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धारवाड़ सीट : प्रह्लाद जोशी VS दिंगलेश्वर स्वामी, 2004 में जोशी के खिलाफ माते महादेवी ने भी लड़ा था चुनाव - Dharwad constituency - DHARWAD CONSTITUENCY

Dharwad constituency : लोकसभा चुनाव में कर्नाटक की धारवाड़ सीट चर्चा में है. यहां केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी के खिलाफ लिंगायत संत दिंगलेश्वर स्वामी ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का एलान किया है. ऐसे में मुकाबला रोचक हो गया है.

Dharwad constituency
प्रह्लाद जोशी VS दिंगलेश्वर स्वामी
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Apr 11, 2024, 5:20 PM IST

हुबली (कर्नाटक): धारवाड़ लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का चुनावी घमासान और तेज हो गया है क्योंकि शिरहट्टी भावैक्यता महासंस्थान पीठ के फकीर दिंगलेश्वर स्वामीजी (Fakira Dingaleshwar Swami) ने घोषणा की है कि वह एक गैर-पार्टी उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगे. कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधी टक्कर के बीच अब मुकाबला केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी बनाम दिंगलेश्वर स्वामीजी हो गया है.

दिंगलेश्वर स्वामीजी, जिन्होंने हाल ही में बेंगलुरु में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की थी. उन्होंने घोषणा की कि वह गैर-पार्टी उम्मीदवार के रूप में धारवाड़ लोकसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार और वर्तमान केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे.

इसी के चलते लगातार चार बार जीत चुके केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी का मुकाबला एक स्वामी जी से है. यह पहली बार नहीं है कि जोशी स्वामीजी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं. दूसरी बार कोई संत चुनावी मैदान में उतर रहा है.

इससे पहले 2004 में माते महादेवी (महिला जगद्गुरु, भारतीय लिंगायत समुदाय की आध्यात्मिक प्रमुख) ने कन्नड़ नाडु पार्टी से प्रह्लाद जोशी के खिलाफ चुनाव लड़ा था. अब तीन चुनावों के बाद दिंगलेश्वर स्वामीजी, जोशी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं.

स्वामीजी के प्रवेश से धारवाड़ लोकसभा क्षेत्र में त्रिकोणीय मुकाबला होने के संकेत मिल रहे हैं. 2004 में जब प्रह्लाद जोशी पहली बार मैदान में उतरे थे तब भी ऐसी ही स्थिति थी.

तब माते महादेवी हार गई थीं: 2004 में प्रह्लाद जोशी 3,85,084 वोट पाकर जीते थे. कांग्रेस से चुनाव लड़े बीएस पाटिल को 3,02,006 वोट मिले थे. कन्नड़ नाडु पार्टी से चुनाव लड़ने वाली जगद्गुरु माते महादेवी को केवल 27,610 वोट मिले थे. अब दिंगलेश्वर स्वामीजी चुनावी मैदान में उतर रहे हैं. इससे यहां मुकाबला रोचक हो गया है.

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2004 में माते महादेवी ने भी लड़ा था चुनाव

कितने लिंगायत वोट?: वैसे तो धारवाड़ सीट पर बीजेपी और कांग्रेस सीधे प्रतिद्वंद्वी हैं, लेकिन अब दिंगलेश्वर स्वामी की एंट्री से किस पार्टी को नफा-नुकसान होगा, इसका हिसाब-किताब शुरू हो गया है. इस सीट पर 20 फीसदी लिंगायत मतदाता हैं. सवाल उठता है कि लिंगायत किसे वोट देंगे. चुनाव लड़ने के फैसले की घोषणा के मौके पर स्वामीजी ने आरोप लगाया कि लिंगायत नेताओं की उपेक्षा की जा रही है.

उन्होंने कहा कि उन्हें उचित दर्जा नहीं मिल रहा है. आंकड़े बताते हैं कि लिंगायतों ने आम तौर पर हर बार बीजेपी का पक्ष लिया है. अब यह उत्सुकता है कि दिंगलेश्वर स्वामीजी लिंगायतों और अन्य लोगों के वोटों को किस हद तक आकर्षित करेंगे.

स्वामीजी को कांग्रेस का समर्थन?: डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने बुधवार को धारवाड़ में दिंगलेश्वर स्वामीजी के लोकसभा चुनाव लड़ने पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, 'हमने धारवाड़ में अपने उम्मीदवारों को अंतिम रूप दे दिया है. हमने विनोद आसुति को टिकट दिया है. टिकट देने के बाद दो बार मत सोचो. स्वामी जी के प्रति मेरे मन में आदर है. हमारा उम्मीदवार उपयुक्त है. हालांकि दबाव जारी है. इस पर मैं और सीएम बैठ कर बात करेंगे. इसके बाद हम इसे आलाकमान के ध्यान में लाएंगे और निर्णय लेंगे.'

धारवाड़ के लिंगायत नेताओं ने क्या कहा?: हाल ही में स्वामीजी के चुनाव लड़ने पर टिप्पणी करने वाले धारवाड़ जिले के प्रमुख लिंगायत नेताओं ने प्रह्लाद जोशी के पक्ष में बात की. कुंडागोला विधायक एमआर पाटिल, हुबली-धारवाड़ केंद्रीय निर्वाचन क्षेत्र के विधायक महेश तेंगिनाकाई और हुबली-धारवाड़ पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के विधायक अरविंदा बेलाडा ने जोशी के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया.

