गोरखपुर : लोकसभा चुनाव 2024 के बाद शनिवार को पहली बार सीएम योगी दो दिवसीय दौरे पर गोरखपुर पहुंचे. सीएम वाराणसी से सुबह गोरखपुर पहुंचे. सर्किट हाउस में हेलीकॉप्टर से उतरने के बाद वह सीधे अशफाक उल्ला खान चिड़ियाघर गए. यहां वह दो बब्बर शेरों को बाड़े में छोड़ा. इसके बाद गर्मी से बेहाल भालू को आइसक्रीम खिलाया. साथ ही गैंडे को चारा भी खिलाया. इसके बाद एनेक्सी भवन में अफसरों के साथ बैठक की. देर शाम के समय वह आरएसएस चीफ मोहन भागवत से मिलेंगे. कयास है कि दोनों यूपी में भाजपा की हार पर मंथन करेंगे. दोनों के मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं.
चिड़ियाघर में दोनों शेरों से मिलने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें दर्शकों/ पर्यटकों के लिए मुख्य बाड़े में भेजा. मुख्यमंत्री की विशेष इच्छा पर ये दोनों शेर इटावा सफारी पार्क से प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव संजय श्रीवास्तव के निर्देश और केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण की अनुमति के बाद यहां लाए गए हैं. गोरखपुर चिड़ियाघर अब कुल तीन बब्बर शेर हो गए हैं. इससे पहले सीएम योगी ने 2 जून को भी चिड़ियाघर पहुंचकर इन शेरों का हाल-चाल जाना था.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर 2018 में ही गुजरात के सक्करबाग प्राणी उद्यान से गोरखपुर प्राणी उद्यान के लिए बब्बर शेर लाए गए थे. इन्हें इटावा सफारी पार्क में रखा गया था. बब्बर शेरों में नर की उम्र लगभग 5 वर्ष है. उसका नाम भरत है, जबकि शेरनी गौरी की उम्र लगभग 7 वर्ष है. सीएम योगी के कार्यक्रम के दौरान वन मंत्री और कृषि मंत्री भी मौजूद रहे.
इसी दौरे के साथ मुख्यमंत्री संघ प्रमुख मोहन भागवत से मिलने के लिए मनीराम क्षेत्र स्थित सरस्वती विद्या मंदिर पब्लिक जाएंगे. हालांकि अभी किसी तरह का कोई प्रोटोकॉल जारी नहीं हुआ है लेकिन अंदरखाने से इस बात की चर्चा है कि दोनों की मुलाकात के दौरान यूपी में भाजपा की हार पर मंथन, संघ के विस्तार समेत कई अन्य बिंदुओं पर भी चर्चा हो सकती है. संघ प्रमुख मोहन भागवत 12 जून की शाम से ही गोरखपुर में हैं.
मोहन भागवत यहां संघ के कार्यकर्ता विकास कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे हैं. 5 दिवसीय इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद वह 17 जून को गोरखपुर से चले जाएंगे. वहीं सीएम योगी को मोहन भागवत की मुलाकात को लेकर भाजपाई उत्साहित हैं. वे दोनों की मीटिंग को अहम मानकर चल रहे हैं. संघ प्रमुख ने अपने इस दौर में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा है कि समय की जरूरत है कि संघ का विस्तार बड़े स्तर पर और ब्लॉक से लेकर गांव स्तर पर मजबूती के साथ किया जाए.
उन्होंने कहा है कि आगामी वर्ष 2025 संघ का शताब्दी वर्ष है. इसमें संघ को अपना तय लक्ष्य हासिल कर लेना होगा. उन्होंने कार्यकर्ता विकास कार्यक्रम में संघ के गोरखपुर, काशी, अवध और कानपुर क्षेत्र के पदाधिकारियों को पर्यावरण की सुरक्षा और उसके निदान की चिंता, समेत कई बिंदुओं को लेकर मार्गदर्शन दिए, संघ प्रमुख ने कहा है कि पर्यावरण और परिवार को बचाए रखना हम सब की जिम्मेदारी है. जल संरक्षण पर भी उन्होंने चिंता जताई.
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