देहरादून: उत्तराखंड में लंबे समय के बाद कोरोना ने दस्तक दी है. राजकीय दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय देहरादून में कोरोना के दो मरीज भर्ती किए गए हैं. दोनों मरीजों का इलाज आइसोलेशन वार्ड में चल रहा है. वहीं, इन दिनों ओपीडी में खांसी, जुकाम और वायरल फ्लू के मरीज भी बढ़ रहे हैं.
जानकारी के मुताबिक, दून के क्लेमनटाउन की रहने वाली 24 वर्षीय महिला को 28 फरवरी को अस्पताल में एडमिट कराया गया. दूसरी तरफ ग्रीन व्यू अमन विहार निवासी 62 वर्षीय पुरुष को 21 फरवरी को एडमिट कराया गया था. अस्पताल के मेडिकल सुपरीटेंडेंट डॉ अनुराग अग्रवाल के मुताबिक अस्पताल में कोरोना के दो मरीज भर्ती हैं. हालांकि दोनों मरीजों में कोविड वाले लक्ष्ण नहीं थे. लेकिन गाइडलाइन के अनुसार टेस्ट किए जाने पर दोनों मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई है.
उन्होंने बताया कि अस्पताल का दायित्व बनता है कि दोनों मरीजों को 5 से 7 दिन आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया जाए. ताकि रिकवर होने के बाद उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जाए. उन्होंने बताया कि दोनों मरीजों की कंडीशन स्टेबल बनी हुई है.
खांसी और बलगम के मरीजों की भी संख्या बढ़ी: दून अस्पताल की ओपीडी में मौसम बदलने के साथ ही खांसी और बलगम के मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है. विशेषज्ञ चिकित्सकों ने इस मौसम में लोगों को स्वास्थ्य के प्रति विशेष सावधानी बरतनी की सलाह दी है. अस्पताल के चेस्ट स्पेशलिस्ट और चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर अनुराग अग्रवाल के मुताबिक इस मौसम में सुबह, शाम ठंड और दिन में गर्मी का एहसास हो रहा है.
उन्होंने बताया कि स्वस्थ रहने के लिए शरीर में पानी की पर्याप्त मात्रा बनाए रखें और गर्म वस्त्र पहनना ना छोड़े. उन्होंने बताया कि 4 से 5 दिन की खांसी, बलगम के मरीज अस्पताल की ओपीडी में आ रहे हैं. इसके अलावा वायरल फ्लू बड़ी तेजी से फैल रहा है. इसलिए हफ्ते में दो से तीन केस स्वाइन फ्लू के भी पाए जा रहे हैं.
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