिति से प्रभावित होकर मुख्यमंत्री ने कहा कि लोग बिहू त्योहार में भाग लेने के अलावा लोकतंत्र के त्योहार में भी भाग ले रहे हैं.
चुनाव प्रचार रैली में मुख्यमंत्री ने कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई पर भी हमला बोलते हुए कहा, 'गौरव गोगोई के नमाज पढ़ने जाने पर हमें कोई आपत्ति नहीं है. मुद्दा यह है कि वह राम मंदिर क्यों नहीं जाते? कांग्रेस की राजनीति हिंदुओं का अपमान करना है.'
इसके साथ ही उन्होंने अखिल गोगोई पर कटाक्ष करते हुए मीडिया से कहा कि क्या किसी ने गोगोई को किसी दिन कामाख्या मंदिर जाते देखा. मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, 'मुख्यमंत्री बनने के बाद से मैं काम कर रहा हूं और ठीक से सोया नहीं हूं.'