ETV Bharat / bharat

Watch: ईटीवी भारत से बोले सीएम शिंदे- महाराष्ट्र में 40 से ज्यादा सीटें जीतेंगे - Lok Sabha Election 2024

CM Eknath Shinde Interview : महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने दावा किया है कि महायुति गठबंधन राज्य में 40 से ज्यादा सीटें जीतेगा. शिंदे ने कहा कि पीएम मोदी ने जो 10 साल में काम किया है और महाराष्ट्र सरकार ने जो अटकी परियोजनाएं शुरू की हैं, उसे लेकर वह जनता के बीच गए थे. विस्तार से पढ़िए ईटीवी भारत के महाराष्ट्र डेस्क प्रभारी सचिन परब के साथ सीएम शिंदे का पूरा इंटरव्यू.

CM Eknath Shinde Interview
सीएम शिंदे (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : May 27, 2024, 6:49 PM IST

Updated : May 28, 2024, 7:47 PM IST

हैदराबाद/मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विश्वास जताया है कि उनकी सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए काम के आधार पर महायुति राज्य में 40 से अधिक लोकसभा सीटें जीतेगी. महायुति में भाजपा, सीएम एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) शामिल हैं. इसे राज ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना का भी समर्थन प्राप्त है.

शिंदे से खास बातचीत (ETV Bharat)

ठाणे जिले से आने वाले सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा, 'सभी पांच चरणों के मतदान के बाद (महाराष्ट्र में), मुझे विश्वास है कि हमारी सरकार ने राज्य में जो काम किया है. बंद पड़ी परियोजनाओं, मेट्रो से संबंधित कार्य, बालासाहेब ठाकरे समृद्धि महामार्ग, (मेट्रो) कार शेड, गेम-चेंजिंग अटल सेतु, मुंबई तटीय सड़क को प्रदेश में हमारी सरकार द्वारा शुरू करने जैसा काम किया जा रहा है.'

उन्होंने कहा कि 'हमारी सरकार ने किसानों, महिलाओं और युवाओं के लिए जो काम किए हैं, उद्योग को आगे बढ़ाने के लिए जो फैसले लिए हैं और (प्रधानमंत्री नरेंद्र) मोदी जी ने पिछले 10 वर्षों में जो काम किया है, जो कांग्रेस 50-60 वर्षों में नहीं कर पाई. हम विकास के एजेंडे के साथ लोगों के पास गए हैं. लोग विकास को प्राथमिकता देते हैं इसलिए मुझे विश्वास है कि महायुति को महाराष्ट्र में 40 से अधिक सीटें मिलेंगी.'

शिंदे के अनुसार, उनकी सरकार के सत्ता में आने से पहले, जब महा विकास अघाड़ी सरकार सत्ता में थी महाराष्ट्र प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में चौथे स्थान पर था और जीडीपी के मामले में पीछे था.

'दुनिया भर के उद्योगपति दे रहे प्राथमिकता' : शिंदे ने कहा कि 'हमारी सरकार के सत्ता में आने के बाद महाराष्ट्र एफडीआई में पहले स्थान पर था, हमने सकल घरेलू उत्पाद में बहुत बड़ा योगदान दिया, 6 लाख करोड़ रुपये का निवेश हुआ और राज्य में उद्योग आ रहे हैं, लोग राज्य में आ रहे हैं, पहले लोग आते थे भाग जाते थे.' शिंदे ने कहा कि 'पहले लोग उद्योगपतियों के घर के पास बम या जिलेटिन रखते थे, उनका विरोध करते थे. हमारी सरकार आने के बाद ये सब बंद हो गया. हमने उद्योग को बढ़ावा दिया है. उन्हें रेड कार्पेट, सब्सिडी और सिंगल विंडो क्लीयरेंस दिया है. इसलिए दुनिया भर के उद्योगपतियों द्वारा महाराष्ट्र को प्राथमिकता दी जा रही है और पसंद किया जा रहा है.'

