नई दिल्ली: नरेंद्र मोदी रविवार को लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनकर पंडित जवाहरलाल नेहरू के रिकॉर्ड की बराबरी कर लेंगे. नई सरकार के शपथ ग्रहण में बीजेपी की ओर से अमित शाह, राजनाथ सिंह जैसे शीर्ष नेताओं का नए मंत्रिमंडल में शामिल होना तय माना जा रहा है. मोदी सरकार में अभी तक जिस तरह दिल्ली के सांसदों की भागीदारी रही है, उसे देखते हुए यह चर्चा है कि इस बार भी दिल्ली के सात सांसदों में से कम से कम एक सांसद को केंद्र की मंत्रिमंडल में अहम जिम्मेदारी मिल सकती है.
सियासी गलियारे में नवनिर्वाचित सांसद हर्ष मल्होत्रा और बांसुरी स्वराज के नाम की चर्चा जोरों पर हो रही है. जातीय समीकरण को ध्यान में रखते हुए पूर्वी दिल्ली से सांसद हर्ष मल्होत्रा को शामिल करने के कयास लगाए जा रहे हैं. रविवार को हर्ष मल्होत्रा पीएम आवास पर हुई बैठक में भी शामिल हुए हैं. इससे चर्चा और गरम हो गई है. मोदी सरकार के पहले और दूसरे कार्यकाल में भी पूर्वी दिल्ली से सांसद रहे डॉ. हर्षवर्धन को मोदी कैबिनेट में जगह मिली थी.
दूसरी तरफ पहली बार दिल्ली की सातों सीट पर हुए लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने दो महिला प्रत्याशियों को टिकट दिया था. लोकसभा का चुनाव लड़ने वाली इन दोनों महिलाओं के लिए यह पहला मौका था कि वह क्षेत्र की जनता का संसद में प्रतिनिधित्व करें. इसमें बांसुरी स्वराज का अभी तक कोई राजनीतिक अनुभव नहीं था और पार्टी में वह चंद महीने से ही सक्रीय हुई थीं. पार्टी ने भरोसा जताते हुए उन्हें लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए नई दिल्ली जैसे अहम सीट से उतारा और वह पार्टी की उम्मीदों पर खरी भी उतरीं.
वहीं मनोज तिवारी एकमात्र ऐसे बीजेपी सांसद रहे, जिनपर पार्टी ने तीसरी बार भरोसा जताते हुए टिकट दिया था. मनोज तिवारी ने अपने प्रतिद्वंद्वी कन्हैया कुमार को भारी मतों से पराजित किया चुनाव के दौरान इस हॉट सीट को लेकर कयास लगाए जा रहे थे कि यह कांग्रेस जीत सकती है. हालांकि जिस तरह मनोज तिवारी ने कन्हैया कुमार को शिकस्त दी, उससे भी मनोज तिवारी को मंत्रीमंडल में शामिल किए जाने की चर्चा जोरों पर है. हालांकि अभी तक मोदी सरकार में उन्हें कैबिनेट से इतर जिम्मेदारी ही मिलती रही है.
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बता दें कि बीजेपी सरकार में वर्ष 2014 से लेकर अभी तक दिल्ली से सिर्फ एक सांसद को मंत्री बनाया गया है. इसलिए माना जा रहा है कि इस बार भी मोदी सरकार में दिल्ली से किसी एक को मंत्री बनाया जाएगा. नरेंद्र मोदी वर्ष 2014 में जब प्रधानमंत्री बने थे, तो उन्होंने चांदनी चौक से सांसद बने डॉ. हर्षवर्धन को अपने मंत्रिमंडल में शामिल किया था. वर्ष 2019 में जब दोबारा बीजेपी की सरकार बनी तब भी डॉ. हर्षवर्धन कैबिनेट में शामिल थे. लेकिन बीच में डॉक्टर हर्षवर्धन को की जगह नई दिल्ली से सांसद मीनाक्षी लेखी को मंत्री बनाया गया. अब यह तीसरा मौका है जब मोदी सरकार के मंत्रिमंडल में मंत्री बनाए जाने को लेकर बीते कुछ दिनों से इन सांसदों के नाम की चर्चा चल रही है. ऐसे में जब प्रधानमंत्री रविवार शाम नरेंद्र मोदी जब लगातार तीसरी बार पीएम पद की शपथ लेंगे और उनकी कैबिनेट को शपथ दिलाएंगे, तब सब की नजरें दिल्ली के इन सांसदों पर भी टिकी होंगी.
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