कोरबा: ऊर्जाधानी के नाम से मशहूर कोरबा ऊर्जा के क्षेत्र में फिर एक बार नई इबारत लिखने को तैयार है. कटघोरा के घुचापुर इलाके में लिथियम का एक बड़ा भंडार जमीन के नीचे मिला है. भविष्य की ऊर्जा लिथियम का बड़ा भंडार मिलने की अहम जानकारी खुद जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने साझा की है. लिथिमय का बड़ा खदान मिलने के बाद अब उसकी निलामी की प्रक्रिया भी शुरु हो चुकी है. कटघोरा के लिथियम ब्लॉक के लिए ओला, वेदांता, जिंदल, श्री सीमेंट, अडाणी समूह, अल्ट्राटेक सीमेंट सहित कई बड़ी कंपनियों ने बोली लगाई है. अर्जेंटीना की एक कंपनी भी बिडिंग की प्रक्रिया में शामिल होगी. लिथियम का भंडार मिलने से कोरबा दुनिया के मानचित्र पर तो नजर आएगा ही रोजगार के सैंकड़ों द्वार भी खुलेंगे.
कटघोरा में होगा देश का पहला लीथियम खदान: केंद्रीय खान मंत्रालय की ओर से बुधवार को नीलामी की प्रक्रिया शुरू की गई. अभी सफल बोलीदाता का नाम सामने नहीं आया है. लिथियम के कटघोरा लिथियम REE ब्लॉक के लिए कंपोजिट लाइसेंस दिया जा रहा है. इसमें परीक्षण और खनन दोनों का ही अधिकार शामिल होगा. कटघोरा के साथ ही कश्मीर के रियासी स्थित लिथियम ब्लॉक की भी नीलामी प्रक्रिया शुरु हो चुकी है.
शुरुआती दौर में बोली लगाने वाले आगे नहीं आए: शुरुआती दौर में फिलहाल इसके लिए समुचित बोलीदार आगे नहीं आए हैं, जिसके चलते इसकी ऑनलाइन नीलामी प्रक्रिया को फिलहाल रोक दिए जाने की भी जानकारी है. यही कारण है कि कटघोरा लिथियम ब्लॉक में खनन पहले शुरू होने के कयास लगाये जा रहे हैं. लिहाजा कटघोरा में देश का पहला लिथियम खदान बन सकता है इसकी पूरी उम्मीद है.
रोजगार के बढ़ेंगे अवसर: लिथियम खदान शुरू होने पर सिर्फ कोरबा ही नही छत्तीसगढ़ और देश में समृद्धि के द्वार खुलेंगे. कटघोरा आधारभूत सुविधाओं से युक्त मैदानी इलाकों में शुमार है. भौगोलिक स्थिति बेहतर होने के चलते यहां निवेशकों का रुझान भी अधिक है. लिथियम खनन शुरू होने के बाद इससे जुड़ी कंपनियां काम शुरू कर देंगी. तकनीकी एक्सपर्ट और संसाधनों के विकास के लिए भी लोगों की आवश्यकता होगी. इससे रोजगार के मौके बढ़ेंगे और रेवेन्यू भी बढ़ेगा. प्रदेश में विकास के लिए तय राशि, रॉयल्टी और डीएमएफ के लिए भी इससे सहयोग मिलेगा जो हजारों करोड़ में होगा.
केंद्रीय खनन मंत्रालय ने शुरू की है नीलामी प्रक्रिया: केंद्रीय खान मंत्रालय ने REE(Rare Earth Element) या दुर्लभ पृथ्वी तत्व की श्रेणी में आने वाले देश भर के 20 खदानों की नीलामी प्रक्रिया शुरू की है. नीलामी में छत्तीसगढ़ के एकमात्र कटघोरा लिथियम ब्लॉक के साथ ही बिहार के 3, गुजरात में 1, झारखंड में 1, ओडिशा की 4 तमिलनाडु में 7, उत्तर प्रदेश में 2 और जम्मू-कश्मीर में 1 ब्लॉक की नीलामी ऑनलाइन की जा रही है. केंद्रीय खान मंत्री प्रहलाद जोशी ने भी ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है. केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि देश में दुर्लभ श्रेणी के 100 खदान चिन्हित किये गए हैं. इनमें से 20 ब्लॉक की नीलामी शुरू की जा रही है. जिसकी कीमत 45000 करोड है.
वैज्ञानिकों के मुताबिक लीथियम एक तरह का ऐसा पदार्थ होता है जिसे धातु के रूप में जानते हैं. इसका घनत्व कम होता है. रासायनिक दृष्टि से यह काफी अहम माना जाता है क्योंकि इसे छार धातु ग्रुप का माना गया है. लिथियम से बड़े पैमाने पर बैटरी बनाए जाते हैं. इसका उपयोग मोबाइल फोन, इलेक्ट्रिक व्हीकल, लैपटॉप, डिजिटल कैमरे और अन्य उपकरणों की बैटरी को बनाने में किया जाता है. कई तरह की रिचार्ज होने वाली बैटरियां भी इससे बनाई जाती है