शिंदे ने कहा कि 'हमारे पास बुनियादी ढांचा है, क्षमता है, अच्छी कनेक्टिविटी है, कुशल जनशक्ति है और निवेश के कारण रोजगार सृजन में मदद मिलेगी, लोगों को नौकरियां मिलेंगी और राज्य में विकास होगा. डबल इंजन सरकार (राज्य और केंद्र में सरकार) है. हमें केंद्र से भी समर्थन मिला है.'

उद्धव पर साधा निशाना : शिंदे ने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) प्रमुख उद्धव ठाकरे पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि लोग ऐसे व्यक्ति को वोट नहीं देते जो घर पर बैठकर फेसबुक लाइव करता है. पंचपखाड़ी से विधायक शिंदे ने कहा, 'जनता उनका समर्थन करती है जो मैदान में हैं और विकास के लिए काम करते हैं. पूरे प्रदेश में विकास कार्य चल रहे हैं.' शिंदे ने कहा कि उन्होंने और उप मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस और अजित पवार ने एक टीम बनाई है और वे केवल विकास के एजेंडे पर मतदाताओं के पास गए हैं.

शिंदे ने विस्तार से बताया, 'हम विकास के मुद्दे और अपनी सरकार द्वारा किए गए कार्यों को लेकर जनता के बीच गए हैं, हमारी पहली सरकार है जिसने दो साल के अंदर इतने फैसले लिए, महिलाओं के लिए लेक लड़की योजना, राज्य परिवहन की बसों में 50 प्रतिशत रियायत, एक शुरुआत- युवाओं के लिए आदि योजनाएं शुरू की हैं, इसलिए मेरा मानना ​​है कि लोग हमारे द्वारा किए गए काम के लिए वोट करेंगे और उन्हें हमारा काम पसंद आएगा.'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंबई के घाटकोपर इलाके में रोड शो किया था. यह पूछे जाने पर कि क्या चुनाव इतना मुश्किल हो गया था कि पीएम को सड़क पर उतरना पड़ा. मुंबई में 2 रैलियां करनी पड़ीं?. शिंदे ने पलटवार करते हुए कहा 'क्या यह नियम या कानून है कि प्रधानमंत्री को नहीं आना चाहिए...जैसे ही प्रधानमंत्री आते हैं, विपक्ष डर जाता है...मोदीजी ने राज्य में विकास कार्यों के लिए महाराष्ट्र की सराहना की है.'

शिंदे ने कहा कि 'जब भी हमने मेट्रो2, मेट्रो7, समृद्धि हाईवे, अटल सेतु के उद्घाटन के लिए मोदी जी को बुलाया, वह स्वेच्छा से आए क्योंकि उन्हें विकास पसंद है. लोग मोदीजी को पसंद करते हैं और उन्हें देखने के लिए (रोड शो और रैलियों के दौरान) लाखों लोग मौजूद थे. विपक्ष कमजोर हो गया है क्योंकि उन्हें छोटी-छोटी गलियों और चौराहों पर रैलियां करनी पड़ रही हैं.'

'विपक्ष के पास मुद्दा नहीं' : महाराष्ट्र के सीएम ने चुटकी ली, 'विपक्ष को हमेशा के लिए सड़क पर लाने के लिए मोदी जी सड़क पर आ गए हैं.' शिंदे ने विपक्ष की आलोचना करते हुए कहा कि उनके पास बोलने के लिए कोई मुद्दा नहीं है. शिंदे ने कहा कि 'वे विकास पर नहीं बोल सकते, क्योंकि अगर बोलेंगे तो प्रधानमंत्री काम गिना देंगे और उनका मुंह बंद हो जाएगा. इसलिए वो संविधान बदलने की बात करते हैं... देश, डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान से चल रहा है और जिसकी वजह से मोदी जी जैसा आम आदमी प्रधानमंत्री बन सका... जिसे पीएम भी स्वीकार करते हैं.' उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 50-60 साल तक संविधान के बारे में नहीं सोचा.

