रांची: कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए पीएम मोदी के चुनावी भाषण की जमकर आलोचना की है. रांची में कांग्रेस भवन में मीडिया कर्मियों को संबोधित करते हुए सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को परिवारवाद पर बोलने का हक नहीं है.
सुप्रिया श्रीनेत ने पीएम को संबोधित करते हुए कहा कि परिवारवाद की बात आप करते हैं और 68 में से 33 टिकट अपने परिवार के लोगों को दिया है. हमें परिवारवाद पर आपत्ति नहीं है. जिसका परिवार होता है उसको परिवार की चिंता होती है जो परिवार की चिंता करता है वह आस पड़ोस के लोगों की भी चिंता करता है, बच्चों की चिंता करता है, युवाओं की चिंता करता है.
आपने अर्जुन मुंडा की पत्नी को टिकट दिया, आपने रघुवर दास की बहू को टिकट दिया, आपने चंपाई सोरेन के बेटे को टिकट दिया ऐसा कौन है जिसको आपने टिकट नहीं दिया. 33 टिकट आपने अपने परिवार से संबंधित लोगों को दिया और आप परिवारवाद की बात करिएगा. मेरा अपना मानना है जो कोई व्यक्ति जनता के माध्यम से चुनकर आ जाता है उस पर इस तरह का ठप्पा नहीं लगाना चाहिए.
जनता जिस पर मुहर अपने आशीर्वाद की लगा देती है वह लोकतांत्रिक तरीके से चुनकर आता है परिवारवाद कहकर आप जनता का मनोबल जनता के मताधिकार जनता के मत का अपमान करते हैं लेकिन क्योंकि आप परिवारवाद की बात करते हैं तो आज 33 टिकट की असलियत बता दीजिए आप. इन्हें क्यों और कैसे इनको दिया गया.
भाजपा के पास ना तो नीति है और ना ही विजन- सुप्रिया
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि असलियत यह है कि भाजपा के पास ना तो कोई नीति है ना कोई दृष्टि है ना कोई दृष्टिकोण है ना कोई व्यापक समझ है असलियत यह है कि उनको एक नेता भी इंपोर्ट करके लाना पड़ा जो एक सेफ सीट ढूंढते रहे और अब जो सीट मिली है वहां पर हारने की कगार पर है. असलियत यह है कि एक दूसरे का मुंह देखने को तैयार नहीं और असलियत यह है कि असम के मुख्यमंत्री को लाकर यहां पर बिठा दिया गया है और वह वही कर रहे हैं जो बीजेपी करती है जिसके बिना वह चुनाव नहीं लड़ सकते हैं चाहे वह हिंदू मुसलमान हो चाहे वह हिंदुस्तान पाकिस्तान हो चाहे वह विभाजन की बात हो.
हम मोहब्बत की बात करते हैं हम प्रेम की बात करते हैं. हम उन लोगों की बात करते हैं. जिनको संविधान ने हक दिया है और मेरे नेता जैसे कहते हैं. इस देश के संविधान की रक्षा के लिए अगर हमें अपने प्राणों की आहुति देनी पड़े तो हम देने के लिए तैयार हैं. यह संविधान है जो आदिवासियों को दलितों को पिछड़ों को गरीबों को उनका हक देता है जो उनके हक मारने की कोशिश भाजपा बार-बार करती है.
झारखंड की जनता देव तुल्य है, सम्मानित है और बहुत समझदार है और जहां से भी खबर आ रही है हमारी दोबारा से सरकार बनने जा रही है. हम अपनी जनकल्याणकारी और जनहित योजनाएं जारी रखेंगे, उनको और भी बेहतर बनाएंगे. उन्होंने कहा कि झारखंड एक चीज का हिसाब जरूर करेगा, झारखंड हिसाब करेगा अपने चुने हुए मुख्यमंत्री के तिरस्कार का, उसको प्रताड़ित होने का, उसके साथ जो अत्याचार हुआ उसका, झारखंड हिसाब करेगा कि जब चुनाव हो रहा था. जनरल इलेक्शन तो झारखंड के मुख्यमंत्री को दो दिन के लिए भी प्रचार के लिए नहीं निकलने दिया गया था, झारखंड बहुत सारे हिसाब करने जा रहा है.
झारखंड देख रहा है कि कांग्रेस की सरकार है तेलंगाना में, कर्नाटक में, हिमाचल में कैसे चल रही है और झारखंड यह भी देख रहा है कि छत्तीसगढ़ में आदिवासियों के साथ क्या हो रहा है, मध्य प्रदेश में महिलाओं के साथ क्या हो रहा है,यूपी में गरीबों के साथ क्या हो रहा है. झारखंड सब कुछ देख रहा है और झारखंड सब कुछ देखकर, सब समझ कर नीतिगत फैसला करेगा मुझे पूरा भरोसा है हमें पुनः सेवा का अवसर देगा.
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