नई दिल्ली: मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने शनिवार को कहा कि 97 करोड़ से अधिक मतदाता लोकसभा चुनाव में अपने मताधिकार का उपयोग करने के पात्र हैं और सभी को लोकतंत्र के इस महापर्व में हिस्सा लेना चाहिए. लोकसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा के दौरान संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कुमार ने कहा कि निर्वाचन आयोग देश भर में 10.5 लाख मतदान केंद्र स्थापित करने की तैयारी कर रहा है. इस दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त के साथ दो नए चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू भी थे.
उन्होंने कहा, 'हम पूरी तरह से तैयार हैं और मैं मतदाताओं से मतदान में हिस्सा लेने का अनुरोध करता हूं. उनका कहना था, 'यह हम सभी के लिए एक ऐतिहासिक अवसर है.' कुमार ने कहा कि आयोग राष्ट्रीय चुनाव को इस तरह से कराने का वादा करता है जिससे विश्व मंच पर भारत का गौरव बढ़े. कुमार ने कहा, 'सभी राज्यों में स्थिति का आकलन करने के बाद हम एक यादगार, स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने को लेकर आश्वस्त हैं.' उन्होंने बताया, 'हमारे पास 97 करोड़ पंजीकृत मतदाता हैं, 1.5 करोड़ कर्मियों द्वारा संचालित 10.5 लाख से अधिक मतदान केंद्र होंगे और 55 लाख ईवीएम होंगी.' कुमार के अनुसार, आयोग ने 17 लोकसभा चुनाव, 16 राष्ट्रपति चुनाव और 400 से अधिक विधानसभा चुनाव कराए हैं.
सीईसी ने कहा कि 97.8 करोड़ पात्र मतदाता हैं जिनमें से 49.72 करोड़ पुरुष मतदाता और 47.1 करोड़ महिला मतदाता हैं. उन्होंने बताया कि 1.82 करोड़ पहली बार मतदाता हैं. उन्होंने कहा कि पिछले 11 राज्यों के चुनाव शांतिपूर्ण और हिंसा मुक्त थे और लगभग शून्य पुनर्मतदान हुए थे. उन्होंने कहा कि आगे चलकर इसमें और सुधार किया जाएगा. वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में सात चरणों में मतदान हुआ था. कुल 91.2 करोड़ पात्र मतदाता थे जिनमें लगभग 43.8 करोड़ महिला मतदाता और लगभग 47.3 करोड़ पुरुष मतदाता थे.
कुल करीब 61.5 करोड़ वोट पड़े थे और मतदान प्रतिशत 67.4 फीसदी रहा था. पिछले लोकसभा चुनाव में प्रमुख राजनीतिक दलों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 303 सीटें, कांग्रेस ने 52 और तृणमूल कांग्रेस ने 22 सीट जीती थी.