लखनऊ: दिव्यागों को कृत्रिम अंग वितरण घोटाले में ईडी ने बड़ी कार्रवाई की है. ईडी ने डॉ. जाकिर हुसैन मेमोरियल ट्रस्ट की सम्पत्तियों को अटैच किया है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ट्रस्ट की 15 सम्पत्ति को ईडी ने अटैच किया है. जिन सम्पत्तियों को अटैच किया गया है, उसकी कीमत 29.51 लाख है. ईडी ने लाखों की सम्पत्ति के साथ साथ चार बैंक अकाउंट को भी अटैच किया है.
डॉ. जाकिर हुसैन मेमोरियल ट्रस्ट की प्रोजेक्ट डायरेक्टर लूईस खुर्शीद हैं. लूईस खुर्शीद पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद की पत्नी हैं. बताते चलें कि उत्तर प्रदेश में वर्ष 2009 से लेकर वर्ष 2010 तक कृत्रिम अंग व साइकिल बांटने के बाटने के नाम पर बड़े पैमाने पर घोटाला किया गया था. इस घोटाले को लेकर ईडी जांच कर रही थी. पिछले दिनों जांच के दौरान लूईस खुर्शीद का नाम सामने आया था. वहीं अब ईडी ने कार्रवाई करते हुए डॉ. जाकिर हुसैन मेमोरियल ट्रस्ट की सम्पत्ति व बैंक अकाउंट अटैच किए हैं.
दिव्यांगों को कृतिम यंत्र देने के नाम पर हुआ था घोटाला
वर्ष 2009-10 में सलमान खुर्शीद की पत्नी लुईस खुर्शीद की ट्रस्ट डॉ. जाकिर हुसैन मेमोरियल को केंद्र सरकार ने लगभग 71 लाख रुपए की सब्सिडी दिव्यांगजनों को बांटने के लिए कृत्रिम अंग और उपकरण बांटने के लिए दी थी. इस सब्सिडी के पैसों में फर्जीवाड़ा होने पर बरेली, शाहजहांपुर, बुलंदशहर समेत कई जिलों में एफआईआर दर्ज की गई. जिसमें ट्रस्ट की परियोजना निदेशक लुईस खुर्शीद और सचिव मोहम्मद अतहर फारुकी को नामजद किया गया था. डॉ. जाकिर हुसैन मेमोरियल ट्रस्ट को 17 जिलों में कैंप लगाकर दिव्यांगजनों को कृत्रिम अंग और उपकरण देने थे, लेकिन, आरोप है कि ट्रस्ट द्वारा कई जिलों के विभागीय अधिकारियों की फर्जी मोहर और साइन बनाकर सब्सिडी की रकम हड़प ली गई. शासन ने इसकी जांच ईओडब्ल्यू को दी थी. वहीं प्रवर्तन निदेशालय ईडी ने भी पुलिस में दर्ज एफआईआर के आधार पर ट्रस्ट व उसके पदाधिकारियों के खिलाफ मनी लॉन्डिंग का केस दर्ज किया था. पिछले फरवरी में ईडी लूईस के बयान भी दर्ज कराए थे.