उन्होंने कहा कि 'संविधान दिवस मनाने की शुरुआत किसने की, वो मोदीजी थे. वहीं कांग्रेस है जिसके बारे में डॉ. अंबेडकर कहा करते थे कि कांग्रेस का घर ही जलता है, इससे दूर रहना चाहिए. तो मैं कहूंगा कि संविधान में कोई बदलाव नहीं होगा. कांग्रेस ने संविधान में 82 बार संशोधन किया है. कांग्रेस स्वार्थी है और पीएम मोदी राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता नहीं करते और ऐसा आदमी पीएम बन गया है, ये बात कांग्रेस को पच नहीं रही है.'

शिंदे ने कहा कि 'मोदी यह सुनिश्चित करेंगे कि देश महाशक्ति बने और देश विकास के रास्ते पर आगे जाए.' शिंदे ने कहा कि '(कांग्रेस) क्या करती है, विदेश में देश को बदनाम करती है. वे पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं और वे हेमंत करकरे, विजय सालस्कर, तुकाराम ओम्बले जैसे पुलिसकर्मियों की शहादत पर सवाल उठा रहे हैं...यह उनकी शहादत का अपमान है और उनका एक ही एजेंडा है, मोदी को हराना. लेकिन वे 2014 में हार गए, 2019 में हार गए और 2024 में हार जाएंगे.'

राहुल गांधी ने दावा किया था कि अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो बीजेपी नेताओं को जेल में डाल दिया जाएगा. इसके बारे में पूछे जाने पर शिंदे ने कहा कि ' राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाना तो दूर, कोई उनके बारे में सपने में भी नहीं सोचेगा. वह 'भारत जोड़ो-भारत तोड़ो' करते-करते विदेश भाग जाते हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने 10 साल में एक भी दिन की छुट्टी नहीं ली और अपना जीवन देश को समर्पित कर दिया है. अगर आप सोते हुए लोगों से भी पूछें कि कौन पीएम बनेगा, तो वे कहेंगे, मोदी. राहुल गांधी का नाम कौन लेगा? उनका क्या काम है बताओ. वह नहीं बनेंगे इसलिए इस पर आगे चर्चा करने का कोई मतलब नहीं है.'

चुनाव चिह्न मुद्दे पर ये बोले शिंदे : सीएम ने यह भी कहा कि पार्टी और उसके प्रतीक धनुष और तीर को बचाने के लिए शिवसेना को विभाजित करने का निर्णय आवश्यक था. शिंदे ने कहा कि 'शिवसैनिकों को बचाने के लिए के लिए हमने ये किया क्योंकि नेता सत्ता के लालच में अंधे हो गए थे. उन्होंने महाराष्ट्र के लोगों की पीठ में छुरा घोंपा. महाराष्ट्र की 12.5 करोड़ जनता ने बीजेपी और शिवसेना के पक्ष में वोट किया था, लेकिन सरकार कांग्रेस की बनी. इसलिए, पहले उन्होंने लोगों की पीठ में छुरा घोंपा और बाला साहेब ठाकरे की विचारधारा से हटकर उनकी पीठ में छुरा घोंपा. उन्होंने अपनी सहयोगी भाजपा की पीठ में छुरा घोंपा. अगर हम (संयुक्त) शिवसेना में रहते तो पार्टी खत्म हो जाती. इसलिए हमने फैसला लिया और लोगों को यह पसंद आ रहा है.'

पुणे पोर्श कांड पर भी बोले सीएम : शिंदे के मुताबिक महाराष्ट्र के लोगों के साथ उनका रिश्ता चुनाव से परे है. इस बीच, पुणे पोर्श दुर्घटना में 17 वर्षीय लड़के की मौत पर सीएम ने कहा, 'कानून के समक्ष हर कोई बराबर है. मैंने पुणे पुलिस कमिश्नर को फोन किया और उनसे स्पष्ट रूप से कहा कि इस मामले में किसी को भी बख्शा नहीं जाना चाहिए. सभी दोषियों को जेल होनी चाहिए, चाहे वे कितने भी बड़े हों. यह मेरा निर्देश था क्योंकि जिन दो लोगों की जान गई है, वे किसी के बेटे और बेटी हैं. किसी को भी किसी को कुचलकर भागने का अधिकार नहीं है, हमारे राज्य में ऐसा नहीं चलेगा.'

