मुंबई: महाराष्ट्र में कांग्रेस नेता नसीम खान ने शिवसेना (यूबीटी) द्वारा उम्मीदवारों की एकतरफा घोषणा पर नाराजगी जताई है. कांग्रेस सांगली, मुंबई दक्षिण-मध्य और मुंबई उत्तर-पश्चिम सहित छह लोकसभा क्षेत्रों में 'दोस्ताना लड़ाई' की वकालत कर रही है. कांग्रेस, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) महा विकास अघाड़ी (एमवीए) में शामिल हैं.
महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता नसीम खान ने शुक्रवार को कहा कि शिवसेना (यूबीटी) द्वारा उम्मीदवारों की एकतरफा घोषणा से उनकी पार्टी के कार्यकर्ता नाराज हो गए हैं. हम राज्य इकाई राज्य के छह लोकसभा क्षेत्रों में दोस्ताना लड़ाई के लिए उत्सुक है.
खान ने कहा, 'हमने आज मुलाकात की और केंद्रीय नेतृत्व को यह सूचित करने का फैसला किया कि हम छह सीटों, अर्थात् सांगली, मुंबई दक्षिण-मध्य और मुंबई उत्तर-पश्चिम और कुछ अन्य स्थानों पर दोस्ताना लड़ाई करेंगे. जिस तरह से शिवसेना (यूबीटी) ने कांग्रेस के दावे वाली सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की, उससे हमारी पार्टी के कार्यकर्ता नाराज हैं'.
शिवसेना (यूबीटी) ने बुधवार को सांगली, मुंबई दक्षिण-मध्य और मुंबई उत्तर-पश्चिम सहित 17 सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा की. सेना (यूबीटी) ने घोषणा की है कि वह राज्य की कुल 48 में से 22 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. हालांकि, उम्मीदवारों की घोषणा करने के ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी के फैसले से एमवीए में तनाव पैदा हो गया. कांग्रेस ने इस कदम पर आपत्ति जताई और सहयोगियों से 'गठबंधन धर्म' पर कायम रहने का आह्वान किया.
खान की मांग पर प्रतिक्रिया देते हुए, शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने कहा कि इस तरह की लड़ाइयों से सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को मदद मिलेगी. अपने एमवीए सहयोगी पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा, 'कांग्रेस एक परिपक्व पार्टी है. मुझे नहीं लगता कि यह भाजपा की मदद के लिए दोस्ताना लड़ाई की इजाजत देगी'.
उन्होंने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि ऐसी दोस्ताना लड़ाई महाराष्ट्र के साथ-साथ बिहार और उत्तर प्रदेश की सभी 48 सीटों पर होनी चाहिए. राउत ने स्पष्ट कहा कि अब सीटों पर कोई चर्चा नहीं होगी.