नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश की दो हाई-प्रोफाइल संसदीय सीटों अमेठी और रायबरेली में उम्मीदवारों के नाम तय करने को लेकर कांग्रेस को कोई जल्दी नहीं है और वह इस मुद्दे पर 26 अप्रैल के बाद फैसला करेगी.
एआईसीसी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा, 'फिलहाल पूरा फोकस राहुल गांधी की वायनाड सीट पर है जहां 26 अप्रैल को मतदान है. अमेठी और रायबरेली में 20 मई को मतदान होगा. नामांकन की विंडो 27 अप्रैल से 3 मई तक होगी. फैसले के लिए पर्याप्त समय है दो वीआईपी सीटों पर 26 अप्रैल के बाद ही फैसला होने की संभावना है.'
पिछले दिनों, जैसे ही सबसे पुरानी पार्टी ने 2024 लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नाम घोषित करना शुरू किया, इन अटकलों के बीच कि राहुल गांधी अमेठी से और उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा रायबरेली से चुनाव लड़ सकती हैं, अमेठी और रायबरेली ने देश भर का ध्यान आकर्षित किया.
2019 के राष्ट्रीय चुनावों में राहुल गांधी ने कांग्रेस प्रमुख के रूप में अमेठी और वायनाड (केरल) दोनों सीटों से चुनाव लड़ा. वह वायनाड से जीते लेकिन अमेठी में भाजपा की स्मृति ईरानी से हार गए.
कांग्रेस द्वारा घोषित उम्मीदवारों की पहली सूची में राहुल का नाम शामिल था. राहुल 2024 में वायनाड से फिर से चुनाव लड़ेंगे. हालांकि उनके समर्थक अमेठी के बारे में अनुमान लगा रहे थे. राहुल ने 3 अप्रैल को स्थानीय लोगों के जोरदार स्वागत के बीच वायनाड सीट से अपना नामांकन दाखिल करने के बाद कहा, 'वायनाड मेरे घर जैसा है.'
यूपी में 17 सीटों पर लड़ रही कांग्रेस : इस बार कांग्रेस यूपी में 17/80 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि समाजवादी पार्टी I.N.D.I.A गठबंधन के हिस्से के रूप में शेष 63 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी. अब तक कांग्रेस ने 14 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं और केवल तीन सीटें अमेठी, रायबरेली और प्रयागराज ही बची हैं.
उत्तर प्रदेश के प्रभारी एआईसीसी महासचिव अविनाश पांडे ने ईटीवी भारत को बताया, 'पार्टी कार्यकर्ताओं की भारी मांग है कि गांधी परिवार के किसी सदस्य को अमेठी और रायबरेली सीटों से चुनाव लड़ना चाहिए. स्थानीय पार्टी इकाइयों ने गांधी परिवार के समर्थन में प्रस्ताव पारित किया है.'
पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस केंद्रीय चुनाव समिति में अमेठी और रायबरेली सीटों पर चर्चा हुई है, जो सभी उम्मीदवारों को मंजूरी देती है और पूर्व पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी को इस मामले में अंतिम निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया गया है.
राहुल ने 2004 में अमेठी से अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की और 2019 तक इस निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते रहे. रायबरेली सीट से संभावित उम्मीदवार के रूप में प्रियंका का नाम तब सामने आया जब सोनिया गांधी ने 2024 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया और राजस्थान से राज्यसभा सदस्य बनने का विकल्प चुना.
पूर्व एमएलसी और अमेठी कांग्रेस नेता दीपक सिंह ने कहा कि हालांकि दो वीआईपी सीटों पर फैसले का इंतजार है, लेकिन पार्टी ने जमीनी काम शुरू कर दिया है.
दीपक सिंह ने ईटीवी भारत से कहा कि 'दो सीटों पर आलाकमान उचित समय पर फैसला करेगा लेकिन हमने जमीन तैयार करना शुरू कर दिया है. अमेठी और रायबरेली दोनों जगहों पर मतदाताओं को एकजुट करने के लिए स्थानीय नेता ब्लॉकों का दौरा कर रहे हैं. स्थानीय लोग चाहते हैं कि गांधी परिवार का कोई सदस्य ही उनका उम्मीदवार बने.'