ये भी पढ़ें

आ गया अमित शाह का फाइनल आकलन, इतने सीटों पर जीतेगी भाजपा

हैदराबाद/मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विश्वास जताया है कि उनकी सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए काम के आधार पर महायुति राज्य में 40 से अधिक लोकसभा सीटें जीतेगी. महायुति में भाजपा, सीएम एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) शामिल हैं. इसे राज ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना का भी समर्थन प्राप्त है.

शिंदे से खास बातचीत (ETV Bharat)

ठाणे जिले से आने वाले सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा, 'सभी पांच चरणों के मतदान के बाद (महाराष्ट्र में), मुझे विश्वास है कि हमारी सरकार ने राज्य में जो काम किया है. बंद पड़ी परियोजनाओं, मेट्रो से संबंधित कार्य, बालासाहेब ठाकरे समृद्धि महामार्ग, (मेट्रो) कार शेड, गेम-चेंजिंग अटल सेतु, मुंबई तटीय सड़क को प्रदेश में हमारी सरकार द्वारा शुरू करने जैसा काम किया जा रहा है.'

उन्होंने कहा कि 'हमारी सरकार ने किसानों, महिलाओं और युवाओं के लिए जो काम किए हैं, उद्योग को आगे बढ़ाने के लिए जो फैसले लिए हैं और (प्रधानमंत्री नरेंद्र) मोदी जी ने पिछले 10 वर्षों में जो काम किया है, जो कांग्रेस 50-60 वर्षों में नहीं कर पाई. हम विकास के एजेंडे के साथ लोगों के पास गए हैं. लोग विकास को प्राथमिकता देते हैं इसलिए मुझे विश्वास है कि महायुति को महाराष्ट्र में 40 से अधिक सीटें मिलेंगी.'

शिंदे के अनुसार, उनकी सरकार के सत्ता में आने से पहले, जब महा विकास अघाड़ी सरकार सत्ता में थी महाराष्ट्र प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में चौथे स्थान पर था और जीडीपी के मामले में पीछे था.

'दुनिया भर के उद्योगपति दे रहे प्राथमिकता' : शिंदे ने कहा कि 'हमारी सरकार के सत्ता में आने के बाद महाराष्ट्र एफडीआई में पहले स्थान पर था, हमने सकल घरेलू उत्पाद में बहुत बड़ा योगदान दिया, 6 लाख करोड़ रुपये का निवेश हुआ और राज्य में उद्योग आ रहे हैं, लोग राज्य में आ रहे हैं, पहले लोग आते थे भाग जाते थे.' शिंदे ने कहा कि 'पहले लोग उद्योगपतियों के घर के पास बम या जिलेटिन रखते थे, उनका विरोध करते थे. हमारी सरकार आने के बाद ये सब बंद हो गया. हमने उद्योग को बढ़ावा दिया है. उन्हें रेड कार्पेट, सब्सिडी और सिंगल विंडो क्लीयरेंस दिया है. इसलिए दुनिया भर के उद्योगपतियों द्वारा महाराष्ट्र को प्राथमिकता दी जा रही है और पसंद किया जा रहा है.'

शिंदे ने कहा कि 'हमारे पास बुनियादी ढांचा है, क्षमता है, अच्छी कनेक्टिविटी है, कुशल जनशक्ति है और निवेश के कारण रोजगार सृजन में मदद मिलेगी, लोगों को नौकरियां मिलेंगी और राज्य में विकास होगा. डबल इंजन सरकार (राज्य और केंद्र में सरकार) है. हमें केंद्र से भी समर्थन मिला है.'

