नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि कांग्रेस लोगों के सामने "बुरी तरह बेनकाब" हुई है क्योंकि उसने उनसे ऐसे वादे किए हैं जिन्हें पार्टी जानती है कि वह कभी पूरा नहीं कर पाएगी. मोदी ने विपक्षी पार्टी पर तीखा हमला करते हुए पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की टिप्पणी का हवाला दिया कि कांग्रेस की राज्य इकाइयों को ऐसे वादे करने चाहिए जिनका बजट ठीक से हो और जिससे वित्तीय संकट न आए. जबकि ऐसी खबरें हैं कि कांग्रेस शासित राज्यों को चुनाव पूर्व की गई कुछ घोषणाओं को पूरा करने में वित्तीय समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
प्रधानमंत्री ने कहा, "कांग्रेस पार्टी को यह एहसास हो रहा है कि झूठे वादे करना तो आसान है लेकिन उन्हें सही तरीके से लागू करना मुश्किल या असंभव है. वे चुनाव प्रचार के बाद भी लोगों से ऐसे वादे करते हैं जिन्हें वे जानते हैं कि वे कभी पूरा नहीं कर पाएंगे. अब वे लोगों के सामने बुरी तरह बेनकाब हो गए हैं!"
The Congress Party is realising the hard way that making unreal promises is easy but implementing them properly is tough or impossible. Campaign after campaign they promise things to the people, which they also know they will never be able to deliver. Now, they stand badly…
— Narendra Modi (@narendramodi) November 1, 2024
उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासित हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना में विकास की गति और वित्तीय स्थिति बद से बदतर होती जा रही है.
उन्होंने कहा कि लोगों को झूठे वादों की कांग्रेस प्रायोजित संस्कृति के खिलाफ सतर्क रहना होगा." हमने हाल ही में देखा कि कैसे हरियाणा के लोगों ने उनके झूठ को खारिज कर दिया और एक ऐसी सरकार को प्राथमिकता दी जो स्थिर, प्रगति-उन्मुख और कार्रवाई-प्रेरित है."
प्रधानमंत्री ने एक्स पर हैशटैग "कांग्रेस के झूठे वादे" के साथ पोस्ट की एक श्रृंखला में कहा कि पूरे भारत में यह अहसास बढ़ रहा है कि कांग्रेस को वोट देना गैर-शासन, खराब अर्थव्यवस्था और बेमिसाल लूट के लिए वोट है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की "तथाकथित गारंटी" अधूरी है, जो इन राज्यों के लोगों के साथ "भयानक धोखा" है.
मोदी ने कहा कि इस तरह की राजनीति के शिकार गरीब, युवा, किसान और महिलाएं हैं, जिन्हें न केवल इन वादों के लाभों से वंचित किया जाता है, बल्कि उनकी मौजूदा योजनाओं को भी कमजोर किया जाता है. पीएम मोदी ने कहा कि कर्नाटक में, कांग्रेस विकास करने की जहमत उठाने के बजाय पार्टी के भीतर की राजनीति और लूट में व्यस्त है. इतना ही नहीं, वे मौजूदा योजनाओं को भी वापस लेने जा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में सरकारी कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं दिया जाता है और तेलंगाना के किसान कर्जमाफी का इंतजार कर रहे हैं. प्रधानमंत्री ने कहा, "इससे पहले छत्तीसगढ़ और राजस्थान में उन्होंने कुछ भत्ते देने का वादा किया था, जो पांच साल तक लागू नहीं किए गए. कांग्रेस किस तरह काम करती है, इसके कई उदाहरण हैं. भारत के लोग विकास और प्रगति चाहते हैं, कांग्रेस के वही पुराने झूठे वादे नहीं."
ये भी पढ़ें- खड़गे की खरी-खरी, बोले- उतना ही देने का वादा करें, जितना दे सकें, वरना हो जाएंगे दिवालिया