ETV Bharat / bharat

तूफान रेमल से घबराएं नहीं, बस ये रखें सावधानियां - CYCLONE REMAL - CYCLONE REMAL

CYCLONE REMAL : समुद्री तूफान रेमल पूर्वोत्तर में प्रवेश कर चुका है. रविवार रात से रेमल का असम में कुछ प्रभाव रहा है. हालांकि रेमल को लेकर घबराने की बजाय कुछ सावधानियां बरतनी होंगी. राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने इस संबंध में बरती जाने वाली सावधानियों के संबंध में कुछ सुझाव दिए हैं. ईटीवी भारत असम ने नगांव फायर ब्रिगेड अधिकारी थोनेश्वर बोरा से खास बातचीत की है.

CYCLONE REMAL
नाविकों को भी दी सलाह (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : May 27, 2024, 9:22 PM IST

Updated : May 27, 2024, 9:54 PM IST

नगांव: तूफान रेमल को लेकर घबराने की बजाय कुछ सावधानियां बरतें. राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने आम जनता द्वारा बरती जाने वाली सावधानियों पर पहले ही एक नोटिस जारी कर दिया है. आपदा प्रबंधन विभाग ने लोगों को जलाशयों में जाने से बचने की सलाह दी है.

आपदा प्रबंधन विभाग ने लोगों से कमजोर संरचनाओं वाले आवासों से बचने, भारी बारिश की संभावना वाले फसल वाले खेतों में उचित जल निकासी करने, बिजली गिरने की स्थिति में सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने और किसी भी आपातकालीन स्थिति में सहायता के लिए 112/1070/1077 पर कॉल करने का आग्रह किया है.

इसके अलावा, लोगों को सलाह दी गई है कि जब तक उन्हें शिफ्ट होने की सलाह न दी जाए तब तक वे बाहर न जाएं, इस अवधि के दौरान किसानों को कृषि क्षेत्रों या खुले मैदानों में न जाने की सलाह दी गई है. मछुआरों को जल निकायों/नदियों में न जाने की सलाह दी गई है.

उनसे नाव आदि को सुरक्षित स्थानों पर बांधने का आग्रह किया गया है. किसी भी बिजली के तार को न छूने की सलाह दी गई है, क्योंकि इससे बिजली का झटका लग सकता है. बच्चों से चक्रवात के बारे में बात करें लेकिन उन्हें डराएं नहीं. क्षति से बचने के लिए कीमती सामान और दस्तावेज़ों को सुरक्षित स्थान पर रखने को कहा गया है. वहीं ब्लड ग्रुप की जानकारी रखनी चाहिए ताकि आपात स्थिति में तुरंत ब्लड ग्रुप की जानकारी दी जा सके.

ये सुझाव भी दिए : मिट्टी का तेल, मोमबत्तियां, माचिस, टॉर्चलाइट और अतिरिक्त बैटरियां घर पर संग्रहित की जानी चाहिए, दिव्यांग व्यक्तियों, बुजुर्गों और बच्चों का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए. सूखे भोजन सहित आवश्यक खाद्य पदार्थों को कम से कम सात दिनों के लिए स्टॉक करें, चेतावनी बुलेटिन सुनें और स्थानीय अधिकारियों के साथ संपर्क करें. अगर घर खाली करना है तो संपत्ति की सुरक्षा के लिए भी कदम उठाने चाहिए.

अतिरिक्त पेयजल का भण्डारण भी किया जाए ताकि किसी भी समय पेयजल की कमी न हो. नगांव फायर ब्रिगेड अधिकारी थोनेश्वर बोरा ने कहा कि इसके अलावा, यदि कोई व्यक्ति या परिवार खतरे में है, तो निश्चित सहायता के लिए निकटतम फायर ब्रिगेड से संपर्क करें. पीड़ितों को बचाने के लिए फायर ब्रिगेड 24 घंटे तैयार रहेगी.

ये भी पढ़ें

तूफान रेमल ने पश्चिम बंगाल में मचाई तबाही, 6 लोगों की मौत, भारी बारिश से जगह-जगह जलभराव

नगांव: तूफान रेमल को लेकर घबराने की बजाय कुछ सावधानियां बरतें. राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने आम जनता द्वारा बरती जाने वाली सावधानियों पर पहले ही एक नोटिस जारी कर दिया है. आपदा प्रबंधन विभाग ने लोगों को जलाशयों में जाने से बचने की सलाह दी है.

आपदा प्रबंधन विभाग ने लोगों से कमजोर संरचनाओं वाले आवासों से बचने, भारी बारिश की संभावना वाले फसल वाले खेतों में उचित जल निकासी करने, बिजली गिरने की स्थिति में सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने और किसी भी आपातकालीन स्थिति में सहायता के लिए 112/1070/1077 पर कॉल करने का आग्रह किया है.

इसके अलावा, लोगों को सलाह दी गई है कि जब तक उन्हें शिफ्ट होने की सलाह न दी जाए तब तक वे बाहर न जाएं, इस अवधि के दौरान किसानों को कृषि क्षेत्रों या खुले मैदानों में न जाने की सलाह दी गई है. मछुआरों को जल निकायों/नदियों में न जाने की सलाह दी गई है.

उनसे नाव आदि को सुरक्षित स्थानों पर बांधने का आग्रह किया गया है. किसी भी बिजली के तार को न छूने की सलाह दी गई है, क्योंकि इससे बिजली का झटका लग सकता है. बच्चों से चक्रवात के बारे में बात करें लेकिन उन्हें डराएं नहीं. क्षति से बचने के लिए कीमती सामान और दस्तावेज़ों को सुरक्षित स्थान पर रखने को कहा गया है. वहीं ब्लड ग्रुप की जानकारी रखनी चाहिए ताकि आपात स्थिति में तुरंत ब्लड ग्रुप की जानकारी दी जा सके.

ये सुझाव भी दिए : मिट्टी का तेल, मोमबत्तियां, माचिस, टॉर्चलाइट और अतिरिक्त बैटरियां घर पर संग्रहित की जानी चाहिए, दिव्यांग व्यक्तियों, बुजुर्गों और बच्चों का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए. सूखे भोजन सहित आवश्यक खाद्य पदार्थों को कम से कम सात दिनों के लिए स्टॉक करें, चेतावनी बुलेटिन सुनें और स्थानीय अधिकारियों के साथ संपर्क करें. अगर घर खाली करना है तो संपत्ति की सुरक्षा के लिए भी कदम उठाने चाहिए.

अतिरिक्त पेयजल का भण्डारण भी किया जाए ताकि किसी भी समय पेयजल की कमी न हो. नगांव फायर ब्रिगेड अधिकारी थोनेश्वर बोरा ने कहा कि इसके अलावा, यदि कोई व्यक्ति या परिवार खतरे में है, तो निश्चित सहायता के लिए निकटतम फायर ब्रिगेड से संपर्क करें. पीड़ितों को बचाने के लिए फायर ब्रिगेड 24 घंटे तैयार रहेगी.

ये भी पढ़ें

तूफान रेमल ने पश्चिम बंगाल में मचाई तबाही, 6 लोगों की मौत, भारी बारिश से जगह-जगह जलभराव

Last Updated : May 27, 2024, 9:54 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.