मालदा (पश्चिम बंगाल): कोलकाता इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के मंच पर सिंगर अरिजीत सिंह ने मुख्यमंत्री के सामने 'रंग दे तू मोहे गेरुआ...' गाया. इस पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि अरिजीत सिंह के लिए कुछ करना चाहिए. उन्होंने शनिवार को कहा, 'अरिजीत सिंह का नाम हर किसी ने सुना है. उनका घर मुर्शिदाबाद में है. इस मालदा-मुर्शिदाबाद में कई प्रतिष्ठित लोग रहते हैं. हमें उन्हें लाना होगा और उनका उपयोग करना होगा.'
ममता के इस बयान ने राजनीतिक गलियारों में सनसनी फैला दी. हालांकि, ममता ने यह स्पष्ट नहीं किया कि उनके उपयोग से क्या मतलब है. हां इससे अटकलें और बढ़ गई हैं.
'रॉयल बंगाल टाइगर हूं आपके लिए लड़ूंगी' : इस बैठक के दूसरे संदर्भ में उन्होंने एक बार फिर कहा, 'हम बंगाल में एनआरसी, सीएए और यूसीसी की इजाजत नहीं देंगे. मैं रॉयल बंगाल टाइगर हूं. मैं आपके लिए लड़ूंगी." इसी तरह, तृणमूल के अखिल भारतीय महासचिव अभिषेक बंद्योपाध्याय ने भी रायगंज में पार्टी की बैठक से कहा, 'दिल्ली का कुत्ता बनने से बेहतर है कि रॉयल बंगाल टाइगर बनें.'
'400 पार' पर साधा निशाना : चुनाव की शुरुआत से ही प्रधानमंत्री समेत बीजेपी के तमाम नेता कहते रहे हैं कि इस बार उनकी सीटों की संख्या 400 से ज्यादा होगी. आज महाराष्ट्र की रैली से कुछ कदम आगे बढ़ते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा, 'चुनाव में एकतरफा वोट पड़े हैं. बीजेपी ऐतिहासिक नतीजे देगी.'
गजल की बैठक में ममता ने इस बयान का विरोध करते हुए कहा, 'बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने कहा था कि उसे 200 सीटें मिलेंगी. वह 80 तक नहीं पहुंच सकी. पिछली बार उसे 303 सीटें मिली थीं. अब वह कह रही है कि उसे 400 सीटें मिलेंगी. देखते हैं पहले उसे 200 सीटें मिलती हैं या नहीं. बंगाल में उनके पास वोट नहीं है. पंजाब में वोट नहीं. दक्षिण भारत में वोट नहीं. कहां-कहां होगा सीट का बंटवारा.'
भाषण के एक हिस्से में ममता ने मालदा दक्षिण लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी सांसद और उम्मीदवार खगेन मुर्मू पर सीधा हमला बोला. उन्होंने कहा, 'मैं खगेनबाबू को वोट देना चाहूंगी, लेकिन उन्होंने बंगाल के लिए कुछ नहीं किया. जब केंद्र ने सौ दिन का भुगतान बंद कर दिया तो वह कहां थे? जब मालदा के लोग खतरे में हैं तो खगेन कहां हैं.'