कोरबा: पड़ोसी की मुर्गी के साथ सैर करने वाला मुर्गा जब घर नहीं लौटा तो ग्रामीण ने पड़ोसी के घर जाकर उसकी पड़ताल शुरू कर दी. पड़ोसी को यह बात अपमानजनक लगी. इस बात लेकर दोनों में इस कदर विवाद बढ़ा की मारपीट तक की नौबत आ गई. दोनों पक्ष विवाद सुलझाने के लिए वानांचल क्षेत्र के करतला थाने पहुंचे. करतला थाने में एक पक्ष ने दूसरे पक्ष पर मारपीट करने की शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने भी इस मामले में एफआईआर दर्ज कर लिया है.
मुर्गी के साथ निकला मुर्गा हुआ लापता, थाने में दर्ज हुई FIR: थाने में दर्ज एफआईआर के मुताबिक करतला थाना अंतर्गत गांव तौलीपाली निवासी रॉबिन मिंज सायकल बनाने का काम करता है. उसने घर में एक मुर्गा पाल कर रखा है. रॉबिन की शिकायत के अनुसार उसका मुर्गा पड़ोसी धनेश्वर गोंड की मुर्गी के साथ चरने जाता है. रोजाना दोनों साथ सैर पर निकलते और घूमते-फिरते लौट आते. 13 जुलाई को दोनों एक साथ दाना चरने निकले. मुर्गी तो वापस अपने मालिक के घर लौट आई लेकिन मुर्गा नहीं लौटा.
मुर्गे की गुमशुदगी पर पड़ोसियों में बिगड़ी बात: मुर्गा जब घर नहीं लौटा तब रॉबिन ने धनेश्वर गोंड से मुर्गे के बारे में पूछताछ. इस बात पर धनेश्वर ने कहा कि ''तुम मुझे क्या मुर्गा चोर समझते हो, घर आकर देख लो''. जब रॉबिन के कहने पर छोटा बैगा ने धनेश्वर के घर जाकर देखा तो वहां मुर्गा नहीं मिला. इसी बात को लेकर विवाद शुरू हो गया. धनेश्वर ने अपने बेटे के साथ मिलकर रॉबिन से गाली गलौच शुरू कर दी. विवाद इतना बढ़ा कि लाठी डंडे तक चल गए.
मुर्गे के मालिक रॉबिन की शिकायत पर FIR दर्ज हुई: रॉबिन की शिकायत पर करतला थाना में एफआईआर दर्ज किया गया. दर्ज एफआईआर में रॉबिन ने कहा है कि ''धनेश्वर के बेटे ने मेरा का हाथ पकड़ रखा था और धनेश्वर मारपीट कर रहा था. जब पत्नी बीच-बचाव करने आई तो उसे भी मारपीट कर जमीन पर पटक दिया. धक्का-मुक्की के दौरान कपड़े भी फट गए. करतला पुलिस ने रॉबिन मिंज की रिपोर्ट पर धनेश्वर और उसके बेटे के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता(BNS) की धारा 3(5), 351(2), 115 और 296 के तहत अपराध पंजीबद्ध करकर जांच शुरु कर दी है.