नारायणपुर: दंतेवाड़ा सीमा से लगे अबूझमाड़ के ओरछा ब्लॉक के रेकावाया और हितुल के जंगलों में सुरक्षाबलों और नक्सलियों की बड़ी मुठभेड़ चल रही है. मुठभेड़ के साथ ही सर्च ऑपरेशन भी चलाया जा रहा है. अब तक 7 वर्दीधारी नक्सलियों के शव बरामद हुए हैं. बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने पुष्टि की है.
अबूझमाड़ में बड़ी संख्या में नक्सलियों की सूचना: दंतेवाड़ा एसपी गौरव राय ने बताया कि अबूझमाड़ के दक्षिणी क्षेत्र में पूर्वी बस्तर डिवीजन और इंद्रावती एरिया कमेटी के माओवादियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी. इस सूचना पर नक्सल विरोधी सर्च अभियान संचालित किया गया है. इस अभियान के तहत 10 दिसंबर को नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बस्तर और कोंडागांव जिले की DRG टीम के साथ एसटीएफ और सीआरपीएफ की संयुक्त पार्टी को दक्षिण अबूझमाड़ क्षेत्र में रवाना हुई. आज सुबह 3 बजे से 4 जिलों का संयुक्त नक्सल ऑपरेशन चल रहा है. नारायणपुर और दंतेवाड़ा एसपी ने मुठभेड़ की पुष्टि की है. बताया गया कि दक्षिण अबूझमाड़ में 50 से 60 इंद्रावती एरिया कमेटी के नक्सलियों के होने की सूचना मिली थी. जिसके बाद ज्वाइंट एक्शन फोर्स को भेजा गया.
आज 12 दिसंबर की सुबह 3 बजे से जवानों और माओवादियों के बीच रुक-रुक कर मुठभेड़ हो रही है. मुठभेड़ के बाद इलाके में सर्चिंग अभियान जारी है. ऑपरेशन खत्म होने के बाद पूरी जानकारी दी जाएगी.: गौरव राय, दंतेवाड़ा एसपी
अमित शाह के दौरे से पहले नक्सली एनकाउंटर: 15 दिसंबर को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बस्तर के दौरे पर आ रहे हैं. शाह के बस्तर दौरे से पहले फोर्स एक्टिव हो गई है. पुलिस को सूचना मिली थी कि माड़ इलाके में भारी संख्या में नक्सली मौजूद हैं. इसी सूचना के आधार पर 4 जिलों से करीब 1 हजार से ज्यादा जवानों को ऑपरेशन के लिए रवाना किया गया है.
बस्तर में साल 2024 में मुठभेड़: बस्तर संभाग में साल 2024 में अब तक जवानों और माओवादियों के बीच हुए मुठभेड़ों में 207 नक्सलियों को मार गिराया गया है. जिनके शव पुलिस ने बरामद किया है. साथ ही बड़ी संख्या में अत्याधुनिक हथियारों को भी बरामद किया है. जिसमें LMG, Ak-47, इंसास, एसएलआर व माओवादियों के बनाए हथियार भी शामिल हैं. मारे गए माओवादियों में DKSZC, DVCM, ACM कमांडर सहित अन्य कैडर के नक्सली शामिल हैं.
भारत में हाल के दिनों में माओवादियों की प्रमुख मुठभेड़:
चार अक्टूबर 2024: 4 अक्टूबर की मुठभेड़ में 38 नक्सली मारे गए, सबसे ज्यादा मौतें हुईं. छत्तीसगढ़ के 24 साल के इतिहास में एक ही ऑपरेशन में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में माओवादी ढेर हुए. मारे गए नक्सलियों पर कुल 2.62 करोड़ रुपये का इनाम. यह मुठभेड़ अबूझमाड़ इलाके में हुई. नारायणपुर-दंतेवाड़ा जिले की सीमा पर थुलथुली और नेंदुर गांवों के बीच जंगल में हुई मुठभेड़ में राज्य पुलिस की जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की संयुक्त टीम ऑपरेशन में शामिल थी.
17 जुलाई 2024: महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में छह घंटे तक चली मुठभेड़ में 12 माओवादी मारे गए. कई स्वचालित हथियार भी बरामद किये गये. महाराष्ट्र पुलिस ने बड़े पैमाने पर अभियान चलाया. सुबह करीब 10 बजे गढ़चिरौली में वंडोली के पास छत्तीसगढ़ सीमा के करीब 15 माओवादियों के डेरा डालने की सूचना मिली थी.
10 मई 2024: छत्तीसगढ़ में सुरक्षाकर्मियों के साथ मुठभेड़ में 12 नक्सली मारे गए. बीजापुर एसपी और दंतेवाड़ा डीआइजी के मुताबिक बारह नक्सली 12 घंटे से ज्यादा समय तक चली मुठभेड़ में मारे गए. भारी मात्रा में हथियार और मौके से गोला बारूद बरामद किया गया. बीजापुर जिले में पिड़िया के पास जंगल में गोलीबारी हुई. गंगालूर पुलिस थाने की सीमा के अंतर्गत एक गांव में जब सुरक्षाकर्मियों की एक टीम विरोधी अभियान पर निकली थी, उस दौरान ये मुठभेड़ हुई.
16 अप्रैल 2024: बस्तर के कांकेर में सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ में कम से कम 29 माओवादियों को मार गिराया. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक माओवादी 5 अप्रैल से बीनागुंडा इलाके में डेरा डाले हुए थे.मारे गए माओवादियों में सीनियर कमांडर शंकर राव, ललिता और विनोद गावड़े भी शामिल थे, जिनपर कुल मिलाकर 24 रुपये का इनाम था.
13 नवंबर 2021: महाराष्ट्र पुलिस के साथ भीषण मुठभेड़ के दौरान 26 माओवादी मारे गए. महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में धनोरा के पास जंगल में यह मुठभेड़ हुई.
23 अप्रैल 2018 : महाराष्ट्र में गढ़चिरौली पुलिस ने दो अलग-अलग मुठभेड़ों में 40 माओवादियों को मार गिराया. एटापल्ली तहसील के बोरिया-कसनासुर क्षेत्र में 34 माओवादी मारे गए, वहीं अहेरी तहसील में भागते समय छह माओवादियों को गोली मार दी गई.
24 से 27 अक्टूबर 2016: पुलिस के मुताबिक 24, 25 और 27 अक्टूबर को माओवादियों के 30 कैडर मारे गए. ओडिशा के मलकानगिरी जिले में चित्रकोंडा बांध के करीब पूर्वी घाट के अंदरूनी हिस्से में आंध्र प्रदेश के ग्रेहाउंड्स द्वारा ओडिशा पुलिस के साथ संयुक्त रूप से ऑपरेशन चलाया गया.
21 नवंबर 2014 : मुठभेड़ में कम से कम 15 माओवादी मारे गए और 25 गंभीर रूप से घायल हो गए. दक्षिण छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में चिंतागुफा के पास मुठभेड़ हुई थी.
29 जून 2012: सीआरपीएफ की बड़ी कार्रवाई में एक महिला समेत कम से कम 20 नक्सली मारे गए. छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा के घने जंगलों में यह मुठभेड़ हुई.
10 जुलाई 2007: भीषण मुठभेड़ में कम से कम 20 माओवादी मारे गए और नौ सुरक्षाकर्मी घायल हो गए. छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले के जंगल में यह मुठभेड़ हुई.