रायपुर\बिलासपुर\दुर्ग\धमतरी: सीजीपीएससी स्कैम में जांच करने सीबीआई छत्तीसगढ़ में है. भिलाई, बिलासपुर, धमतरी में सीबीआई, कांग्रेस लीडर, आईएएस और सीजीपीएससी के पूर्व चेयरमैन के घर पहुंची है.
बिलासपुर में कांग्रेस नेता के घर सीबीआई: बिलासपुर में कांग्रेस नेता राजेंद्र शुक्ला के निवास पर CBI की टीम पहुंची है. 5 से 10 सदस्यीय सीबीआई की टीम राजेंद्र शुक्ला के बिलासपुर के यदुनंदन नगर और तिफरा स्थित पुराने और नए घर में पहुंची है. कांग्रेस नेता राजेंद्र शुक्ला के बेटे स्वर्णिम शुक्ला का चयन आदिमजाति कल्याण विभाग के असिस्टेंट डायरेक्टर पद पर हुआ. इसे लेकर जांच की जा रही है.
भिलाई में तीन जगह सीबीआई का छापा: सीबीआई की टीम भिलाई में पूर्व आईएएस अधिकारी अमृत खलको के घर भी पहुंची है. भिलाई के तालपुरी ए ब्लॉक स्थित निवास में सीबीआई के 20 से ज्यादा अधिकारी पहुंचे हैं. बता दें लोकसेवा आयोग परीक्षा 2021 के परिणाम में अमृत खलको के बेटे और बेटी दोनों का सलेक्शन हुआ है. बेटी नेहा का 13वां रैंक जबकि उनके बेटे निखिल ने 17वीं रैंक हासिल की. दोनों डिप्टी कलेक्टर बन गए हैं. अमृत खलको गवर्नर के पूर्व सेक्रेटरी के साथ-साथ कई जिलों में एडीएम रहते हुए नगर निगम के कमिश्नर भी रहे हैं. इसके अलावा कांकेर डीआईजी के एल ध्रुव के मैत्रीनगर स्थित आवास पर भी सीबीआई की टीम पहुंची है. इनकी बेटी भी उसी सूची में चयनित हुई थी. भिलाई में सेक्टर 2 सड़क 13 निवासी एल कौशिक के घर पर भी सीबीआई की टीम पहुंची है. इनके बेटे राजेंद्र कौशिक का भी सीजीपीएससी में सलेक्शन हुआ था. एल कौशिक बीएसपी में कार्यरत है.
सीजीपीएससी के पूर्व चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी के घर सीबीआई: सीबीआई सीजीपीएससी के पूर्व चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी के घर भी पहुंची है. कुरूद के सर्बदा गांव स्थित मकान में सीबीआई पीएससी घोटाले की जांच कर रही है.
जुलाई में भी स्कैम को लेकर सीबीआई ने मारा था छापा: सीजीपीएससी केस में इससे पहले CBI 15 जुलाई को छत्तीसगढ़ पहुंची थी. उस दौरान भिलाई में टामन सिंह सोनवानी के नेहरु नगर के ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन चलाया गया. टामन सिंह सोनवानी सीजीपीएससी के पूर्व अध्यक्ष हैं.
सीजीपीएससी चर्चा में क्यों: छत्तीसगढ़ में साल 2020 और 2022 में सीजीपीएससी परीक्षा हुई. परीक्षा के दौरान डिप्टी कलेक्टर, डीएसपी सहित सीनियर पदों के लिए लोगों का चयन किया गया, उस पर परीक्षार्थियों ने सवाल खड़े कर दिए. आरोप था कि सीजीपीएससी में आईएएस, आईपीएस और सिर्फ रसूखदारों का सेलेक्शन हुआ है. मामले में काफी हंगामे के बाद साय सरकार ने 6 मार्च 2024 को सीजीपीएससी भर्ती की जांच सीबीआई से कराने की अधिसूचना जारी कर दी. जिसके बाद छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के पूर्व चेयरमैन टामन सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया गया. इसके बाद से सीबीआई छत्तीसगढ़ में छापामारी कर रही है.