छत्रपति संभाजीनगर: लोकसभा चुनाव के चलते सभी पार्टियां एक दूसरे को कड़ा मुकाबला देने के लिए प्रचार में जुटी हैं. राजनीतिक दल विमानों और हेलीकॉप्टरों को प्रमुख उपकरणों के रूप में उपयोग करके मतदाताओं से जुड़ने के अपने प्रयास तेज कर रहे हैं. इसके कारण, इन विमानों की मांग पहले से कहीं अधिक बढ़ गई है.
निर्विक एविएशन के निदेशक सुबोध जाधव ने बताया कि हेलीकॉप्टर उन पार्टियों ने डेढ़ साल पहले खरीदा था. फिलहाल राज्य में प्रतिदिन 40 से 50 विमान उड़ान भर रहे हैं, ये एक दिन में 4 से 5 घंटे तक उड़ान भर सकते हैं. उसी तरह योजना बनाकर हेलीकॉप्टर उड़ान भर रहे हैं. एविएशन कंपनी की ओर से यह भी कहा गया कि इसके लिए दो दिन पहले ही प्लानिंग करनी होगी.
चुनाव प्रचार के लिए दिग्गज नेता जल्द से जल्द एक जगह से दूसरी जगह जाने की योजना बनाते हैं. लगभग सभी राजनीतिक दल तेज यात्रा के लिए हेलीकॉप्टर को विकल्प के रूप में चुनते हैं. इसी अवधि में फ्लाइट लेने का किराया 30 फीसदी तक बढ़ गया है. मौजूदा समय में चार सीटर और दस सीटर दो तरह के हेलीकॉप्टर की मांग है. वर्तमान में 4 सीटों वाले हेलीकॉप्टरों की दर 4 से 5 लाख रुपये प्रति घंटा और दस सीटों वाले हेलीकॉप्टरों की दर 5 से 6 लाख रुपये प्रति घंटे है. निर्विक एविएशन के निदेशक सुबोध जाधव ने कहा कि अप्रैल और मई के महीनों में, राज्य के सभी हेलीकॉप्टर आरक्षित हैं. अधिकांश उड़ानें प्रत्येक राज्य में सत्तारूढ़ दल के नेताओं के लिए आरक्षित हैं.
चुनाव में स्टार प्रचारक सभाओं में जाने के लिए हेलीकाप्टर और हवाई जहाज का सबसे अधिक उपयोग कर रहे हैं. उड़ान भरने के लिए साधनों की उपलब्धता अधिक है. राजनीतिक दल बैठकों में नेताओं की भागीदारी की योजना बनाते हैं, जैसे योजना हो तो हेलीकॉप्टर एक दिन में 600 से 700 किलोमीटर तक उड़ान भर सकते हैं. प्रोफेशनल मंदार भारदे ने कहा कि पहले से ही आरक्षित होने के कारण तत्काल सुविधाएं उपलब्ध कराना संभव नहीं है.