बेमेतरा: बोरसी के बारूद फैक्ट्री में हुए धमाके की जांच प्रशासन ने शुरु कर दी है. अभी भी मलबा हटाने का काम जारी है. धमाके वाली जगह से मलबा हटाने के बाद ही ये पता चल पाएगा कि मरने वालों की असल संख्या कितनी है. प्रशासन की जांच के बीच कांग्रेस का जांच दल भी बोरसी पहुंच गया है. कांग्रेस के जांच दल में कांग्रेस के दो पूर्व विधायक शामिल हैं. कांग्रेस के नेता स्थानीय लोगों और प्रशासन की टीम के साथ बातचीत कर रही है. बातचीत के बाद जो भी रिपोर्ट तैयार होगी उसे पीसीसी चीफ को सौंप दिया जाएगा.
हादसे पर गर्माया सियासी पारा: बेमेतरा हादसे का दर्द कम होने का नाम नहीं ले रहा है. प्रशासन की टीम की कोशिश है कि जल्द से जल्द मलबा हटाया जाए. अगर मलबे में कोई दबा है तो उसे जल्द से जल्द बाहर निकाला जा सके. खुद रेस्क्यू ऑपरेशन की मॉनिटरिंग के लिए मौके पर कलेक्टर डटे हैं. इधर बेमेतरा हादसे पर सियासत गर्माने लगी है. कांग्रेस ने मामले में सियासी पारा बढ़ाते हुए अपनी जांच टीम को मौके भेजा है. कांग्रेस की जांच टीम ने स्थानीय लोगों से बात कर अपनी रिपोर्ट बनानी शुरु कर दी है.
''हमारी पार्टी चाहती है पीड़ित लोगों को जल्द से जल्द न्याय मिले. पीड़ित परिवार को जल्द से जल्द मुआवजा मिले. अगर कहीं कोई लापरवाही हुई है तो उसकी जांच हो और दोषियों को कड़ी सजा मिले. हम कलेक्टर साहब से भी बात कर रहे हैं. स्थानीय लोगों से भी मिलेंगे. पीड़ित परिवार जो अपनों के इंतजार में वहां पर बैठे हैं उनके लापता परिजनों को मलबे से निकालकर सौंप दिया जाए''. - अनिता शर्मा पूर्व विधायक
''परिवार वालों से हमने बात की है पूरी बात की जानकारी लेने के बाद हम अपनी रिपोर्ट पीसीसी चीफ दीपक बैज को सौंप देंगे. हमारी मांग है कि पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा और जल्द से जल्द न्याय मिले''. - आशीष छाबड़ा, पूर्व विधायक
फैक्ट्री संचालक के खिलाफ लोगों में गुस्सा: बोरसी हादसे के बाद अभी भी स्थानीय लोगों में फैक्ट्री संचालक के खिलाफ काफी गुस्सा है. सरकार और स्थानीय जिला प्रशासन भी चाहता है कि जल्द से जल्द मलबे को साफ किया जाए और जो भी मलबे में फंसा है उसको निकाला जाए. बोरसी बारूद फैक्ट्री में जिस जगह पर धमाका हुआ था वहां पर चालीस फीट गहरा गड्ढा हो गया. फैक्ट्री के पास बनी दो मंजिला बिल्डिंग जमींदोज हो गई थी.