नई दिल्ली : कांग्रेस हरियाणा में अपनी पुरानी पार्टी की स्पष्ट जीत तथा केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में इंडिया गठबंधन को बढ़त मिलने से उत्साहित है. पार्टी ने इस अनुमानित जीत का श्रेय राहुल गांधी फैक्टर, मतदाताओं की बदलाव की इच्छा तथा सामाजिक कल्याण एजेंडे को दिया है. वरिष्ठ कांग्रेस और जम्मू-कश्मीर के लिए विशेष एआईसीसी पर्यवेक्षक शकील अहमद खान ने कहा कि हरियाणा और केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के बाद, इंडिया गठबंधन महाराष्ट्र और झारखंड में आगामी विधानसभा चुनावों में भी जीत हासिल करेगा.
उन्होंने कहा कि तीन राज्यों और सीमावर्ती केंद्र शासित प्रदेश में भाजपा की हार से केंद्र की मोदी सरकार को गहरा झटका लगेगा और 2024 के विधानसभा चुनावों में यह रुझान सही साबित होगा. उन्होंने कहा, 'एग्जिट पोल के नतीजे कमोबेश उम्मीद के मुताबिक ही हैं. हरियाणा के लोग 10 साल के सीधे भाजपा शासन से तंग आ चुके हैं और जम्मू-कश्मीर के लोग केंद्र के शासन की आड़ में 11 साल के अप्रत्यक्ष भगवा पार्टी शासन से तंग आ चुके हैं.' सीमावर्ती केंद्र शासित प्रदेश के मतदाता बहुत पीड़ित थे और प्रशासन में बदलाव चाहते थे. वे एक ऐसी सरकार चाहते थे जो उनकी बात सुने और उनकी समस्याओं का समाधान करे.
जम्मू-कश्मीर के मतदाताओं ने इंडिया गठबंधन का समर्थन करके शांति, सुरक्षा, सामाजिक सद्भाव और विकास का विकल्प चुना. वहीं हरियाणा के प्रभारी एआईसीसी सचिव मनोज चौहान ने ईटीवी भारत को बताया कि राज्य के नेताओं के बीच एकता और हमारे सामाजिक कल्याण एजेंडे ने मतदाताओं को आकर्षित किया, जिन्होंने देखा कि कैसे एक बार प्रगतिशील राज्य बेरोजगारी और अपराध दर में नंबर एक बन गया.
खान और चौहान दोनों इस बात पर सहमत थे कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी हरियाणा में 10 साल के अंतराल के बाद कांग्रेस की जीत और केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में इंडिया गठबंधन की बढ़त के पीछे एक प्रमुख कारक थे, जहां चुनाव विश्लेषकों ने त्रिशंकु विधानसभा का अनुमान लगाया था. उन्होंने कहा, 'राहुल गांधी की उपस्थिति ने स्थानीय नेताओं के प्रयासों के अलावा जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस के अभियान को निश्चित रूप से अतिरिक्त गति प्रदान की. लोकसभा चुनाव के दौरान इंडिया गठबंधन को आगे बढ़ाने में उनकी भूमिका ने मतदाताओं के मन पर गहरा प्रभाव डाला.' शकील अहमद खान ने कहा, 'देश भर में आम लोगों के मुद्दों को उठाने से केंद्र शासित प्रदेश के लोगों में उम्मीद जगी है, क्योंकि कांग्रेस ने अपनी सामाजिक गारंटी सूचीबद्ध की है.'
चौहान ने कहा, 'हमने भाजपा सरकार के खिलाफ व्यापक जनाक्रोश को महसूस किया और युवाओं को रोजगार, महिलाओं को सुरक्षा और किसानों की उपज का उचित मूल्य दिलाने की आवश्यकता पर बात करते रहे. हरियाणा में इस अभियान ने अच्छा प्रदर्शन किया.' जम्मू-कश्मीर के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पर्यवेक्षक ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि कांग्रेस, नेशनल कांफ्रेंस, पैंथर्स पार्टी और माकपा वाला इंडिया गठबंधन अपने दम पर सरकार बनाने में सक्षम होगा. साथ ही उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर यह समूह समान विचारधारा वाले दलों के लिए भी खुला रहेगा. खान ने कहा, 'मुझे लगता है कि हम अपने दम पर सरकार बनाएंगे, लेकिन 8 अक्टूबर को अंतिम आंकड़े आने के बाद जरूरत पड़ने पर हम किसी भी समान विचारधारा वाली पार्टी के लिए खुले रहेंगे. कांग्रेस-एनसी सरकार लोगों को राहत पहुंचाएगी.'
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