रायपुर: छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री और गृहमंत्री विजय शर्मा ने अपने बस्तर दौरे को लेकर महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की. विजय शर्मा ने दावा किया है हिड़मा के गांव पूवर्ती और पालनार जैसे गांवों में अब नक्सलिज्म का कोई नामोनिशान नहीं बचा है.वहां रहने वाले आदिवासी ग्रामीण सभी विकास के पथ पर चलना चाहते हैं.
हिड़मा के गांव भी पहुंचे डिप्टी सीएम : विजय शर्मा पूवर्ती गांव का अनुभव साझा करते हुए बताया कि यह गांव काफी दूरस्थ अंचल में है. इसके बाद छत्तीसगढ़ की सीमा समाप्त हो जाती है. गांव में पहुंचकर आम लोगों से भी बातचीत की गांव के लोगों में विकास को लेकर ललक देखने को मिली. गांव वालों ने डिप्टी सीएम विजय शर्मा से गांव में बिजली और सड़क बनाने की मांग की.विजय शर्मा ने दावा किया कि जिन नक्सल प्रभावित गांवों की हम बात किया करते थे वहां अब तस्वीर बदल चुकी है. ना ही कोई जानना चाहता है और ना ही कोई पहचानना चाहता है. सब के सब विकास के मार्ग पर सरपट दौड़ जाना चाहते हैं. गांव के बच्चे और ग्रामीण जनों में भी विकास को लेकर ललक देखने को मिली.
''काफी सीधे और भोले भाले ग्रामीण हैं. जब उनके हाथ में संसाधन होगा तो हमारे तरफ चलने वाले संसाधन से ज्यादा चलने वाला होगा. ऐसे इलाकों में बस सेवा भी शुरू किया जाएगा .जहां पर पहले बस चला करती थी. आने वाले दिनों में बस्तर शांत होगा और सरपट दौड़ता हुआ दिखाई देगा.''- विजय शर्मा, डिप्टी सीएम
बस्तर में शहीद हुए जवानों का बनेगा स्मारक : डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कहा कि 15 अगस्त के दौरान कुछ नक्सल पीड़ित परिवारों से भी हमने मुलाकात की है. उन्होंने बताया कि "बस्तर के साथ ही छत्तीसगढ़ के अन्य जिलों में जो जवान शहीद हुए हैं उनके नाम से एक स्मारक बनाया जाएगा. इसकी लिस्टिंग तैयार की जा रही है.सभी स्मारक लगभग 1 साल में बनकर तैयार हो जाएंगे. जवानों के लिए बनाए जाने वाले स्मारक की हाइट लगभग 5 फीट की होगी, जिसमें ऊपर छतरी लगी होगी पूरे डिटेल होंगे और उनकी मूर्ति भी होगी.
पालनार गांव में 78 साल बाद आई सरकार, नक्सलगढ़ वासियों के चेहरों में लौटी रौनक