दुर्ग: भिलाई की रहने वाली जोगी दीपिका आखिरकार अपने घर खुर्सीपार पहुंच गई. घर पहुंचते ही पति और बच्चों ने उसका जोरदार स्वागत किया. विधायक रिकेश सेन खुद उनके स्वागत के लिए पहुंचे थे. अपने घर पहुंचने के बाद दीपिका ने कहा कि उसने अपनी जिंदगी में बड़ी भूल की जो वो काम के लिए विदेश गई. दीपिका ने बताया कि जिस घर में वो काम के लिए गई थी वहां पर परिवार में 50ओमान में बंधक महिला वापस भिलाई पहुंची, देर रात रायपुर में पति और वैशाली नगर विधायक ने किया रिसीव से ज्यादा लोग रहते थे. जब वो काम के लिए मना करती थी तो उसके साथ मारपीट की जाती थी. दीपिका हैदराबाद के एजेंट के जरिए ओमान गई थी.
पैसे की जरूरत के चलते मुझे विदेश जाना पड़ा. हैदराबाद के जिस दलाल ने मुझे भेजा था उसने कहा था कि बस उसे खाना पकाना है. जिस घर में उसे काम करना है वो एक छोटा परिवार है. जब मैं वहां गई तो देखा कि वहां पचास से ज्यादा लोगों का परिवार है. सभी के लिए मुझे ही खाना पकाना पड़ता था. मैंने परिवार के मुखिया और हैदराबाद के दलाल अबदुल्ला को फोन कर बताया कि उसने मुझे झूठ बोलकर यहां भेजा है. हैदराबाद के एजेंट ने मदद करने के बजाए मुझे धमकी दी कि जो करना है कर लो अब तो तुम्हें वहीं रहना होगा. मेरी जैसी कई महिलाएं वहां फंसी हैं. मैं शुक्रगुजार हूं भारत सरकार और विधायक रिकेश सेन का जिसने मुझे छुड़वाने में मदद की. सबसे ज्यादा मदद छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री विजय शर्मा ने की. सभी मदद से आज मैं वापस अपने बच्चों के पास पहुंच पाई हूं - जोगी दीपिका, ओमान से लौटी महिला
वीडियो जारी कर मांगी थी मदद: घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के चलते दीपिका ने विदेश में काम करने का फैसला लिया था. दीपिका अपने दो छोटे छोटे बच्चों को छोड़कर हैदराबाद के दलाल के जरिए ओमान गई थी. जिस परिवार के यहां दीपिका काम करती थी वो परिवार उसे टॉर्चर करने लगा. पीड़ित दीपिका ने किसी तरह से मोबाइल फोन के जरिए मदद का वीडियो बनाकर अपने पति को भेजा. पति ने वीडियो देखने के बाद केंद्र और राज्य सरकार सहित स्थानीय विधायक से मदद मांगी. स्थानीय विधायक ने तुरंत इस बात की जानकारी गृहमंत्री को दी. जिसके बाद महिला को ओमान से भारत लाया जा सका.