श्रीनगर : केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने आजाद यूसुफ कुमार नामक कश्मीरी व्यक्ति के परिवार का बयान दर्ज किया. आजाद को कथित तौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध में शामिल होने के लिए मजबूर किया गया था. सीबीआई ने एक बयान में कहा कि हमने आजाद यूसुफ कुमार के परिवार के सदस्यों के बयान दर्ज किए हैं, जो एक स्थानीय नागरिक था, जिसे कथित तौर पर धोखा देकर अनजाने में रूस-यूक्रेन संघर्ष में धकेल दिया गया था.
हाल के एक घटनाक्रम में, सीबीआई ने खुलासा किया कि उसने पुलवामा के आज़ाद यूसुफ कुमार सहित भारतीय युवाओं के शोषण के संदेह में 19 व्यक्तियों और वीजा परामर्श फर्मों के खिलाफ प्रथम सूचना रिपोर्ट (FIR) दर्ज की थी. इसी क्रम में एजेंसी ने चल रही जांच के सिलसिले में उनके परिवार के सदस्यों के बयान दर्ज किए हैं. आज़ाद के बड़े भाई सज्जाद अहमद कुमार ने खुलासा किया कि सीबीआई ने उनके भाई की स्थिति के बारे में उनसे व्यापक पूछताछ की थी और आगे की पूछताछ के लिए उनके नई दिल्ली कार्यालय में उनकी उपस्थिति का अनुरोध किया था. हालांकि, मौजूदा वित्तीय परेशानियों के कारण सज्जाद नई दिल्ली जा सके.
आजाद के बड़े भाई सज्जाद ने कहा कि 12 अन्य प्रभावित भारतीय पुरुषों के परिवारों से सीबीआई ने संपर्क किया है और उन्होंने अपने प्रियजनों की सुरक्षित वापसी की मांग की है. आजाद के परिवार ने यूक्रेन सीमा पर दिल दहला देने वाली परिस्थितियों के बारे में बताया, जो आज़ाद की सुरक्षित वापसी के लिए सरकार से उनकी हताश अपील को रेखांकित करता है. परिवार के मुताबिक पिछले साल 14 दिसंबर को फैसल खान नाम के एक यूट्यूबर के लुभावने बहकावे में पुलवामा के 31 वर्षीय इंजीनियरिंग स्नातक आजाद आकर दुबई चले गए थे. उनको जरा भी इस बाद का अंदाजा नहीं था कि उनकी यात्रा एक विदेशी संघर्ष क्षेत्र में एक खतरनाक लड़ाई में समाप्त होगी.बता दें कि सीबीआई ने 8 मार्च को भारतीय व्यक्तियों को युद्ध क्षेत्र में फंसाने वाले एक मानव तस्करी नेटवर्क को ध्वस्त कर दिया था और रूस में स्थित एजेंटों सहित प्रमुख सूत्रधारों की पहचान की थी.
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