पटना: चार-पांच दिनों की माथापच्ची के बाद आखिरकार एलजेपीआर ने अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है. चिराग पासवान ने जहां एक ओर अपनी पुरानी सहयोगी वीणा देवी पर भरोसा जताया है. वहीं दूसरी ओर अशोक चौधरी की बेटी शांभवी चौधरी और भागलपुर के राजेश वर्मा को भी टिकट दिया है.
अरुण भारती: अरुण भारती को जमुई से उम्मीदवार बनाया गया है. इसकी घोषणा पहले ही हो चुकी थी और उन्होंने नामांकन भी कर दिया है. अरुण भारती चिराग पासवान के जीजा हैं. चिराग ने अपने जीजा के लिए जमुई सीट छोड़ दी है और वे खुद हाजीपुर से चुनाव लड़ने जा रहे हैं.
वीणा देवी: वीणा देवी वैशाली से सांसद हैं. 2019 लोकसभा चुनाव में लोजपा के टिकट पर वैशाली से चुनाव लड़ी और जीती थीं. उनके पति दिनेश सिंह जदयू के एमएलसी हैं. वीणा देवी ने अपने राजनीति की शुरुआत बीजेपी से की थी. 2010 में बीजेपी से मुजफ्फरपुर के गायघाट विधानसभा क्षेत्र से एमएलए चुनी गई थी.
राजेश वर्मा: खगड़िया लोकसभा क्षेत्र से इस बार लोजपा राजेश वर्मा को अपना उम्मीदवार बनाया है. राजेश वर्मा मूल रूप से भागलपुर के निवासी हैं. वह लोजपा के भागलपुर के जिला अध्यक्ष भी रह चुके हैं. राजेश वर्मा भागलपुर के डिप्टी मेयर का पद भी संभाल चुके हैं.
शांभवी चौधरी: शांभवी चौधरी को चिराग पासवान ने समस्तीपुर से प्रत्याशी घोषित किया है. शांभवी चौधरी बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी की पुत्री हैं. शांभवी चौधरी का राजनीतिक परिवार रहा है. शांभवी चौधरी के पिता अशोक चौधरी पहले कांग्रेस में थे और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और कांग्रेस कोटे से मंत्री भी रह चुके हैं. अशोक चौधरी बाद में जेडीयू में चले गए और नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल में वह लगातार मंत्री पद पर हैं.
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