नई दिल्ली: कांग्रेस लोकसभा चुनाव 2024 के लिए 5 अप्रैल को अपना घोषणा पत्र जारी करेगी. पार्टी इसके बाद देश के विभिन्न हिस्सों में चुनावी सभाओं का आगाज करेगी.
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने शनिवार को कहा कि हमने 16 मार्च को अपना 'पांच न्याय', 'पच्चीस गारंटी' जारी की. देश भर में आठ करोड़ गारंटी कार्ड वितरित करने के लिए उसका 'घर-घर गारंटी' अभियान 3 अप्रैल से शुरू होगा. घोषणापत्र 5 अप्रैल को जारी किया जाएगा.
घोषणा पत्र 'जनता की आवाज'
कांग्रेस का घोषणा पत्र राष्ट्रव्यापी विचार-विमर्श के बाद तैयार किया है. ईमेल और हमारी 'आवाज भारत की' वेबसाइट के माध्यम से हजारों सुझाव मिले, उन्हें भी घोषणा पत्र में शामिल किया गया है. कांग्रेस का घोषणा पत्र जनता की आवाज को दर्शाता है.
भाजपा पर साधा निशाना
रमेश ने आरोप लगाया, 'बीजेपी का घोषणा पत्र, जो इस आखिरी क्षण में शुरू हुआ, केवल बक्सों पर टिक लगाने की एक प्रकिया है. यह उस अवमानना को दर्शाता है, जिसके साथ पार्टी जनता को देखती है. भाजपा आयकर दावा नोटिस भेजकर कांग्रेस को परेशान करने की कोशिश कर सकती है, लेकिन कांग्रेस न तो डर रही है और न ही धीमी हो रही है. हम तैयार हैं, हम जीतेंगे और हम विजयी होंगे'.
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश की यह टिप्पणी भाजपा द्वारा अपनी घोषणापत्र समिति गठित करने के बाद आई है, जिसमें वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संयोजक और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल सह-संयोजक हैं. कई अन्य केंद्रीय मंत्री, गुजरात, असम, मध्य प्रदेश जैसे राज्यों के मुख्यमंत्री, शिवराज सिंह चौहान और वसुंधरा राजे जैसे अनुभवी लोग समिति के सदस्यों में शामिल हैं.
भाजपा ने जारी किया घोषणा पत्र
भाजपा ने शनिवार को लोकसभा चुनाव के लिए अपना घोषणा पत्र तैयार करने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में 27 सदस्यीय समिति की घोषणा की. इसमें जिसमें कई केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री शामिल हैं.
पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राजनाथ सिंह 2019 चुनावों के लिए भी भाजपा की घोषणापत्र समिति के प्रमुख थे. मौजूदा पैनल में भी कई सदस्यों को दोबारा शामिल किया गया है. केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, अश्विनी वैष्णव, भूपेन्द्र यादव, किरण रिजिजू, अर्जुन मुंडा, अर्जुन राम मेघवाल, स्मृति ईरानी और राजीव चन्द्रशेखर के नाम शामिल हैं.