चंडीगढ़: चंडीगढ़ ग्रेनेड ब्लास्ट मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पंजाब पुलिस ने सेक्टर 10 में बम धमाका करने वाले दूसरे आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी का नाम विशाल है, जो गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक का रहने वाला है. पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने आधिकारिक एक्स हैंडल पर यह जानकारी दी है.
उन्होंने बताया कि मामले के 72 घंटे के भीतर पुलिस ने केंद्रीय एजेंसियों के साथ मिलकर केस को सुलझाते हुए ब्लास्ट के दूसरे आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी विशाल मसीह को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया. डीजीपी ने लिखा कि 11 सितंबर 2024 को चंडीगढ़ के सेक्टर 10 में दो संदिग्धों ने ग्रेनेड विस्फोट किया था. 13 सितंबर को पंजाब पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक आरोपी रोहन मसीह को गिरफ्तार कर लिया था. विभिन्न सूत्रों से मिले इनपुट के आधार पर दूसरे आरोपी विशाल मसीह पुत्र साबी मसीह को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है.
बता दें कि चंडीगढ़ शहर के पॉश सेक्टर 10 में एक सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी के घर पर ग्रेनेड फेंका गया था. ग्रेनेड हमला 11 सितंबर को शाम करीब 5.30 बजे हुआ था तथा धमाके के दौरान घर में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन धमाके में घर की खिड़कियां और अन्य सामान नष्ट हो गए थे.
घटना का एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जिसमें आरोपी ऑटो में भागते हुए दिखाई दे रहे हैं. पॉश इलाके में हैंड ग्रेनेड हमले के बाद पुलिस ने पूरे इलाके को सील कर दिया था. पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए ऑटो चालक को गिरफ्तार कर लिया. संदिग्ध मुख्य आरोपी रोहन मसीह को पुलिस ने घटना के एक दिन बाद गिरफ्तार किया था.
खालिस्तानी समर्थक रिंदा से जुड़े तार
चंडीगढ़ के सेक्टर 10 में हुए बम धमाके के तार अमेरिका और पाकिस्तान से भी जुड़ रहे हैं. पाकिस्तान में बैठे हरविंदर सिंह रिंदा ने आईएसआई के निर्देश पर इस बम धमाके को अंजाम दिया है. मामले की जानकारी साझा करते हुए डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें रोहन मसीह और उसका एक साथी विशाल शामिल हैं और उन्होंने अमेरिका में रहने वाले हैप्पी पाशिया के कहने पर यह योजना बनाई और आगे इस धमाके को अंजाम दिया.
जम्मू-कश्मीर भागने की फिराक में था रोहन
जानकारी के अनुसार हमलावर रोहन मसीह ने बताया कि उसे विदेश से 5 लाख रुपये की पेशकश की गई थी. लेकिन अभी तक उसे करीब 20 हजार रुपये ही मिले हैं. घटना को अंजाम देने के बाद वह जम्मू-कश्मीर जाना चाहता था, ताकि चंडीगढ़, पंजाब और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों से बच सके.
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