नई दिल्ली: दिल्ली दंगे की आरोपी और मुस्तफाबाद विधानसभा के एआइएमआइएम प्रत्याशी ताहिर हुसैन को स्टडी पैरोल मिलने के बाद सुबह तकरीबन 10 बजे भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मुस्तफाबाद लाया गया. मुस्तफाबाद में वह अपने चुनावी कार्यालय में पहुंचे. जहां वह उन्होंने कार्यकर्ताओं से मुलाकात की. चुनावी कार्यालय में कार्यकर्ताओं से बातचीत के बाद वह चुनाव प्रचार पर निकल चुके हैं.
आपको बता दे की दिल्ली के दंगे में आरोपी ताहिर हुसैन को ए आई एम आई एम ने दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए मुस्तफाबाद विधानसभा सीट से अपना प्रत्याशी बनाया है.
कोर्ट की शर्तों का पालन जरूरी: चुनाव प्रचार के लिए ताहिर हुसैन ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. शीर्ष अदालत ने मंगलवार को ताहिर हुसैन को कस्टडी पैरोल का आदेश दिया था. कोर्ट ने हुसैन को निर्धारित समय के दौरान दिन मैं बाहर निकालने और रात को जेल लौटने की शर्त रखी है. 29 जनवरी से 3 फरवरी तक वह पुलिस कस्टडी में चुनाव प्रचार कर सकेंगे. इस दौरान, उन्हें कोर्ट की ओर से लगाई गई शर्तों का पालन करना होगा.
अंकित शर्मा की हत्या का आरोप: 24 दिसंबर 2024 को आईबी अधिकारी अंकित शर्मा की हत्या के मामले में ताहिर हुसैन की ओर से दायर जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया था. इसी जमानत याचिका में नई याचिका दायर कर ताहिर हुसैन ने चुनाव प्रचार के लिए अंतरिम जमानत की मांग की थी. ताहिर हुसैन को एआईएमआईएम की ओर से उत्तर-पूर्वी दिल्ली के मुस्तफाबाद से उम्मीदवार बनाया गया है. ताहिर हुसैन की ओर से पेश वकील तारा नरूला ने कहा कि इस मामले में ट्रायल शुरू हो चुका है और अभियोजन पक्ष के 114 गवाहों में से अब तक 20 गवाहों का परीक्षण किया गया है. ऐसे में ट्रायल जल्द पूरी होने की संभावना नहीं है. उन्होंने कहा कि ताहिर हुसैन चार साल नौ महीने से ज्यादा समय से हिरासत में हैं.
फरवरी 2020 का है मामला: 26 फरवरी 2020 को आईबी अधिकारी अंकित शर्मा के पिता रविंद्र कुमार दयालपुर थाने आए और कहा कि उनका बेटा 25 फरवरी को अपने दफ्तर से लौटकर शाम को कुछ सामान खरीदने गया था. जब अंकित शर्मा बहुत देर तक नहीं आए तो उनके पिता ने कई जगह खोजा और अस्पतालों में भी गए. रात तक इंतजार करने के बाद उन्होंने गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाई. उसके बाद उन्हें कुछ लड़कों ने बताया कि एक लड़के को मारकर खजूरी खास नाले में फेंक दिया गया है. उसी नाले से अंकित शर्मा का शव निकाला गया.
जानें दिल्ली में कब होगी वोटिंग और काउंटिंग? बता दें कि दिल्ली में कुल 70 विधानसभा क्षेत्र हैं. निर्वाचन आयोग ने घोषणा की है कि 5 फरवरी को विधानसभा चुनाव 2025 की वोटिंग होगी, और 8 फरवरी को काउंटिंग होगी. चुनाव की घोषणा से पहले ही दिल्ली में सियासी सरगर्मी तेज हैं. इसी बीच राजनीतिक पार्टियों का अरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी जारी है. भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच यह सिलसिला लगातार जारी है.