बेंगलुरु: कांग्रेस आलाकमान ने गंभीर समस्या बन चुकी कोलार लोकसभा सीट से केवी गौतम को उम्मीदवार बनाया है. बता दें कि कोलार में गुटीय राजनीति आलाकमान के लिए बड़ा सिरदर्द थी. इस वजह से गुटों से बाहर के व्यक्ति और पूर्व मेयर के वी विजयकुमार के बेटे के वी गौतम को टिकट दिया गया है.
गौरतलब है कि कोलार से पूर्व राज्यसभा सदस्य डॉ. एल हनुमंतैया और कर्नाटक के खाद्य मंत्री केएच मुनियप्पा के दामाद चिक्कापेद्दन्ना के बीच टिकट के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा थी. मंत्री मुनियप्पा अपने दामाद को टिकट देने की जिद पर अड़ गए थे. वहीं, पूर्व स्पीकर रमेश कुमार के गुट ने मुनियप्पा के दामाद को टिकट देने पर विरोध जताया था. वहीं मंत्री मुनियप्पा के दामाद का टिकट लगभग तय होने की जानकारी मिलने पर कुछ विधायक इस्तीफा देने तक पहुंच गए. बाद में सीएम सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के नेतृत्व में बैठक हुई. आख़िरकार हाईकमान ने टिकट तीसरे व्यक्ति को दे दिया. इसके साथ ही कांग्रेस ने कर्नाटक की सभी 28 सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है.
कोई समूह राजनीति नहीं: उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कोलार गुटों को स्पष्ट संदेश भेजा है कि कोई भी सीमा पार नहीं कर सकता. हमारे पास समूह की राजनीति नहीं है. कोलार उम्मीदवार की घोषणा पर टिप्पणी करते हुए, शिवकुमार ने कहा, 'मैंने केएच मुनियप्पा और रमेश कुमार से बात की है. उन्होंने अपनी बात कही. दोनों गुटों को टिकट नहीं दिया गया. हमारे पास समूह की राजनीति नहीं है. पार्टी में अनुशासन बहुत महत्वपूर्ण है. कार्रवाई होगी.'
अनुशासन का उल्लंघन करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. अनुशासन का उल्लंघन करने वाले सभी लोग पहले ही माफी मांग चुके हैं. शिवकुमार ने कहा कि सभी विधायकों और मंत्रियों को पार्टी के फैसले का पालन करना चाहिए. सभी ने कहा है कि वे उम्मीदवार को जिताने के लिए काम करेंगे. गौतम पार्टी के एक सामान्य कार्यकर्ता हैं. बेंगलुरु के पूर्व मेयर के बेटे हैं. हमने नए चेहरे को मौका दिया है. उन्होंने कहा कि वह बिना किसी समस्या के कांग्रेस पार्टी के लिए काम करेंगे.
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