उद्धव पर साधा निशाना : शिंदे ने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) प्रमुख उद्धव ठाकरे पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि लोग ऐसे व्यक्ति को वोट नहीं देते जो घर पर बैठकर फेसबुक लाइव करता है. पंचपखाड़ी से विधायक शिंदे ने कहा, 'जनता उनका समर्थन करती है जो मैदान में हैं और विकास के लिए काम करते हैं. पूरे प्रदेश में विकास कार्य चल रहे हैं.' शिंदे ने कहा कि उन्होंने और उप मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस और अजित पवार ने एक टीम बनाई है और वे केवल विकास के एजेंडे पर मतदाताओं के पास गए हैं.

शिंदे ने विस्तार से बताया, 'हम विकास के मुद्दे और अपनी सरकार द्वारा किए गए कार्यों को लेकर जनता के बीच गए हैं, हमारी पहली सरकार है जिसने दो साल के अंदर इतने फैसले लिए, महिलाओं के लिए लेक लड़की योजना, राज्य परिवहन की बसों में 50 प्रतिशत रियायत, एक शुरुआत- युवाओं के लिए आदि योजनाएं शुरू की हैं, इसलिए मेरा मानना ​​है कि लोग हमारे द्वारा किए गए काम के लिए वोट करेंगे और उन्हें हमारा काम पसंद आएगा.'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंबई के घाटकोपर इलाके में रोड शो किया था. यह पूछे जाने पर कि क्या चुनाव इतना मुश्किल हो गया था कि पीएम को सड़क पर उतरना पड़ा. मुंबई में 2 रैलियां करनी पड़ीं?. शिंदे ने पलटवार करते हुए कहा 'क्या यह नियम या कानून है कि प्रधानमंत्री को नहीं आना चाहिए...जैसे ही प्रधानमंत्री आते हैं, विपक्ष डर जाता है...मोदीजी ने राज्य में विकास कार्यों के लिए महाराष्ट्र की सराहना की है.'

शिंदे ने कहा कि 'जब भी हमने मेट्रो2, मेट्रो7, समृद्धि हाईवे, अटल सेतु के उद्घाटन के लिए मोदी जी को बुलाया, वह स्वेच्छा से आए क्योंकि उन्हें विकास पसंद है. लोग मोदीजी को पसंद करते हैं और उन्हें देखने के लिए (रोड शो और रैलियों के दौरान) लाखों लोग मौजूद थे. विपक्ष कमजोर हो गया है क्योंकि उन्हें छोटी-छोटी गलियों और चौराहों पर रैलियां करनी पड़ रही हैं.'

'विपक्ष के पास मुद्दा नहीं' : महाराष्ट्र के सीएम ने चुटकी ली, 'विपक्ष को हमेशा के लिए सड़क पर लाने के लिए मोदी जी सड़क पर आ गए हैं.' शिंदे ने विपक्ष की आलोचना करते हुए कहा कि उनके पास बोलने के लिए कोई मुद्दा नहीं है. शिंदे ने कहा कि 'वे विकास पर नहीं बोल सकते, क्योंकि अगर बोलेंगे तो प्रधानमंत्री काम गिना देंगे और उनका मुंह बंद हो जाएगा. इसलिए वो संविधान बदलने की बात करते हैं... देश, डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान से चल रहा है और जिसकी वजह से मोदी जी जैसा आम आदमी प्रधानमंत्री बन सका... जिसे पीएम भी स्वीकार करते हैं.' उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 50-60 साल तक संविधान के बारे में नहीं सोचा.

उन्होंने कहा कि 'संविधान दिवस मनाने की शुरुआत किसने की, वो मोदीजी थे. वहीं कांग्रेस है जिसके बारे में डॉ. अंबेडकर कहा करते थे कि कांग्रेस का घर ही जलता है, इससे दूर रहना चाहिए. तो मैं कहूंगा कि संविधान में कोई बदलाव नहीं होगा. कांग्रेस ने संविधान में 82 बार संशोधन किया है. कांग्रेस स्वार्थी है और पीएम मोदी राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता नहीं करते और ऐसा आदमी पीएम बन गया है, ये बात कांग्रेस को पच नहीं रही है.'