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संत दिंगलेश्वर ने जोशी के खिलाफ निर्दलीय लड़ने का किया एलान, लगाया लिंगायतों की उपेक्षा का आरोप

हुबली (कर्नाटक): धारवाड़ लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का चुनावी घमासान और तेज हो गया है क्योंकि शिरहट्टी भावैक्यता महासंस्थान पीठ के फकीर दिंगलेश्वर स्वामीजी (Fakira Dingaleshwar Swami) ने घोषणा की है कि वह एक गैर-पार्टी उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगे. कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधी टक्कर के बीच अब मुकाबला केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी बनाम दिंगलेश्वर स्वामीजी हो गया है.

दिंगलेश्वर स्वामीजी, जिन्होंने हाल ही में बेंगलुरु में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की थी. उन्होंने घोषणा की कि वह गैर-पार्टी उम्मीदवार के रूप में धारवाड़ लोकसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार और वर्तमान केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे.

इसी के चलते लगातार चार बार जीत चुके केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी का मुकाबला एक स्वामी जी से है. यह पहली बार नहीं है कि जोशी स्वामीजी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं. दूसरी बार कोई संत चुनावी मैदान में उतर रहा है.

इससे पहले 2004 में माते महादेवी (महिला जगद्गुरु, भारतीय लिंगायत समुदाय की आध्यात्मिक प्रमुख) ने कन्नड़ नाडु पार्टी से प्रह्लाद जोशी के खिलाफ चुनाव लड़ा था. अब तीन चुनावों के बाद दिंगलेश्वर स्वामीजी, जोशी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं.

स्वामीजी के प्रवेश से धारवाड़ लोकसभा क्षेत्र में त्रिकोणीय मुकाबला होने के संकेत मिल रहे हैं. 2004 में जब प्रह्लाद जोशी पहली बार मैदान में उतरे थे तब भी ऐसी ही स्थिति थी.

तब माते महादेवी हार गई थीं: 2004 में प्रह्लाद जोशी 3,85,084 वोट पाकर जीते थे. कांग्रेस से चुनाव लड़े बीएस पाटिल को 3,02,006 वोट मिले थे. कन्नड़ नाडु पार्टी से चुनाव लड़ने वाली जगद्गुरु माते महादेवी को केवल 27,610 वोट मिले थे. अब दिंगलेश्वर स्वामीजी चुनावी मैदान में उतर रहे हैं. इससे यहां मुकाबला रोचक हो गया है.

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2004 में माते महादेवी ने भी लड़ा था चुनाव

कितने लिंगायत वोट?: वैसे तो धारवाड़ सीट पर बीजेपी और कांग्रेस सीधे प्रतिद्वंद्वी हैं, लेकिन अब दिंगलेश्वर स्वामी की एंट्री से किस पार्टी को नफा-नुकसान होगा, इसका हिसाब-किताब शुरू हो गया है. इस सीट पर 20 फीसदी लिंगायत मतदाता हैं. सवाल उठता है कि लिंगायत किसे वोट देंगे. चुनाव लड़ने के फैसले की घोषणा के मौके पर स्वामीजी ने आरोप लगाया कि लिंगायत नेताओं की उपेक्षा की जा रही है.

उन्होंने कहा कि उन्हें उचित दर्जा नहीं मिल रहा है. आंकड़े बताते हैं कि लिंगायतों ने आम तौर पर हर बार बीजेपी का पक्ष लिया है. अब यह उत्सुकता है कि दिंगलेश्वर स्वामीजी लिंगायतों और अन्य लोगों के वोटों को किस हद तक आकर्षित करेंगे.

स्वामीजी को कांग्रेस का समर्थन?: डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने बुधवार को धारवाड़ में दिंगलेश्वर स्वामीजी के लोकसभा चुनाव लड़ने पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, 'हमने धारवाड़ में अपने उम्मीदवारों को अंतिम रूप दे दिया है. हमने विनोद आसुति को टिकट दिया है. टिकट देने के बाद दो बार मत सोचो. स्वामी जी के प्रति मेरे मन में आदर है. हमारा उम्मीदवार उपयुक्त है. हालांकि दबाव जारी है. इस पर मैं और सीएम बैठ कर बात करेंगे. इसके बाद हम इसे आलाकमान के ध्यान में लाएंगे और निर्णय लेंगे.'

धारवाड़ के लिंगायत नेताओं ने क्या कहा?: हाल ही में स्वामीजी के चुनाव लड़ने पर टिप्पणी करने वाले धारवाड़ जिले के प्रमुख लिंगायत नेताओं ने प्रह्लाद जोशी के पक्ष में बात की. कुंडागोला विधायक एमआर पाटिल, हुबली-धारवाड़ केंद्रीय निर्वाचन क्षेत्र के विधायक महेश तेंगिनाकाई और हुबली-धारवाड़ पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के विधायक अरविंदा बेलाडा ने जोशी के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया.

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