लखनऊ : 1993 में आई फिल्म 'डर' किसे नहीं याद होगी. नायिका किरण के पीछे सनकी राहुल उसका हर वक्त पीछा करता है, उसे कॉल करता है. हमेशा अहसास कराता कि वह आसपास ही है. सिरफिरे का किरदार शाहरुख खान ने बखूबी निभाया था. लेकिन वह एक फिल्म थी, मगर इस पागलपन को शिरडी, महाराष्ट्र के दीपेश ठाकुर ने हकीकत में बदल कर रख दिया. चर्चित कथावाचक जया किशोरी का वह बीते दो वर्षों से हर जगह पीछा करता रहा. जिस फ्लाइट से कथावाचक कहीं जातीं, उसी का टिकट वह सनकी भी करा लेता. जिस होटल में कथावाचक रुकतीं, वह भी उसी होटल में रुक जाता. इस युवक की दहशत इस कदर थी कि कथावाचक को हर वक्त यही डर रहता कि किसी कार्यक्रम में वह आकर हंगामा न करने लगे. आखिरकार सिरफिरा पुलिस के हत्थे चढ़ गया.
पहली बार महाराष्ट्र में कथावाचक को देखा
पुलिस के मुताबिक, वर्ष 2021 में महाराष्ट्र में कथावाचक जया किशोरी का एक कार्यक्रम था. वहां वहां शिरडी, महाराष्ट्र का 27 वर्षीय दीपेश ठाकुर भी मौजूद था. हालांकि दीपेश इससे पहले ही जया किशोरी के नाम से वाकिफ था और सोशल मीडिया पर उनकी स्पीच देख चुका था, लेकिन ये पहली बार था जब दीपेश कथावाचक को सामने से देख रहा था. इसके बाद उसने जया किशोरी से जुड़ी हर जानकारी जुटानी शुरू कर दी. सोशल मीडिया या फिर वेबसाइट से जया किशोरी के कार्यक्रमों को जानकारी लेने लगा. जया के साथ उनके ग्रुप के लोगों की जानकारी भी उसने निकाल ली थी. पुलिस के मुताबिक दीपेश ठाकुर कथावाचक जया किशोरी का बीते दो वर्षों से पीछा कर रहा था. दीपेश के दो भाई अफ्रीका के घाना में व्यापार करते हैं और वह खुद शिरडी में ही अपने पिता के होटल को चलाता है. इसके अलावा वह खुद बीकॉम की पढ़ाई भी पढ़ रहा है.
फ्लाइट, होटल हर जगह करता था पीछा
जया किशोरी ने एक निजी यूट्यूब चैनल पर इंटरव्यू के दौरान कहा- मैं तो उसका नाम तक नहीं जानती थी, लेकिन एक कार्यक्रम के दौरान वह अचानक पब्लिक के बीच से उठा और उनका नाम जोर जोर से लेकर अपना नाम बताने लगा. वह उनके हर कार्यक्रम में पहुंचने लगा. उनसे मिलने की जिद लेकर बैठ गया, क्योंकि उसके तरीके काफी डरावने थे, इसलिए वह उससे नहीं मिलीं. ऐसे में वह दूसरा तरीका अपनाकर परेशान करने लगा. दीपेश ने जया किशोरी के हर कार्यक्रम की जानकारियां जुटाईं. जैसे वह किस फ्लाइट से जा रही हैं, किस होटल में रुकेंगी आदि. जया बताती हैं कि वह जिस होटल में रुकती थीं, आरोपी भी उसी होटल में रूम बुक करवाता था. जिस फ्लाइट से जाती थीं, वह भी उसी फ्लाइट का टिकट बुक करवाता था.
जब पहली बार जया ने सनकी के खिलाफ की शिकायत
जया बताती हैं -बीते वर्ष जुलाई में वे कोलकाता से जयपुर जा रही थीं. इसी फ्लाइट में उस युवक ने भी टिकट करा लिए थे. अचानक वह उनका नाम जोर-जोर से लेने लगा. फिर बार-बार उनकी सीट के पास आने की कोशिश करने लगा. जब उन्होंने इसका विरोध किया तो एक सनकी व्यक्ति की तरह उसने कहा कि पीछा तो नही छोडूंगा, घर तक आऊंगा. इसके बाद उन्होंने तय कर लिया कि अब इसकी शिकायत करनी होगी. पहली बार जया किशोरी ने आरोपी के खिलाफ पुलिस में शिकायत की थी. इसके बाद हैदराबाद, जालंधर, समेत कई शहरों में कथाओं में जया किशोरी के पीछे-पीछे दीपेश पहुंचता और अपने सनकीपन के चलते जया किशोरी को परेशान करता.
पुलिस अफसरों के सामने भी नहीं डरा सनकी आशिक
दीपेश का ये पागलपन पुलिस अधिकारियों के सामने भी देखने को मिला. 20 फरवरी को लखनऊ के गन्ना संस्थान में महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन का कार्यक्रम था. मौके पर कई पुलिस अफसर मौजूद थे. इस कार्यक्रम में मोटिवेशनल स्पीकर जया किशोरी भी मौजूद थीं. कार्यक्रम शुरू ही हुआ था कि अचानक दीपेश ठाकुर उनसे मिलने के लिए स्टेज की ओर बढ़ने लगा, जिसे देख कर जया किशोरी डर गईं. हालांकि तब तक पुलिसकर्मियों ने उसे पकड़ लिया और आखिरकार उसे जेल भेज दिया गया. कथावाचक के रिश्तेदार दीपक ओझा के मुताबिक 20 फरवरी को जब जया किशोरी को फिर से सिरफिरे ने परेशान किया तो हमने उसके पकड़े जाने के बाद हजरतगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया.
पुलिस ने कहा- जरूरत पड़ी तो रिमांड पर लेंगे
सिरफिरे के पकड़े जाने के बाद पुलिस उसकी पिछली गतिविधियों के बारे में जानकारी जुटा रही है. हजरतगंज इंस्पेक्टर विक्रम सिंह के मुताबिक कथावाचक को परेशान करने वाले आरोपी दीपेश ठाकुर को जेल भेज दिया गया था. पुलिस उसके बारे में छानबीन कर रही है. जरूरत पड़ी तो दीपेश को रिमांड पर लेकर भी पूछताछ की जाएगी.