कोरबा: कुदमुरा फॉरेस्ट रेंज में हाथी ने एक महिला को कुचल दिया. महिला अपने पति के साथ घर लौट रही थी. घटना के वक्त मृतक महिला के पति ने किसी तरह से भागकर अपनी जान बचाई. महिला भागने में नाकाम रही और हाथी ने उसे अपनी चपेट में ले लिया. वन विभाग की ओर से महिला के पति को 25 हजार की आर्थिक मदद दी है. महिला की मौत के बाद से गांव में मातम का माहौल है. गांव वालों का कहना है कि पति पत्नी दोनों बीज लेने के लिए जा रहे थे.
हाथी ने ली महिला की जान: वन विभाग के मुताबिक महिला योदा बाई कुंवर अपने पति के साथ गिरारी गांव जा रहे थे. रास्ते में जगल का रास्ता था. पति पत्नी जब कुदमुरा वन रेंज के इलाके में पहुंचे तो अचानक से उनके सामने एक हाथी आ गया. दोनों कुछ समझ पाते उससे पहले हाथी उनके करीब पहुंच गया. पति ने किसी तरह से भागकर अपनी जान बचा ली. घबराहट के चलते पत्नी मौके से भाग नहीं सकी. हाथी ने महिला को कुचल दिया जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. वन विभाग की टीम ने महिला के शव को मौके से बरामद कर लिया है.
वन विभाग ने दी आर्थिक मदद: महिला की मौत के बाद वन विभाग की टीम ने पीड़ित परिवार को 25 हजार की आर्थिक मदद दी है. वन विभाग की ओर से बताया गया है कि जल्द ही प्रभावित परिवार को 5 लाख 75 हजार की बाकी आर्थिक मदद दे दी जाएगी.
''घटना सोमवार की सुबह की है. महिला यादो बाई और उसका पति वृक्ष राम कंवर गिरारी गांव जा रहे थे तभी हाथी ने महिला को कुचल दिया. घटना में महिला की मौत हो गई है. वन विभाग के नियमों के मुताबिक पीड़ित परिवार को अभी 25 हजार की नकद राशि मदद के तौर पर सौंपी गई है. बाकी की राशि जल्द ही परिवार को दे दी जाएगी''. - वन अधिकारी, कुदमुरा वन रेंज
धरमजयगढ़ वन मंडल से एक हाथी गिरारी में दाखिल हुआ. बीती रात को ही हाथी गिरारी पहुंचा था. सुबह के वक्त पति और पत्नी दोनों जंगल के रास्ते गांव जा रहे थे तभी हाथी से उनका सामना हो गया. वन विभाग की ओर से जो भी मदद दी जा सकती है वो कार्रवाई की जा रही है. संभावना है कि हाथी फिर से धरमजयगढ़ की ओर चला गया है. - अरविंद पीएम, डीएफओ, कोरबा
हाथियों ने तीन साल में ली 260 लोगों की जान: सरगुजाा, रायगढ़, कोरबा, सूरजपुर, महासमुंद, धमतरी, गरियाबंद, बालोद और बलरामपुर जैसे जिले हाथी प्रभावित जिले हैं. इन जिलों में लंबे वक्त से हाथियों का आतंक बना हुआ है. वनों का घनापन कम होने के बाद हाथी लगातार रिहायशी इलाकों की ओर भी मूव करने लगे हैं. वन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक बीते तीन सालों में छत्तीसगढ़ में 260 लोगों की मौत हाथियों के चलते हो चुकी है.