देहरादूनः उत्तराखंड में मॉनसून की दस्तक के बाद से प्रदेश भर में लगातार मूसलाधार बारिश का सिलसिला जारी है. मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि 5 जुलाई तक प्रदेश भर में भारी बारिश का अलर्ट जारी है. जिसका असर प्रदेश भर में देखा जा रहा है. लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के चलते हेली सेवाएं भी प्रभावित हो रही हैं. जिस कारण चारधाम यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. केदारनाथ धाम में मंगलवार को हेली सेवाएं पूरी तरह से ठप रही. जबकि बुधवार को सिर्फ एक हेलीकॉप्टर की ओर से सेवाएं दी जा रही है.
दरअसल, 20 जून से मॉनसून सीजन शुरू होने के बाद से ही केदारनाथ धाम में हेलीकॉप्टर का संचालन कम कर दिया गया था. वर्तमान समय में दो हेलीकॉप्टर द्वारा हेली सेवाएं दी जा रही हैं. लेकिन बुधवार को एक हेलीकॉप्टर खराब होने के कारण एक हेलीकॉप्टर के जरिए ही यात्रियों का आवागमन हो रहा है. लेकिन वो भी सही ढंग से नहीं हो पा रहा है. क्योंकि बारिश के चलते हेली सेवाएं लगातार रद्द की जा रही हैं. ऐसे में हेली के जरिए केदारनाथ धाम के दर्शन करने जाने वाले यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
ज्यादा जानकारी देते हुए उकाडा के सीईओ सी रविशंकर ने बताया कि मॉनसून काल के दौरान कुल 9 हेलीकॉप्टर में से दो हेली सेवा संचालन के लिए निर्देश दिए गए हैं. इसकी मुख्य वजह यही है कि मॉनसून सीजन के दौरान बेहद कम संख्या में ही श्रद्धालु हेली सेवाओं का इस्तेमाल करते हैं. वर्तमान समय में जो दो हेली ऑपरेटर्स अपनी सेवाएं दे रहे हैं. वो भी मुश्किल से ही हेली का संचालन कर पा रहे हैं. क्योंकि, केदारनाथ में बारिश के साथ ही काफी अधिक बादल रहता है.
रिफंड होगा तीर्थयात्रियों का पैसा : हेली सेवा के लिए जो श्रद्धालु टिकट बुक करा चुके हैं और हेली का संचालन नहीं होता है तो संबंधित श्रद्धालुओं का टिकट ऑटोमैटिक कैंसिल हो जाता है और टिकट का पूरा पैसा रिफंड हो जाता है. श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए पायलट स्थितियों को देखते रहते हैं. अगर विजिबिलिटी और मौसम साफ है, तभी पायलट डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) के निर्देशों पर उड़ान भरते हैं. मौसम के चलते हेली सेवाओं का संचालन प्रभावित हुआ है. लेकिन जब मौसम साफ रहता है तो उस दौरान फ्लाइंग की जाती है. इसी क्रम में 2 जुलाई को अत्यधिक बारिश होने के चलते पूरे दिन हेली का संचालन नहीं हो पाया था.
मोबाइल पर मिल रही मौसम की जानकारी: उन्होंने बताया कि पायलट को मौसम की सटीक जानकारी मिल सके, इसके लिए केदार वैली में कैमरा लगाया गया है. जिससे पायलट को मौसम की लाइव जानकारी मिल रही है. जबकि पहले फोन करके पायलट मौसम की जानकारी पूछता था. लेकिन अब इस सुविधा के बाद पायलट को कॉल करके पूछने की जरूरत नहीं है. बल्कि वो अपने मोबाइल पर पूरे केदार वैली के मौसम को जान सकता है. साथ ही कहा कि मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जो पूर्वानुमान जारी किया जाता है, उसी अनुसार पायलट फ्लाइंग का निर्णय लेते हैं. इसके अलावा, यात्रियों की सुरक्षा के दृष्टिगत व्यवस्था को और बेहतर करने के लिए एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) भी स्थापित किया जाना प्रस्तावित है. ऐसे में उम्मीद है कि एटीसी स्थापित करने की दिशा में जल्द ही काम शुरू होगा.
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