नई दिल्लीः पेयजल संकट से जूझ रही दिल्ली को इस समस्या से निजात मिलती नहीं दिख रही है. लोगों को अभी और पेयजल संकट से जूझना पड़ सकता है. पेयजल संकट के समाधान के लिए चंडीगढ गई दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों की टीम मंगलवार देर रात वापस लौटी. दिल्ली की जल मंत्री आतिशी का कहना है कि बैठक में मानवीय आधार पर भी हरियाणा सरकार ने दिल्ली को अतिरिक्त पानी देने से इनकार कर दिया है.
दिल्ली पिछले एक माह से अधिक समय से पेयजल संकट से जूझ रही है. दिल्ली सरकार यह दावा करती है कि हरियाणा से यमुना नदी में कम पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे दिल्ली में यह पेयजल संकट खड़ा हुआ है. इस समस्या के समाधान के लिए दिल्ली सरकार के तीन वरिष्ठ अधिकारी अतिरिक्त मुख्य सचिव मनीष गुप्ता, डीजेबी के सीईओ ए अनबरसु और नोडल सीई जल एसएल मीना ने मंगलवार को हरियाणा सरकार के प्रमुख सचिव (जल संसाधन) के साथ उच्च-स्तरीय बैठक की.
मीटिंग के बाद क्या बोलीं आतिशी
दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी का कहना है कि दिल्ली सरकार के अधिकारियों ने हरियाणा सरकार से मानवता के नाते अतिरिक्त पानी छोड़ने का अनुरोध किया, जिससे राजधानी दिल्ली में पानी की समस्या को कम की जा सके, लेकिन हरियाणा सरकार ने दिल्ली को इस समय अतिरिक्त पानी देने में असमर्थता जताते हुए इन्कार कर दिया.
अभी भी हरियाणा सरकार से पानी देने की अपील
दिल्ली की जल मंत्री आतिशी ने कहा कि यमुना के पानी के समान वितरण के बारे में चर्चा को हीट वेव के बाद तक स्थगित किया जा सकता है. इस आपातकाल से निपटना हमारी प्राथमिकता है. हीट वेव ने एक गंभीर स्थिति पैदा कर दी है. हम मानवीय आधार पर अभी भी पानी छोड़ने के लिए हरियाणा सरकार से अपील कर रहे हैं. जिससे दिल्ली के लोगों को पानी की कमी के कारण अत्यधिक तकलीफ को कम किया जा सके.
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