शिंदे ने कहा कि 'मोदी यह सुनिश्चित करेंगे कि देश महाशक्ति बने और देश विकास के रास्ते पर आगे जाए.' शिंदे ने कहा कि '(कांग्रेस) क्या करती है, विदेश में देश को बदनाम करती है. वे पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं और वे हेमंत करकरे, विजय सालस्कर, तुकाराम ओम्बले जैसे पुलिसकर्मियों की शहादत पर सवाल उठा रहे हैं...यह उनकी शहादत का अपमान है और उनका एक ही एजेंडा है, मोदी को हराना. लेकिन वे 2014 में हार गए, 2019 में हार गए और 2024 में हार जाएंगे.'

राहुल गांधी ने दावा किया था कि अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो बीजेपी नेताओं को जेल में डाल दिया जाएगा. इसके बारे में पूछे जाने पर शिंदे ने कहा कि ' राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाना तो दूर, कोई उनके बारे में सपने में भी नहीं सोचेगा. वह 'भारत जोड़ो-भारत तोड़ो' करते-करते विदेश भाग जाते हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने 10 साल में एक भी दिन की छुट्टी नहीं ली और अपना जीवन देश को समर्पित कर दिया है. अगर आप सोते हुए लोगों से भी पूछें कि कौन पीएम बनेगा, तो वे कहेंगे, मोदी. राहुल गांधी का नाम कौन लेगा? उनका क्या काम है बताओ. वह नहीं बनेंगे इसलिए इस पर आगे चर्चा करने का कोई मतलब नहीं है.'

चुनाव चिह्न मुद्दे पर ये बोले शिंदे : सीएम ने यह भी कहा कि पार्टी और उसके प्रतीक धनुष और तीर को बचाने के लिए शिवसेना को विभाजित करने का निर्णय आवश्यक था. शिंदे ने कहा कि 'शिवसैनिकों को बचाने के लिए के लिए हमने ये किया क्योंकि नेता सत्ता के लालच में अंधे हो गए थे. उन्होंने महाराष्ट्र के लोगों की पीठ में छुरा घोंपा. महाराष्ट्र की 12.5 करोड़ जनता ने बीजेपी और शिवसेना के पक्ष में वोट किया था, लेकिन सरकार कांग्रेस की बनी. इसलिए, पहले उन्होंने लोगों की पीठ में छुरा घोंपा और बाला साहेब ठाकरे की विचारधारा से हटकर उनकी पीठ में छुरा घोंपा. उन्होंने अपनी सहयोगी भाजपा की पीठ में छुरा घोंपा. अगर हम (संयुक्त) शिवसेना में रहते तो पार्टी खत्म हो जाती. इसलिए हमने फैसला लिया और लोगों को यह पसंद आ रहा है.'

पुणे पोर्श कांड पर भी बोले सीएम : शिंदे के मुताबिक महाराष्ट्र के लोगों के साथ उनका रिश्ता चुनाव से परे है. इस बीच, पुणे पोर्श दुर्घटना में 17 वर्षीय लड़के की मौत पर सीएम ने कहा, 'कानून के समक्ष हर कोई बराबर है. मैंने पुणे पुलिस कमिश्नर को फोन किया और उनसे स्पष्ट रूप से कहा कि इस मामले में किसी को भी बख्शा नहीं जाना चाहिए. सभी दोषियों को जेल होनी चाहिए, चाहे वे कितने भी बड़े हों. यह मेरा निर्देश था क्योंकि जिन दो लोगों की जान गई है, वे किसी के बेटे और बेटी हैं. किसी को भी किसी को कुचलकर भागने का अधिकार नहीं है, हमारे राज्य में ऐसा नहीं चलेगा.'

ये भी पढ़ें

आ गया अमित शाह का फाइनल आकलन, इतने सीटों पर जीतेगी भाजपा

Last Updated : May 28, 2024, 7:47 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.